नई दिल्लीः देश भर में वैक्सीन की सौ करोड़ तो उसका लक्ष्य पूरा हो चुका है और इसे केंद्र सरकार अपनी बड़ी उपलब्धि मान रही है. इसी बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का एक बड़ा बयान आया है. सिसोदिया ने कहा है कि बेशक़ ये एक बड़ा लक्ष्य है लेकिन यह काम 6 महीने पहले भी हो सकता था.
शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि 100 करोड़ की वैक्सीन लगना बहुत बड़ी बात है और इसके लिए दिन रात में मेडिकल टीम ने बहुत मेहनत की है. उन्होंने कहा कि इसके लिए उन सब को बधाई देता हूं. इतने बड़े देश में इस लक्ष्य को हासिल करना बड़ी चीज है लेकिन इन सबके साथ एक सवाल यह भी है कि इसमें भारत सरकार की नीतियों की वजह से देर क्यों हुई.
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उन्होंने कहा कि भारत में जहां दो-दो बनना शुरू हो गई एक लंबे समय तक भारत सरकार इस तथ्य को इग्नोर करती रही कि भारत को भी वैक्सीन की जरूरत है. जब भी इतिहास लिखा जाएगा कि 100 करोड लोगों को वैक्सीन लगी तो यह सवाल भी उसमें होगा कि 100 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने में इतनी देर क्यों हुई. जब देश के पास वैक्सीन थी और विदेशों में तालियां बजाने के लिए केंद्र सरकार विदेशों में वैक्सीन भेजती रही. जब सब ने शोर मचाया दूसरी बात जब इतनी त्राहि-त्राहि मची तो क्या केंद्र सरकार उसका इंतजार कर रही थी. ये काम पहले भी पूरा हो सकता था.
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ग़ौरतलब है कि अलग अलग मौक़े पर आम आदमी पार्टी वैक्सीनकी गति पर सवाल उठाती रही है. शुरुआती दिनों में वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक नहीं मिलने के चलते भी आम आदमी पार्टी के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था. बीते दिनों ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर इसी स्पीड से अभियान चलता रहा तो इसमें कई साल लग जाएंगे.