नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों में चल रहे हैप्पीनेस पाठ्यक्रम को चार वर्ष पूरे होने पर स्कूलों में चल रहे हैप्पीनेस उत्सव का त्यागराज स्टेडियम में समापन हो गया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बीके शिवानी शामिल हुई. इस दौरान उन्होंने सबको खुश रहने का मंत्र दिया. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम स्कूलों में बच्चों को कट्टर देशभक्त बना रहे हैं, जो आने वाले समय में देश में नफरत नहीं, प्यार का पैगाम फैलाएंगे. हम अपने स्कूलों में बच्चों को अच्छा इंसान, कट्टर देशभक्त और कम से कम अपना पेट पालने के योग्य बनना सिखा रहे हैं.
हम लोगों ने शिक्षा क्रांति की यात्रा में सबसे पहले इंफ्रास्ट्रक्चर को ठीक किया. बिल्डिंग्स टूटी हुई थीं. टॉयलेट्स नहीं थे. पीने का पानी नहीं था, सफाई नहीं थी. स्कूलों में सुरक्षा नहीं था. हमने बिल्डिंग्स अच्छी बनाई. सुरक्षा को ठीक किया. पीने के पानी और टॉयलेट्स का इंतजाम किया. जबसे हमारी सरकार बनी है, तब से दिल्ली सरकार के कुल बजट का करीब 25 फीसद बजट हम शिक्षा पर खर्च कर रहे हैं. पिछले सात साल में अभी तक हम लोग दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था के उपर करीब 90 हजार करोड़ रुपए खर्च कर चुके हैं. यह 90 हजार करोड़ रुपए खर्चा नहीं है, बल्कि यह बहुत बड़ा निवेश है. उन्होंने कहा कि अगर हमने स्कूल अच्छा कर दिया और शिक्षकों का इंतजाम भी कर दिया. लेकिन बच्चों के नंबर अच्छे नहीं आएंगे, तो क्या फायदा हुआ. इसलिए शिक्षकों के उपर काम किया. शिक्षकों को मोटिवेट किया, उनको ट्रेनिंग दी और नंबर भी अच्छे आने लगे. वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमने अपने स्कूलों के बच्चों को खुश रहने और अच्छा इंसान बनाने की जिम्मेदारी ली है. इसके लिए हैप्पीनेस करिकुलम को आधार बनाया है.
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वहीं, एक छात्रा ने कहा कि मेरा पहले किसी काम में मन नहीं लगता था, लेकिन अब लगता है और सारे काम बहुत अच्छे से करती हूं. 8वीं क्लास की छात्रा सोनी ने बताया कि मैं पहले जब पढ़ाई करती थी, तो तनाव रहता था, लेकिन अब वो चीज नहीं हैं. माइंडफुलनेस बहुत अच्छी चीज है. हैप्पीनेस क्लास से हम अपने बड़ों का सम्मान करना सीखते हैं. मैं हमेशा हैप्पीनेस क्लास का इंतजार करती हूं. वहीं 8वीं क्लास के छात्र मनीष ने बताया कि पहले मुझे मोटिवेटर बनने का सपना था, लेकिन मैं चिड़चिड़ापन और गुस्सेदार बच्चा था. उससे मैं तनाव में भी रहता था कि क्या मैं मोटिवेशनर बन पाउंगा. जब हैप्पीनेस किया तो मुझ पर प्रभाव पड़ा. मैंने कई नई चीजें सीखीं और काफी प्रभाव हुआ.
छात्रा रैधेमा ने कहा कि हैप्पीनेस के तहत जो स्टोरी होती है, मुझे ऐसा लगता है कि वो स्टोरी में मैं कहीं न कहीं हूं. उससे मिलने वाली सीख को अपनी जिंदगी में उतारती हूं. अपनी जिंदगी को अच्छा बनाने के लिए बहुत सीख मिली. छात्रा सुहाना ने कहा कि हैप्पीनेस की वजह से मेरे जीवन में काफी बदलाव आया है पहले मैं बहुत तनाव में रहती थी लेकिन हैप्पीनेस की गतिविधियों की वजह से अब मैं कोई भी तनाव नहीं लेती हूं और अब मेरे जीवन में खुशियां ही आ गई है.
बता दें कि त्यागराज स्टेडियम में आयोजित हैप्पीनेस उत्सव में कई गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया. जिसमें पंजाब सरकार के 170 शिक्षक और अधिकारी शामिल थे. पंजाब के यह शिक्षक हैप्पीनेस उत्सव कार्यक्रम में मेहमान के तौर पर शामिल हुए थे. समापन समारोह की शुरूआत ड्रम कैफे परफार्मेंस के साथ हुई. इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ड्रम कैफे टीम के साथ ड्रम बजाया.उनके साथ स्टेडियम में मौजूद प्रमुख लोगों ने भी ड्रम बजाया और ड्रम टीम का पूरा साथ दिया.