नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली के पुलिस थाने पुलिसकर्मियों की कमी से जूझ रहे हैं. इन थानों में तय संख्या से लगभग 21 फीसदी कम पुलिसकर्मियों द्वारा काम किया जा रहा है. यह हाल न केवल थानों का है बल्कि, ट्रैफिक पुलिस, सुरक्षा यूनिट, क्राइम ब्रांच आदि का भी है. स्पेशल सेल एकमात्र पुलिस की ऐसी यूनिट है जहां तय संख्या से 80 फीसदी ज्यादा पुलिसकर्मी ड्यूटी कर रहे हैं. ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि कम पुलिसकर्मियों की संख्या से कैसे दिल्ली में अपराध पर लगाम लगेगी.
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस की कमान संभालने के बाद पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना पुलिसिंग में बड़े सुधार करना चाहते हैं. वह आगामी एक सितंबर से कानून व्यवस्था एवं जांच को अलग करने जा रहे हैं. इसके अलावा पुलिसकर्मियों से वह शिफ्ट में काम करवाने की योजना पर भी काम कर रहे हैं. अगले दो माह में वह इसे लेकर महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं. इसलिए उनके आदेश पर दिल्ली पुलिस के तमाम यूनिट में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या को लेकर ऑडिट करवाया है. इससे पता चला है कि दिल्ली पुलिस में जहां पुलिसकर्मियों के कुल 94,353 पद हैं तो वहीं अभी के समय में इनकी संख्या केवल 78,985 ही है. पुलिस फोर्स में 15 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की अभी कमी चल रही है.
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प्रधानमंत्री सहित विभिन्न वीवीआइपी की सुरक्षा में तैनाती के लिए 27,638 पुलिसकर्मियों के लिए जगह है, लेकिन इनकी जगह पर केवल 25,620 पुलिसकर्मी ही उपलब्ध हैं. बटालियन में 8189 पद हैं जिनकी जगह 7739 पुलिसकर्मियों की तैनाती है. स्पेशल सेल दिल्ली पुलिस की एकमात्र यूनिट है जहां पर तय संख्या 722 है लेकिन वहां 1336 पुलिसकर्मियों की तैनाती है. वहीं अगर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बात करें तो उनकी संख्या तय से ज्यादा है. 13 स्पेशल सीपी की जगह 16 स्पेशल सीपी जबकि 54 की जगह 63 डीसीपी एवं एडिशनल डीसीपी दिल्ली पुलिस में तैनात हैं.
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पूर्व एसीपी वेदभूषण ने बताया कि देश की राजधानी होने के चलते दिल्ली पुलिस को बेहतरीन फोर्स बनाने के लिए पुलिसकर्मियों की संख्या को बढ़ाना बेहद आवश्यक है. नए पुलिस कमिश्नर से लोगों को उम्मीद है कि वह इस समस्या का समाधान करेंगे और गृह मंत्रालय की मंजूरी लेकर पुलिसकर्मियों की संख्या को बढ़ाएंगे. पुलिस कमिश्नर जिस तरह से दिल्ली पुलिस में शिफ्ट सिस्टम लागू करना चाहते हैं, उसके लिए पुलिसकर्मियों की संख्या को बढ़ाना बेहद आवश्यक है. ऐसा करने पर ही कानून व्यवस्था एवं जांच को बेहतर बनाया जा सकता है.
जिलेवार दिल्ली पुलिस की स्ट्रेंथ, मौजूद और कमी
दिल्ली पुलिस | स्ट्रेंथ | मौजूद | कमी |
दक्षिण दिल्ली | 3541 | 2567 | 974 |
मध्य दिल्ली | 3271 | 2444 | 827 |
उत्तर-पूर्वी | 3302 | 2487 | 815 |
नई दिल्ली | 2759 | 1957 | 802 |
रोहिणी | 2988 | 2186 | 802 |
दक्षिण पूर्व | 3247 | 2448 | 799 |
शाहदरा | 3129 | 2451 | 678 |
उत्तर | 3103 | 2439 | 664 |
उत्तर-पश्चिम | 2693 | 2151 | 542 |
दिल्ली पुलिस | स्ट्रेंथ | मौजूद | कमी |
दक्षिण पश्चिम | 2892 | 2342 | 550 |
पूर्वी | 2433 | 1976 | 457 |
आउटर | 2503 | 2131 | 372 |
पश्चिम | 2662 | 2327 | 335 |
द्वारका | 2577 | 2273 | 304 |
आउटर नार्थ | 1747 | 1659 | 88 |