तिरुवनंतपुरम: पुलिस आयुक्त नागराजू ने ईटीवी भारत को बताया कि वीएससी परीक्षा धोखाधड़ी मामले में केंद्र सरकार के अधिकारी भी शामिल थे (VSSC Exam Cheating Case). मामले में अब तक दस लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार किए गए दस लोगों में से एक सेना का क्लर्क है. गिरफ्तार किए गए दस लोगों के मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच के बाद पुलिस ने मामले में शामिल तीन और लोगों की पहचान की.
इनमें से दो डीआरडीओ अधिकारी हैं. वे अब फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. हरियाणा में जांच कर रही पुलिस की विशेष जांच टीम अब केरल लौट आई है. अकेले हरियाणा से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया.
आरोपी मूल अभ्यर्थियों के नाम का इस्तेमाल कर लिखित परीक्षा में नकल करा रहे थे. कमिश्नर ने यह भी स्पष्ट किया कि वास्तविक अभ्यर्थियों से भी पूछताछ की जायेगी. पुलिस को जानकारी मिली है कि इस ग्रुप ने इसरो के वीएसएससी परीक्षा घोटाले जैसे कई घोटालों को अंजाम दिया है.
इसरो परीक्षा के दौरान हाईटेक नकल; घटना 20 अगस्त को हुई थी. उस दिन हरियाणा के दो मूल निवासियों को गिरफ्तार किया गया था. त्रिवेन्द्रम संग्रहालय पुलिस ने हरियाणा के मूल निवासी सुमित कुमार और सुनील के खिलाफ मामला दर्ज किया था. यह घटना रविवार (20 अगस्त) सुबह 10 बजे वीएसएससी (विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर) के लिए भर्ती परीक्षा के दौरान हुई.
पुलिस ने त्रिवेंद्रम के कॉटनहिल स्कूल और पट्टम स्कूल में परीक्षा देने वालों को गिरफ्तार किया. विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में तकनीकी कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा के दौरान हेडसेट और मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर नकल कराने की कोशिश की गई.
दोनों युवकों ने कथित तौर पर मोबाइल फोन से प्रश्नपत्र की तस्वीरें खींची और उन्हें दोस्तों को भेज दिया. अपने फोन को बेल्ट पर रखा और फोन के स्क्रीन व्यूअर के माध्यम से हरियाणा में अपने दोस्तों को प्रश्न भेजे. इसके बाद उन्हें ब्लूटूथ इयरपीस के माध्यम से उत्तर प्राप्त हुए.
पुलिस को सूचना मिली कि परीक्षा के दौरान नकल हो रही है, जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। प्लस टू योग्यता वाली परीक्षा में नकल कराने का प्रयास किया गया। सुनील ने 79 अंकों के उत्तर लिखे और सुमित ने 25 से अधिक उत्तर लिखे.