ETV Bharat / bharat

घबराने की जरूरत नहीं, कोल कंपनियों के पास 72.5 मिलियन टन कोयले का स्टॉक: प्रह्लाद जोशी

author img

By

Published : Apr 30, 2022, 5:46 PM IST

Union Coal Minister Pralhad Joshi
केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी

केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी (Union Coal Minister Pralhad Joshi) ने बिजली संकट पर कोयले की उपलब्धता को लेकर कहा है इससे घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि कोल कंपनियों के पास 72.5 मिलियन टन कोयले का स्टॉक है.

हुबली (कर्नाटक): देश के कई राज्यों में उपजे बिजली संकट पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी (Union Coal Minister Pralhad Joshi) ने शनिवार को कहा कि थर्मल पावर प्लांट में हमारे पास 21.55 मिलियन टन कोयले का स्टॉक मौजूद है. वहीं कोल कंपनियों के पास 72.5 मिलियन टन कोयले का स्टॉक है. हालांकि इस महीने सबसे ज्यादा बिजली की मांग की गई है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है. केंद्रीय ने कहा कि किसी को भी परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारे पास पहले से ही कोयले का पर्याप्त स्टॉक है और हम रोजाना कोयले की सप्लाई भी कर रहे हैं.

शहर में स्मार्ट सिटी परियोजना के उद्घाटन के अवसर पर देश में कोयले की कमी के मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए मंत्री जोशी ने कहा कि देश में कोयले का स्टॉक कई हिस्सों में उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के द्वारा कहा जा रहा है कि 10 दिन में हमें अंधेरे में डाल दिया जाएगा लेकिन यह सही नहीं है. कोयला मंत्री ने कहा कि हम प्रतिदिन 17 लाख टन कोयले की आपूर्ति कर रहे हैं. वहीं कोयले की ढुलाई को लेकर रेलवे के द्वारा कुछ कदम उठाए गए हैं क्योंकि मांग अधिक है.

उन्होंने कर्नाटक में पुलिस सब-इंस्पेक्टर (PSI) भर्ती परीक्षा के परिणाम रद्द किए जाने के फैसले पर कहा कि कुछ लोगों ने तकनीक का इस्तेमाल कर अपराध किया है, इसे गंभीरता से लिया गया है. मामले में मुख्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए सीएम ने कार्रवाई की है.

ये भी पढ़ें - देश में बिजली की मांग ने तोड़े सारे रेकॉर्ड, शुक्रवार को कम पड़ गई 207 गीगावॉट बिजली

ये भी पढ़ें - बिजली संकट: कोयला ढुलाई में आयेगी तेजी, सरकार ने रद्द कीं 657 ट्रेनें

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.