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RTO की फर्जी वेबसाइट बनाकर तीन हजार लोगों से ठगी, ऐसे पकड़ा गया जालसाज

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Published : Oct 6, 2021, 11:03 PM IST

पुलिस हिरासत में आराेपी.
पुलिस हिरासत में आराेपी.

Transport ministry और RTO से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाकर लोगों के साथ ठगी की जा रही थी. सड़क परिवहन मंत्रालय के डायरेक्टर ने इसकी शिकायत Cyber cell से की. Cyber cell की टीम ने जब आराेपी ठग काे गिरफ्तार किया ताे कई खुलासे हुए.

नई दिल्ली : RTO से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाकर लोगों से ठगी करने के आराेप में स्पेशल सेल की साइबर सेल ने एक युवक काे गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान कपिल त्यागी के रूप में की गई है. वह राजनगर एक्सटेंशन का रहने वाला है. पिछले कुछ महीनों में तीन हजार से ज्यादा लोगों से लगभग 70 लाख रुपये की ठगी कर चुका था. पुलिस टीम इस बात की जांच कर रही है कि इस फर्जीवाड़े में उसके साथ कौन-कौन शामिल था.


डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार सड़क परिवहन मंत्रालय के डायरेक्टर पीयूष जैन की शिकायत पर Special cell ने एक मामला दर्ज किया था. उन्होंने बताया कि Transport ministry और RTO से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाकर लोगों के साथ ठगी की जा रही है. RTO की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों के दस्तावेज बनाने के नाम पर उनसे आवेदन लिए जा रहे हैं. इसके लिए हजारों रुपये की फीस वसूली जा रही है. अब तक लाखों रुपए की ठगी की जा चुकी है.

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प्राथमिक छानबीन के बाद स्पेशल सेल ने इस घटना को लेकर मामला दर्ज किया. छानबीन के दौरान इन सभी वेबसाइट को खंगाला गया. इसके अलावा पेमेंट के चैनल को भी देखा गया. वेबसाइट रजिस्टर करने के लिए की गई पेमेंट को भी जांचा गया. इसकी मदद से पुलिस को एक बैंक खाता मिला. आगे छानबीन में पता चला कि गूगल ऐड का इस्तेमाल कर इन फर्जी वेबसाइट को गूगल सर्च इंजन पर ऊपर रखा जाता था. इसके बाद पुलिस टीम ने छानबीन करते हुए आरोपी की पहचान कर ली. एसीपी रमन लांबा की देखरेख में एसआई सोनम जोशी और कर्मवीर की टीम ने छापा मारकर आरोपी को गिरफ्तार किया.

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आरोपी कपिल त्यागी मूल रूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला है. वह 12वीं कक्षा तक पढ़ा है. वह पहले एक फर्जी कॉल सेंटर में काम करता था. वहां पर उसने विभिन्न सरकारी सुविधाओं के नाम पर लोगों से ठगी करने की जानकारी हासिल की. 2020 में उसने अपना दफ्तर खोल कर यह फर्जी वेबसाइट बनाई थी जो आरटीओ सर्विस से मिलती जुलती थी. वह लोगों से लगभग तीन हजार रुपये फीस के रूप में लेता था. पुलिस ने आरोपी के पास से 10 चेक बुक, 15 सिम कार्ड, 4 मोबाइल, 3 लैपटॉप, दो पेनड्राइव, 15 डेबिट कार्ड बरामद किए हैं. इसके अलावा 8 लाख रुपये उसके बैंक खाते में फ्रीज किए गए हैं.

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