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RSS के जवाब पर कांग्रेस ने सौंपा लिखित निमंत्रण पत्र

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Published : Sep 12, 2022, 4:14 PM IST

Updated : Sep 12, 2022, 10:07 PM IST

सीएम भूपेश बघेल ने आरएसएस की बैठक से पहले सार्वजनिक तौर पर संघ प्रमुख को चंदखुरी में बने माता कौशिल्या मंदिर और प्रदेश के गौठानों में आने का निमंत्रण दिया था.लेकिन ऐसे किसी भी न्यौते के बारे में आरएसएस ने जानकारी नहीं होना कहा. जिसके बाद सीएम भूपेश ने पलटवार करते हुए कहा कि ''मैंने सार्वजनिक तौर पर उन्हें बुलाया था, अब इसके लिए क्या अलग से पर्चे छपवाने पड़ेंगे.'' इसके बाद शाम में कांग्रेस ने जैनम मानस भवन पहुंचकर संघ के पदाधिकारियों को लिखित निमंत्र सौंपा है.

सीएम ने नहीं भेजा निमंत्रण, RSS के जवाब पर भूपेश का पलटवार
सीएम ने नहीं भेजा निमंत्रण, RSS के जवाब पर भूपेश का पलटवार

रायपुर : रायपुर में आरएसएस की तीन दिवसीय बैठक संपन्न हो (rss raipur meeting ) गई. संघ के सह सरकार्यवाह डॉ मनमोहन वैद्य ने कहा "आरएसएस की बैठक सभी संगठनों से मिलकर अपने अनुभव साझा करने की होती है. निर्णय लेने वाले विषय नहीं होते हैं. सभी संगठन अपने आप में स्वतंत्र है. ऐसे संघ का मानना है. संगठन में जो नए लोग जुड़ते हैं उनके साथ अपने संगठन के विषयों और तमाम मुद्दों पर अपने अनुभव साझा करने के लिए या बैठक आयोजित की जाती (sangh denies receiving invitation of cm bhupesh ) है. "

मुख्यमंत्री ने हमें कोई इनविटेशन नहीं भेजा : आरएसएस की बैठक से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संघ के पदाधिकारियों को कौशल्या मंदिर में आने की बात कही थी. इस पर संघ के सह सरकार्यवाह डॉ मनमोहन वैद्य ने कहा " हमें इसकी सूचना नहीं है मुख्यमंत्री ने हमें कोई इनविटेशन नहीं भेजा है."

कांग्रेस ने RSS को दिया आमंत्रण : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया के माध्यम से गौठान एवं माता कौशल्या मंदिर के दर्शन करने मोहन भागवत को आमंत्रित किया था. जिसको देखते हुए शहर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि मंडल शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे के नेतृत्व में जैन मानस भवन पहुंचकर संघ प्रमुख मोहन भागवत को आमंत्रण दिया गया.संघ की बैठक होने के कारण संघ के पदाधिकारी ने आमंत्रण को स्वीकार किया.

यह रहा आमंत्रण पत्र : छत्तीसगढ़ सरकार की सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित और समृद्ध करने की दिशा में सतत क्रियाशील है. सदियों से उपेक्षित राम वन गमन पथ के आने वाले छत्तीसगढ़ के सभी स्थानों की पहचान करके उनके जीर्णोद्धार प्रतिस्थापन और उन्हें जन आस्था के केंद्रों के रूप में विकसित करने का भागीरथ प्रयास छत्तीसगढ़ की सरकार द्वारा किया गया है. भगवान राम हमारी छत्तीसगढ़िया संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है. माता कौशल्या छत्तीसगढ़ महतारी की दुलारी बेटी है. भगवान राम को हम भांचा राम मानते हैं. भांजे को राम सम्मान देना हमारी संस्कृति में रचा बसा है. हमारे राम जन जन के राम हैं. वंचितों के पीड़ितों के कमजोर वर्ग के शक्ति स्रोत राम हैं. रामजी के प्रति आदरांजली अर्पित करने के लिए चंदखुरी सबसे उत्तम स्थान हो सकता है. जहां माता कौशल्या का प्राचीन मंदिर है. वहीं वैद्य राज्य सूची इनके भी इसी क्षेत्र में होने की मान्यता सदियों पुरानी है. शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को आमंत्रित किया और कहा कि ''माता कौशल्या के मंदिर दर्शन का सौभाग्य अवश्य प्राप्त करें.''

सीएम भूपेश ने किया था पलटवार : भूपेश बघेल ने आरएसएस को कौशल्या माता मंदिर घूमने को लेकर कहा कि " हमने तो सार्वजनिक रूप से कहा है निमंत्रण के लिए, क्या पर्चा बाटना पड़ेगा. अगर कौशल्या माता मंदिर में कोई कार्यक्रम होता तो हम निमंत्रण देते. आप छत्तीसगढ़ आए हैं, रायपुर आए हैं तो कौशल्या माता मंदिर जाकर दर्शन करिए. इसके लिए कोई निमंत्रण पत्र छपवाया जाता है. स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल चल रहा है, उसका उद्घाटन करने के लिए नहीं बुला रहा हूं , गौठान चल रहा है उसका उद्घाटन करने के लिए नहीं बुलाया हूं. देखने के लिए बुला रहा हूं उसके लिए निमंत्रण पत्र नहीं होता (cm bhupesh attacks on rss ) है.''Raipur latest news

Last Updated : Sep 12, 2022, 10:07 PM IST
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