नई दिल्ली : अश्लील वीडियो रिकॉर्ड करके लोगों से उगाही करने वाले गैंग के छह सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. वर्ष 2021 में दर्ज किए गए एक मामले में इन सभी आरोपियों की पुलिस को तलाश थी. इनकी गिरफ्तारी पर 20-20 हजार रुपए का इनाम पुलिस की तरफ से घोषित था. इस गैंग के एक सदस्य को 2021 में ही क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पिता-पुत्र भी शामिल हैं.
डीसीपी रोहित मीणा के अनुसार एक सेवानिवृत्त बुजुर्ग ने पुलिस को शिकायत कर बताया कि उन्हें अलग-अलग नंबरों से यूट्यूब का अधिकारी बनकर धमकी दी जा रही है. उनका दावा है कि एक लड़की ने बुजुर्ग के खिलाफ यूट्यूब को शिकायत की है और उनके पास बुजुर्ग का अश्लील वीडियो है. इंटरनेट पर उनका वीडियो नहीं डालने के लिए वह रुपयों की मांग कर रहे हैं. उन्होंने बदनामी के डर से लगभग 4 लाख रुपए बदमाशों द्वारा बताए गए बैंक खाते में डाल दिए, लेकिन इसके बाद भी वे उन्हें रेप के केस में फंसाने की धमकी दे रहे थे. इस शिकायत पर क्राइम ब्रांच में एक्सटॉर्शन का मामला दर्ज कर अक्टूबर 2021 में नासिर नामक युवक को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था.
बीते 4 मई को क्राइम ब्रांच में तैनात हवलदार संजीव कुमार को सूचना मिली कि इस मामले में वांछित चल रहे आरिफ और अरशद मेवात के रहने वाले हैं. उन पर 20-20 हजार रुपये का इनाम घोषित है. वह हरियाणा के होटल में किसी से मिलने के लिए आएंगे. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर मंगेश त्यागी और एसआई रोबिन त्यागी की टीम ने सुबह के समय छापा मारकर वहां से आरिफ, अरशद और फरीद को गिरफ्तार किया. यह तीनों ही आरोपी इस मामले में वांछित चल रहे थे. इनसे मिली जानकारी पर पुलिस टीम ने आस मोहम्मद उर्फ आशु खान, शाकिर और मुफीद को गिरफ्तार किया. इन पर भी 20-20 हजार रुपये का इनाम घोषित था. गिरफ्तार किया गया आस मोहम्मद दूसरे आरोपी शाकिर का पिता है.
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह राजस्थान के नागर में बैठकर इस तरह से ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं. नासिर खान ने यह गैंग अपने पिता, भाई और आसपास रहने वाले लोगों के साथ मिलकर बनाया था. वह फेसबुक पर लड़कियों के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे. रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने वाले से वह चैट करते और बाद में उसका फोन नंबर ले लेते थे. इस पर अश्लील वीडियो भेजे जाते थे और लड़की बनकर वह लोग सामने वाले शख्स का वीडियो बना लेते थे. वह उनके आर्थिक हालात का पता लगाकर इस वीडियो को अपलोड करने की धमकी देकर उनसे रुपए मांगते थे. वह कभी यूट्यूब अधिकारी, कभी क्राइम ब्रांच अफसर, कभी साइबर क्राइम सेल आदि के अधिकारी बनकर उगाही करते थे.
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गिरफ्तार किया गया आरिफ गैंग के लिए फर्जी बैंक खाते और एटीएम कार्ड का बंदोबस्त करता था. इसके जरिए वह ठगी की रकम को बाहर निकाल कर आपस में बांट लेते थे. दूसरा आरोपी अरशद आरिफ का पार्टनर है. वह भी फर्जी बैंक खाते और एटीएम का बंदोबस्त करता था. तीसरा आरोपी फरीद यूट्यूब और साइबर क्राइम का अधिकारी बनकर लोगों को धमकी देता था. चौथा आरोपी आस मोहम्मद अपराध के लिए मोबाइल फोन और सिम कार्ड का इस्तेमाल करता था. गिरफ्तार नासिर शाकिर का पिता है. पांचवा आरोपी शाकिर वीडियो कॉल के दौरान अश्लील वीडियो बनाता था. वह फेसबुक की आईडी भी हैक करने में माहिर है. छठा आरोपी मुफीद फर्जी आईडी पर सिम कार्ड का बंदोबस्त असम और उड़ीसा से करता था. उसके खिलाफ पहले भी 2020 में ठगी और जबरन उगाही का मामला स्पेशल सेल में दर्ज है.
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