चेन्नई : श्रीलंकाई जेलों से रिहा हुए पंद्रह मछुआरे मंगलवार को चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचे. इससे पहले, तमिलनाडु के रामेश्वरम के कम से कम 22 मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में भटकने के कारण पकड़ लिया था. जिन्हें रिहा कर दिया गया और वे नावों के माध्यम से पंबम पहुंचे. 18 नवंबर को, श्रीलंकाई नौसेना ने 22 मछुआरों सहित दो देशी नावों को कथित तौर पर मछली पकड़ने के आरोप में पकड़ लिया था. बाद में उनसे पूछताछ की गई.
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#WATCH | 17 Tamil Nadu fishermen, released from Sri Lankan jail, reached Chennai airport today. They were arrested by the Sri Lankan Navy last month alleging that they entered the Sri Lanka sea border. pic.twitter.com/41uBBhRlSD
— ANI (@ANI) October 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) October 11, 2023#WATCH | 17 Tamil Nadu fishermen, released from Sri Lankan jail, reached Chennai airport today. They were arrested by the Sri Lankan Navy last month alleging that they entered the Sri Lanka sea border. pic.twitter.com/41uBBhRlSD
— ANI (@ANI) October 11, 2023
18 नवंबर को, पारंपरिक मछुआरों के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की. इन मछुआरों की रिहाई का अनुरोध किया. जो प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों के कारण अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में भटक गए थे. वित्त मंत्री ने विदेश सचिव और श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग से बात की, जिसके बाद मछुआरों को बचाया गया.
जैसे ही मछुआरे भारत लौटे, मछुआरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज हस्तक्षेप के लिए सीतारमण के प्रति आभार व्यक्त किया. सीतारमण ने मछुआरों के परिवारों को आश्वस्त किया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने हमेशा तमिलों के हित को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा है.
इससे पहले 29 अक्टूबर को, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर श्रीलंकाई नौसेना की ओर से तमिलनाडु के मछुआरों की बार-बार गिरफ्तारी के मुद्दे पर प्रकाश डाला था. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा था कि जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे मछुआरे आजीविका के लिए पूरी तरह से मछली पकड़ने की गतिविधि पर निर्भर हैं. इन लगातार गिरफ्तारियों से मछुआरा समुदाय को भारी परेशानी और पीड़ा हो रही है. श्रीलंकाई नौसेना के ऐसे कृत्यों ने लोगों के मन में दबाव और दहशत पैदा कर दी है.
स्टालिन ने पाक खाड़ी क्षेत्र में तमिलनाडु के मछुआरों के पारंपरिक मछली पकड़ने के अधिकारों की रक्षा करने की मांग भी दोहराई. उन्होंने कहा कि अकेले अक्टूबर महीने में मछली पकड़ने वाली 10 नौकाओं और तमिलनाडु के 64 मछुआरों को श्रीलंकाई सेना ने पकड़ लिया था.