रायपुर : सट्टा का कारोबार सिर्फ जबलपुर ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश में फैला है. जिसका पूरा श्रेय सतीश सनपाल को जाता है.वो भले ही पुलिस गिरफ्त से कोसों दूर है.लेकिन दुबई में बैठे-बैठे भी वह अरबों के बोगस ट्रांजेक्शन को करने में सक्षम है.आज भी पुलिस सतीश सनपाल तक पहुंचने के लिए एक एक कड़ी को जोड़ रही है. सतीश ने 13 बोगस कंपनियों के जरिए 1000 करोड़ की रकम का हेरफेर किया. अरबों की रकम बाहरी देशों में ट्रांसफर कर दी गई. मामला सामने आने पर सतीश सनपाल ,उनके चाचा समेत कुल 5 आरोपियों पर पुलिस ने अब तक FIR दर्ज कर ली है.
कौन है सतीश सनपाल : मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लग्जरी लाइफ स्टाइल जीने का शौकीन सतीश सनपाल खुद को वीआई क्लब का मालिक बताता है. करीब 3 से 4 साल के अंतराल में सट्टा और हवाला से जुड़े कई मामलों में इसके तार सतीश सनपाल से जुड़ चुके हैं. लेकिन आज तक वो पुलिस रडार से बाहर है. जिसे लेकर जिला पुलिस ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया है. लेकिन अभी तक सतीश सनपाल तक कोई नहीं पहुंच सका है.
परिवार के नाम खोले अकाउंट्स : सतीश सनपाल ने पिता रामचन्द्र सनपाल, मां सीता सनपाल और पत्नी सोनिया सनपाल के नाम से एक नहीं बल्कि पांच फर्मे खोल रखीं थीं.एसआईटी ने सतीश की मां, पिता और पत्नी के नाम पर बनाई गई सभी फर्मों के बैंक एकाउंट्स की जांच शुरु की है, ताकि यह खुलासा हो सके कि आखिरकार सतीश ने क्रिकेट सट्टे में कितनी रकम कमाई. एसआईटी के मुताबिक बोगस कम्पनियों से परिजनों के नाम पर खुली फर्मो में आने वाली रकम को सतीश सनपाल प्रॉपर्टी में इनवेस्ट किया.
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कहां कहां मिली संपत्तियां :जबलपुर में ये काम सतीश का सबसे करीबी माने जाने वाला फूटाताल निवासी आजम करता था. जांच के दौरान अब तक सतीश की विजय नगर, तिलवारा, भेड़ाघाट, अनंततारा, समेत कटनी और छतरपुर में भी संपत्तियों का पता चला है. जिनके दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं.इन संपत्तियों को अटैच करने के बाद पुलिस जल्द ही सतीश तक पहुंचने का दावा कर रही है. जबलपुर में सतीश सनपाल की संपत्ति के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है.