नई दिल्ली: राजधानी के सरकारी स्कूलों में शिक्षक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं उन पर असमाजिक तत्व हमला न कर दे. दरअसल, दिल्ली के नंद नगरी में कुछ दिनों पहले स्कूल में एंट्री नहीं दिए जाने के चलते अभिभावकों ने एक शिक्षक की जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान घायल शिक्षक को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना के बाद से दिल्ली के सभी शिक्षकों में रोष था. शिक्षको ने अपने विरोध में काली पट्टी बांध कर स्कूल में विरोध भी जताया.
घटना के एक दिन बाद शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों के प्रमुखों को आदेश दिया की अभिभावक के तौर पर आने वाले लोगों की जानकारी रजिस्टर में मेंटेन की जाए. अगर कोई अभिभावक जानकारी देने से इंकार करता है तो अभिभावक की एंट्री बैन की जाए. वहीं, शिक्षा निदेशालय के आदेश के बाद भी सरकारी स्कूलों में हिंसा की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला दक्षिणी दिल्ली के मदनपुर खादर के पास सरकारी स्कूल से आया है। यहां पर कुछ अराजक तत्वों ने स्कूल में घुसकर मारपीट की. बताया जा रहा है की इसमें कुछ छात्र घायल हो गए. माना जा रहा है की छात्रों की बाहर की लड़ाई थी जो स्कूल के अंदर तक आ गई. असमाजिक तत्वों ने ऑफिस में घुसकर लाठी डंडे से एक पक्ष ने दूसरे पक्ष को मारा. गनीमत यह रही की कोई शिक्षक चोटिल नहीं हुआ. स्कूल के अंदर हुई इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
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दूसरे सरकारी स्कूलों में भी हुई हिंसा
मदनपुर खादर के अलावा सर्वोदय बाल विद्यालय कृष्णा नगर में भी शाम को छुट्टी के समय नंद नगरी स्कूल जैसा ही मामला आया. स्कूल से जुड़े एक शिक्षक ने बताया की स्कूल का एक छात्र बाहर किसी बच्चे से टकरा गया. जिसके बाद दोनों छात्रों में झगड़ा हो गया. इस दौरान एक छात्र के चोट लगने से खून निकलने लगा. इधर हमारे स्कूल के शिक्षक ने बच्चे की शोर पर दोनों को पकड़ा और स्कूल में ला कर उसे प्राथमिक उपचार दिया. इसी दौरान बाहर से कुछ लोग प्रिंसिपल ऑफिस में ही दूसरे बच्चे को मारने लगे. इस पर जब टीचर ने उन्हें रोकना चाहा तो उसी की गिरेबान पकड़ ली और मारने को हाथ उठा दिया. इस दौरान दूसरे शिक्षक जब बीच बचाव में आए तो उन्हें धमकी दी गई की अंजाम अच्छा नहीं होगा. बताते चले की स्कूल में पुलिस भी बुलाई गई. लेकिन पुलिस ने दोनों पक्षों की बात सुनकर वहां से ले गई. गौर करने वाली बात यह है की लगातार सरकारी स्कूलों में शिक्षकों पर हमले हो रहे हैं. वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूल के छात्र भी हिंसा का रास्ता अपना रहे हैं.मालूम हो कुछ दिनों पहले मोलरबंद नंबर 3 स्कूल में एक 10वी का छात्र स्कूल में गन लेकर आया था. हालांकि छात्र के अभिभावक को स्कूल बुलाया गया. जिसके बाद छात्र को समझा कर घर भेज दिया गया.लेकिन इसकी सूचना पुलिस में नहीं दी गई.
हिंसा करने वाले छात्रों को बर्खास्त किया जाए: शिक्षक संघ
जीएसटीए के डिस्ट्रिक्ट वेस्ट ए के सेक्रेटरी संतराम ने कहा की लगातार सरकारी स्कूलों में शिक्षकों पर हमले हो रहे हैं. उन्होंने कहा की पहले नंद नगरी, फिर मोलरबंद नंबर 3 स्कूल, मदनपुर खादर और कृष्ण नगर से जो मामले आए हैं.यह दिखाते हैं को सरकारी स्कूल में सुरक्षा भगवान भरोसे है.उन्होंने कहा की शिक्षक छात्र का मार्गदर्शन करते हैं.लेकिन छात्र हिंसा का रास्ता अपनाकर शिक्षक पर हमला कर रहे हैं. उन्होंने कहा की स्कूल में आने वाले बच्चों की प्रतिदिन जांच होनी चाहिए. साथ ही जो हिंसा करते हुए पाए जाते हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए.
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