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Flood Situation in India: पंजाब और असम में बाढ़ का कहर, कम से कम सवा लाख लोग प्रभावित

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Published : Jul 16, 2023, 8:37 AM IST

Updated : Jul 16, 2023, 6:00 PM IST

Flood Situation in India
Flood Situation in India

पिछले कुछ दिनों से मौसम के बिगड़े मिजाज का सामना पूरा भारत कर रहा है. पहले जून में चक्रवात बिपरजॉय, फिर असम में बाढ़ ने कोहराम मचा दिया. दिल्ली में बारिश का 41 साल का रिकॉर्ड टूटा है. दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्य बाढ़ के प्रकोप से बुरी तरह प्रभावित हैं. यमुना और ब्रम्हपुत्र समेत कई नदियां उफान पर हैं. इस बीच दिल्ली और असम में बाढ़ की स्थिति बिगड़ गई है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

चंडीगढ़-शिमला हाईवे पर यातायात बहाल

नई दिल्ली: यमुना की उफनाती लहरों की मार झेल रही दिल्ली को अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. दिल्ली में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है. दिल्ली की कई कॉलोनियां तालाब में तब्दील हो गई हैं. हालांकि, यमुना का जलस्तर तेजी से घट रहा है. इस बीच मौसम विभाग ने मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग का मानना है कि पंजाब और हरियाणा समेत दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न इलाकों में अगले एक हफ्ते तक हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहने की पूर्वानुमान है.

पंजाब में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने लोगों के जीवन पर असर डाला है. नदियों के बढ़ते जल स्तर ने कई लोगों को विस्थापित होने पर मजबूर कर दिया है. आंकड़ों पर नजर डालें तो बारिश से 14 जिले प्रभावित हुए हैं. पंजाब में बाढ़ और बारिश से 29 लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ से 25 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. कुछ दिनों से रुकी बारिश से भले ही लोगों ने राहत की सांस ली है लेकिन खतरा अभी भी टला हुआ नहीं दिख रहा है.

पंजाब में बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग ने आज पंजाब में बारिश का अलर्ट जारी किया है. आज 15 जिलों में बारिश की संभावना है. इनमें संगरूर, पटियाला, एसएएस नगर, श्री फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, रूपनगर, एसबीएस नगर, फिरोजपुर, तरनतारन, जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर, अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट शामिल हैं, यहां बारिश सामान्य रहेगी.

चंडीगढ़-शिमला हाईवे खुला: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में भूस्खलन के कारण बंद होने के बाद चंडीगढ़-शिमला एनएच-5 रविवार को फिर से खुल गया है. एसपी सोलन गौरव सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ शिमला एनएच-5 पूरी तरह से बहाल हो गया है और दोनों दिशाओं में यातायात सुचारू रूप से चल रहा है. राजमार्ग पर मलबा गिरने से यातायात बाधित हो गया था.

असम में बाढ़ की स्थिति बिगड़ी: उधर, पूर्वोत्तर के असम में शनिवार को बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई है. प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर एक लाख से अधिक हो गई. यह जानकारी एक आधिकारिक बुलेटिन में दी गई है. बुलेटिन के मुताबिक राज्य में ब्रह्मपुत्र समेत प्रमुख नदियां उफान पर हैं और राज्य के 17 जिले प्रभावित हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन के अनुसार बाढ़ में मरने वालों की संख्या सात पर अपरिवर्तित रही क्योंकि कोई ताजा मौत की सूचना नहीं मिली है.

एएसडीएमए के बुलेटिन के मुताबिक बक्सा, बिश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, शिवसागर, सोनितपुर, तामुलपुर और तिनसुकिया जिलों में कुल 1,07,829 लोग बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं. राज्य के इन्हीं जिलों में शुक्रवार को प्रभावित लोगों की संख्या 67,689 थी. ब्रह्मपुत्र धुबरी, तेजपुर और नेमाटीघाट में खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है, जबकि गोलकगंज में बुरीदिहिंग और संकोश नदी उफान पर थीं. शुक्रवार सुबह से हिमालयी राज्य से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण भूटान की सीमा से लगे पश्चिमी जिलों में अलर्ट जारी किया गया था.

दिल्ली में असम सीएम: मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शुक्रवार रात नयी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें बाढ़ की स्थिति के साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा उठाए गए राहत और पुनर्वास उपायों से अवगत कराया. उन्होंने स्थिति के लिए राज्य को 340 करोड़ रुपये जारी करने के लिए भी शाह को धन्यवाद दिया. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि राज्य सरकार ब्रह्मपुत्र से अतिरिक्त पानी को आर्द्रभूमि तक पहुंचाने और बाढ़ से निपटने के लिए सड़क-सह-तटबंध बनाने के प्रयास कर रही है.

जिला प्राधिकारियों ने 93 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित किए हैं, जिनमें 4,275 लोगों ने शरण ली है. राज्य में 4168.40 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है जबकि 72,315 जानवर भी प्रभावित हुए हैं. गोलाघाट और माजुली में तीन तटबंध प्रभावित हुए जबकि चिरांग, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कोकराझार, लखीमपुर, मोरीगांव और शिवसागर जिलों में 42 सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं. बोंगाईगांव, चराइदेव, धुबरी, डिब्रूगढ़, लखीमपुर, नलबाड़ी शिवसागर और दक्षिण सलमारा जिलों में भी बड़े पैमाने पर कटाव की सूचना मिली है.

पंजाब और हरियाणा में 55 लोगों की मौत: पंजाब और हरियाणा में इस सप्ताह भारी बारिश के कारण आई बाढ़ का पानी कई इलाकों में कम होना शुरू हो गया है और दोनों राज्यों के प्रभावित इलाकों में राहत कार्य जारी है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. पंजाब के 14 और हरियाणा के 13 जिले बारिश से प्रभावित हुए हैं और दोनों राज्यों में वर्षा जनित हादसों में कम से कम 55 लोगों की मौत हो गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में बारिश जनित घटनाओं में अब तक 29 लोगों की जान गई है जबकि हरियाणा में यह संख्या 26 है.

पंजाब के बाढ़ प्रभावित विभिन्न जिलों में 25,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया, जबकि हरियाणा में 5,300 लोगों को सुरक्षित निकाला गया. उन्होंने बताया कि हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में शाम छह बजे प्रवाह दर 53,370 क्यूसेक और रात आठ बजे 54,619 क्यूसेक थी. अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल-जनित बीमारियों का खतरा है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ऐसे किसी भी प्रकोप को रोकने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है.

उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं और लोगों को दवाएं वितरित की जा रही हैं. बारिश और बाढ़ से पटियाला, मोगा, लुधियाना, मोहाली, जालंधर, संगरूर, पठानकोट, तरनतारन, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होशियारपुर, रूपनगर और एसबीएस नगर सहित पंजाब के 14 जिले प्रभावित हुए हैं. वहीं, भारी बारिश के कारण अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, पंचकूला, झज्जर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, सोनीपत, पलवल, सिरसा और यमुनानगर सहित हरियाणा के 13 जिले प्रभावित हुए हैं.

पंजाब में दो तटबंध टूटे: पंजाब के मानसा जिले में शनिवार को घग्गर नदी में दो जगह तटबंध टूट गए, जिसके बाद हरियाणा की सीमा से लगे कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. अधिकारियों ने कहा कि पहली दरार बुढलाडा में चांदपुरा बांध के पास एक तटबंध में और दूसरी सरदुलगढ़ क्षेत्र के रोड़की गांव में आई. उन्होंने बताया कि कई गांवों में बाढ़ को रोकने के लिए दरारों को भरने का काम जारी है, लेकिन पानी का तेज बहाव समस्या पैदा कर रहा है.

हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला ने शनिवार को फरीदाबाद जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया. चौटाला ने ट्रैक्टर से मंझावली का दौरा किया और नाव पर बागपत क्षेत्र में एवं मोहना-बागपत पुल के पास बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया. उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को प्रभावित लोगों को नावों की मदद से निकालने का निर्देश कहा. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन स्थानों पर नावें नहीं पहुंच सकती, वहां हेलीकॉप्टर से लोगों को निकाला जाए. उन्होंने यहां बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को सूखा राशन, भोजन, पीने का पानी और दवाएं उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया.

उफान पर घग्गर नदी: अधिकारियों के मुताबिक, घग्गर नदी अब भी उफान पर है, जिससे संगरूर जिले के खनौरी और मूनक ब्लॉक जलमग्न हो गए है. वहीं, पटियाला जिले में शुतराणा, समाणा और सनौर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. उपमंडल मजिस्ट्रेट, पातड़ां (पटियाला) मनदीप कुमार ने शनिवार को बताया कि बाढ़ प्रभावित कुछ इलाकों से बाढ़ का पानी कम होना शुरू हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि पटियाला में प्राधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से मृत जानवरों को हटाने के लिए फोन आने शुरू हो गए हैं और इस संबंधी आवश्यक निर्देश जारी किए जा रहे हैं.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंडला छन्ना में दरार को भरने के काम का निरीक्षण करने के लिए शुक्रवार को अपने जालंधर दौरे के दौरान उपायुक्त को गिद्दड़पिंडी रेलवे पुल के नीचे नदी के तल से गाद और रेत को साफ करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि राज्य में भारी बारिश के कारण फसलों, मकानों और अन्य को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक विशेष गिरदावरी (नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वेक्षण) की जाएगी. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार अधिक उपज देने वाली धान की किस्मों के मुफ्त पौधे उपलब्ध कराएगी.

हिमाचल में ग्लेशियर पिघलने से आई बाढ़: हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले के लोसर से लगभग तीन किलोमीटर दूरी पर स्थित खोलाकसा में हिमनद (ग्लेशियर) पिघलने के कारण आई बाढ़ के बाद सात परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. हालांकि, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है. लाहौल-स्पीति के उपायुक्त राहुल कुमार ने शनिवार बताया कि शुक्रवार देर रात बाढ़ आई और कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा. सात परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है.

स्थानीय निवासियों ने कहा कि बर्फ और ग्लेशियरों के पिघलने से क्षेत्र की कई नदियों और नालों के जल स्तर में चिंताजनक वृद्धि हुई है और पानी को बंजर भूमि की ओर मोड़ने के प्रयास जारी हैं. स्पीति क्षेत्र में नौ और 10 जुलाई को बर्फबारी हुई और लगभग 250 लोग, मुख्य रूप से पर्यटक, छह दिनों तक लगभग 15,000 फुट की ऊंचाई पर चंद्रताल झील में फंसे रहे. बृहस्पतिवार को उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया.

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सीएम सुक्खू ने केंद्र से मांगी मदद: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को कहा कि भारी बारिश के चलते राज्य को लगभग 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के अनुसार, शुक्रवार रात तक यह नुकसान लगभग 4,000 करोड़ रुपये का था और सुक्खू ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से 2,000 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत राशि मांगी है.

अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि: स्काईमेट वेदर के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्व राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, दक्षिण गुजरात, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, छत्तीसगढ़, ओडिशा और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश की संभावना है. पूर्वोत्तर भारत, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंतरिक महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश संभव है.
(अतिरिक्त इनपुट-पीटीआई-भाषा)

Last Updated :Jul 16, 2023, 6:00 PM IST
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