नई दिल्ली: ओ-जोन मुक्ति संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष सरजीत चौकन ने कहा है कि बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के कई कॉलोनियों में लगे ओ-जोन को हटाने को लेकर भाजपा लोगों को गुमराह कर रही है. चुनाव से पहले हमेशा ओ-जोन हटाने की बात भाजपा करती है लेकिन ओ-जोन को हटाया नहीं गया है. इस ओजोन की वजह से क्षेत्र की जनता काफी परेशान है, उनको निर्माण के नाम पर ब्लैकमेल कर उनसे पैसे की उगाही की जाती है.
जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान भाजपा के केंद्रीय मंत्री द्वारा कहा गया है कि बदरपुर क्षेत्र से ओ-जोन को आगामी दिसंबर तक हटा लिया जाएगा, इसको लेकर तैयारियां चल रही है. इसी पर बयान देते हुए ओ जोन मुक्ति संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष सरजीत चौकन ने कहा है कि भाजपा के लोग ओ -जोन हटाने को लेकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं, जब चुनाव आता है तो यह लोग ओ-जोन हटाने की बात करते हैं. लेकिन ओ- जोन नहीं हटता, अब जब अगले साल नगर निगम चुनाव होना है तो उससे पहले एक बार फिर ओ-जोन हटाने की बात कर रहे हैं.
हर बार चुनाव से पहले यह लोग ओ-जोन हटाने की बात करते हैं बीते चुनाव के दौरान भी ओ-जोन को गो ओजोन कहा गया था. लेकिन ओ-जोन नहीं हटा और क्षेत्र में लोगों को ओ-जोन उनके नाम पर परेशान किया जाता है. भ्रष्टाचार होता है निर्माण करने पर लोगों को ब्लैकमेल किया जाता है और फिर उनसे निर्माण के नाम पर अवैध रूप से पैसों की वसूली होती है.
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वहीं उन्होंने कहा कि जन आशीर्वाद यात्रा लोगों के भले के लिए नहीं थी बल्कि आगामी चुनाव को लेकर था. लोगों ने जन आशीर्वाद यात्रा का विरोध किया और ओ-जोन हटाने की मांग की तो पुलिस लगाकर प्रदर्शन करने से रोका गया, तानाशाही दिखाई गईं है. प्रदर्शन करने वाले लोगों को गिरफ्तार कर थाने ले जाया गया और घंटों रखा गया.
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बता दें बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के कई कॉलोनियों में लंबे समय से ओ-जोन लगा हुआ है. जिसको लेकर राजनीति होती है और भाजपा के द्वारा भी कई बार इसे हटाने को लेकर वादा किया गया है लेकिन यह नहीं हट पाया है. इसी को लेकर जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान बदरपुर क्षेत्र में प्रदर्शन और विरोध देखा गया था. हालांकि पुलिस के द्वारा प्रदर्शन को रोककर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया था, बाद में लोगों को यात्रा खत्म होने के बाद छोड़ दिया गया था.
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क्या है ओ जोन
डीडीए ने दिल्ली को अलग-अलग जोन में बांटा है. यमुना के किनारे के कुछ एरिया को जोन 'ओ' में रखा गया है. सेंसेटिव जोन होने की वजह से 'ओ' जोन में कंस्ट्रक्शन पर पाबंदी है.