रायपुर : रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर दिवंगत पंचायत शिक्षक की विधवा और उनके परिजन अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर पिछले 1 महीने से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. बावजूद इसके सरकार का कोई भी नुमाइंदा उनकी खोज खबर लेने अब तक नहीं पहुंचा है. प्रदर्शनकारी अलग-अलग तरीके से सरकार को जगाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन सरकार की तरफ से अब तक कोई सार्थक पहल नहीं हुई है. जिसके कारण मजबूरन सड़क पर उतरकर अनुकंपा संघ को अपनी लड़ाई लड़नी पड़ रही है.(Demonstrators have financial crisis in raipur )
आर्थिक तंगी से गुजर रहे आंदोलनकर्मी : दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ की प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृगे ने बताया कि "प्रदर्शन के शुरुआती दिनों में प्रदर्शनकारियों ने अपने-अपने घरों से राशन लेकर आए थे. सब्जी के लिए पैसा कलेक्शन करते थे. लेकिन अब पैसे भी खत्म हो चुके हैं. प्रदर्शनकारी केवल भगवान भरोसे प्रदर्शन स्थल पर डटे हुए हैं. ऐसे में कुछ राहगीर दान पेटी में कुछ रुपए पैसे डालकर जा रहे हैं. आश्रम से अनाज की व्यवस्था हो रही है. प्रदर्शनकारियों की आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन बद से बदतर होती जा रही है. ठंड के मौसम को देखते हुए टेंट वाले ने अपना टेंट भी नि:शुल्क में इन प्रदर्शनकारियों के लिए लगा दिया है. जिससे इन प्रदर्शनकारियों को ठंड से थोड़ी राहत मिल सके. प्रदर्शनकारियों के भूख हड़ताल और अनशन की वजह से इनका एक समय का भोजन भी बच रहा है." (movement of late panchayat teachers anukampa association in raipur)
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खुले आसमान के नीचे कर रहे थे संघर्ष : दिवंगत पंचायत शिक्षक के परिजन प्रमोद चौबे ने बताया कि "पिछले 1 महीने से अनिश्चितकालीन प्रदर्शन पर 24 घंटे खुले आसमान के नीचे रहना पड़ता है. उन्होंने बताया कि मुखिया के निधन हो जाने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति बदहाल हो चुकी है, और आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं. प्रदर्शनकारी अगर अपना घर भी जाना चाहते हैं, तो राशि के अभाव में घर जाने के लिए भी कई बार सोचना पड़ता है, कि आखिर बिना पैसे के घर जाएं तो कैसे जाएं. किसी तरह घर चले भी जाते हैं, तो वापस प्रदर्शन स्थल पर कैसे पहुंचेंगे. इसको लेकर भी मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं."raipur latest news