नई दिल्ली: राजधानी में लॉकडाउन लगे हुए 40 दिन बीत चुके हैं. लॉकडाउन की इस मुश्किल घड़ी में पीसीआर टीम का गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का काम लगातार किया जा रहा है. बीते 24 घंटे में 17 गर्भवती महिलाओं को पीसीआर टीम ने विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया है. वहीं लॉकडाउन के 40 दिनों में 862 गर्भवती महिलाओं को पीसीआर टीम अस्पताल पहुंचा चुकी है.
PCR निभा रही अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार राजधानी में कोरोना महामारी के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लॉकडाउन के 40 दिन पूरे हो चुके हैं, जबकि इसे आगे 14 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है. राजधानी में सार्वजनिक परिवहन सेवा में अभी भी किसी प्रकार की छूट नहीं दी गई है. मरीजों को अस्पताल जाने के लिए कोई साधन नहीं मिल रहा है. इसलिए पीसीआर गंभीर मरीजों की लगातार मदद कर उन्हें अस्पताल पहुंचाना का काम कर रही है. खासतौर से गर्भवती महिलाएं, दिल का दौरा पड़ने वाले मरीज एवं अन्य गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी पीसीआर टीम निभा रही है.
17 गर्भवती महिलाओं को पहुंचाया अस्पताल
डीसीपी के अनुसार बीते 24 घंटे में पीसीआर टीम ने विभिन्न इलाकों से 17 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया है. प्रसव पीड़ा के चलते परेशान इन महिलाओं को अस्पताल जाने के लिए कोई गाड़ी या एम्बुलेंस नहीं मिल रही थी. इनमें से 3 कॉल रात 11 से सुबह 5 बजे के बीच पीसीआर को मिली. वहीं कई कॉल ऐसी जगह से मिली जहां से अस्पताल की दूरी 13 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर थी. इन सभी कॉल पर जाकर पीसीआर ने महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने का काम किया.