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सिंघू और टिकरी बार्डर पर किसानों को रोकने पुख्ता इंतजाम, लगाईं लोहे की छड़ें, बनाई अस्थायी दीवार

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Published : Feb 1, 2021, 7:05 AM IST

Updated : Feb 1, 2021, 8:29 PM IST

किसान आंदोलन लाइव
किसान आंदोलन लाइव

20:27 February 01

किसानों के प्रदर्शन के मुख्य स्थल सिंघू बार्डर पर पुलिसकर्मियों के निरीक्षण में श्रमिक सीमेंट के अवरोधकों की दो कतारों के बीच लोहे की छड़ें लगाते हुए देखे गये ताकि नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की आवाजाही सीमित की जा सके. इस दिल्ली- हरियाणा बार्डर का एक अन्य हिस्सा अब एक प्रकार से बंद कर दिया गया क्योंकि सीमेंट की अस्थायी दीवार खड़ी कर दी गयी है. राजमार्ग पर अस्थायी दीवार के अलावा पहले राजमार्ग से थोड़ी दूर पर नींव खोदी गयी थी और दोनों तरफ से सीमेंट के अवरोधक लगाये गये थे.

20:27 February 01

उत्तर प्रदेश के बिजनौर मे सोमवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू)की किसान सम्मान महापंचायत में गौरव टिकैत ने कहा कि समस्या का समाधान निकलने तक किसानो की दिल्ली में मोर्चाबंदी जारी रहेगी.

20:26 February 01

हरियाणा सरकार ने 7 जिलों में इंटरनेट पर लगी पाबंदी को 2 फरवरी शाम 5 बजे तक बढ़ा दिया है. इसमें कैथल, पानीपत, जींद, रोहतक, चरखी दादरी, सोनीपत और झज्जर शामिल हैं. वहीं 7 जिलोंं में इंटरनेट सेवा बहाल की गई है.

20:26 February 01

टिकरी बॉर्डर पर पुलिस द्वारा किसानों को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. किसानों के ट्रैक्टर और व्हीकल दिल्ली में एंट्री न कर सकें, इसके लिए सड़क पर नुकीले लोहे के सरिए सड़क में लगा दिए गए हैं. सड़क के ऊपर कंक्रीट की सड़क दोबारा से बनाकर उसमें इस तरह के नुकीले सरिए लगाए जा रहे हैं कि उसे किसी गाड़ी के पहिए तो दूर की बात पैदल इंसान भी नहीं निकल सकता. किसानों के मंच के ठीक पीछे से यह कार्य शुरू किया गया है और अभी भी इसका निर्माण कार्य जारी है.

13:57 February 01

उप्र पुलिस ने 220 ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस जारी किया

उत्तर प्रदेश पुलिस ने विभिन्न जिलों में लगभग 220 ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस जारी किए हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता और वरिष्ठ सपा नेता राम गोविंद चौधरी ने कहा है कि यह कदम किसानों को धमकाने और कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से रोकने के लिए उठाया गया है. 

हालांकि, पुलिस ने कहा कि नोटिस का केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध से कोई लेना-देना नहीं है. 

सिकंदरपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ बाल मुकुंद मिश्रा ने कहा, 'बलिया के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र में 220 ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस दिया गया है। नोटिस में यह उल्लेख किया गया है कि ट्रैक्टरों का इस्तेमाल सार्वजनिक सड़कों पर व्यावसायिक काम के लिए किया गया था, और नाबालिग उन्हें चला रहे थे। इसके परिणामस्वरूप सड़क दुर्घटनाएं हुईं. अवैध खनन में भी ट्रैक्टरों का इस्तेमाल किया गया था.' 

13:20 February 01

गृह मंत्रालय ने दिल्ली और हरियाणा की सीमा सिंघु, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर 2 फरवरी के 11 बजे रात तक तक इंटरनेट के अस्थायी निलंबन की घोषणा की है.

12:35 February 01

बीकेयू की ओर से बैठक का आयोजन

बीकेयू की ओर से बैठक का आयोजन

धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में भारतीय किसान यूनियन की ओर से बैठक का आयोजन किया गया. बैठक के दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश बैंस ने केंद्र सरकार पर आंदोलन को दबाने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस फंडिंग के बारे में सरकार बात कर रही है, उस फंडिंग की जांच करवाई जाए.

उन्होंने कहा कि गांव के लोग अपने अपने निजी खर्चे कम करके किसानों की मदद कर रहे हैं. इसके अलावा छोटे बच्चे भी अपनी गुल्लकें तोड़कर किसानों को पैसा भेज रहे हैं. साथ ही उन्होंने बॉर्डर पर किसानों के साथ ही मारपीट पर कहा कि जिन लोगों ने मारपीट की है वो ग्रामीण नहीं बल्कि बीजेपी के आदमी थे. 

इसके आगे राकेश बैंस ने कहा कि अब किसान सरकार के बातों को समझ चुका है और आंदोलन बड़ी मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि ये आंदोलन रुकने वाला नहीं है.

12:33 February 01

किसानों ने बुलाई महापंचायत

किसानों ने महापंचायत बुलाई

आंदोलन को मजबूत करने के लिए किसानों ने महापंचायत बुलाई है. किसान नेता विकास बलाही ने बताया कि 2 फरवरी को सुबह 10 बजे कुरुक्षेत्र में किसानों की बड़ी महापंचायत होगी. जिसमें दिल्ली समेत कई जगह चल रहे आंदोलन को बल देने की रणनीति बनाई जाएगी.

उन्होंने बताया कि महापंचायत के बाद किसानों द्वारा फ्लैग मार्च भी निकाला जाएगा, जोकि कुरुक्षेत्र थीम पार्क से शुरू होकर पिपली तक जाएगी. किसान ट्रैक्टर ट्रॉली-बाइकों पर सवार होकर हाथों में तिरंगा लेकर अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए सरकार को चेतावनी देंगे. 

महापंचायत को लेकर गांव-गांव जाकर लोगों को इस महापंचायत का न्योता दिया जा रहा है. विकास बलाही ग्रामीण क्षेत्र से हैं और किसान परिवार से हैं. बीते दिनों 26 तारीख को ट्रैक्टर परेड में भी सैकड़ों साथियों के साथ विकास पहुंचे थे.

10:46 February 01

सांसद काले कपड़े पहनकर पहुंचे संसद

सांसद काले कपड़े पहनकर पहुंचे संसद

कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल और गुरजीत सिंह औजला कृषि कानूनों के प्रति अपना विरोध व्यक्त करने के लिए संसद में काले कपड़े पहनकर पहुंचे. 

06:59 February 01

आंदोलन जारी रहेगा : टिकैत 

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बोले कि जब तक सरकार बात नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा. विपक्ष यहां पर वोट तलाशने नहीं आए. विपक्ष यहां हमदर्दी के लिए आता है। हम कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. 

06:48 February 01

किसान आंदोलन लाइव

नई दिल्ली : दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर क्षेत्र में किसानों के विरोध प्रदर्शन को फिर से गति तब मिल गई, जब भीड़ और पुलिस की तैनाती दोनों में तेजी आ गई. गणतंत्र दिवस पर हिंसा से पहले जो विरोध शुरू हुआ था, उसे फिर से शुरू करने के लिए भीड़ एक उत्प्रेरक के रूप में काम कर रही है. 

भारत किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश सदस्य पवन खटाना ने कहा, 28 जनवरी की रात से पहले लगभग 2,000-3,000 लोग थे, जो अब बढ़कर 10,000 से अधिक हो गए हैं. 

खटाना ने आगे जोर देकर कहा कि अधिक से अधिक लोग अब महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों से विरोध स्थल की ओर जा रहे हैं. 

इंटरनेट को निलंबित करने, कर्मियों की तैनाती बढ़ाने और कड़ी सतर्कता सहित साइट पर पुलिस और प्रशासन द्वारा विभिन्न निवारक उपाय किए गए हैं. 

प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश से रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेड्स की मल्टीट्यूड भी जोड़ी है. बीकेयू के एक अन्य नेता विनोद मानोटा ने कहा, उन्होंने हमें रोकने के लिए कई स्थानों पर 10 से अधिक बैरिकेड्स स्थापित किए हैं. 

उन्होंने कहा, पहले आंदोलन में आसानी थी. यहां तक कि पुलिस भी हमारे पक्ष में आती थी. 28 तारीख के बाद, विरोध स्थल पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. 

दूसरे सबसे बड़े विरोध स्थल पर यह आंदोलन 67वें दिन में प्रवेश कर गया है. हजारों किसानों को राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए और 'जय किसान, जय जवान' के नारे लगाते देखे जा सकते थे. 

आईएएनएस से बात करते हुए, बीकेयू के प्रमुख नेता राकेश टिकैत ने कहा, हम दबाव में समझौता नहीं करेंगे. एक बार हमारे किसान भाइयों को रिहा कर दिया जाएगा और चीजों को सुव्यवस्थित किया जाएगा, हम सरकार से बात करेंगे. 

Last Updated :Feb 1, 2021, 8:29 PM IST
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