रायपुर: छत्तीसगढ़ी फिल्म वैदेही आधुनिक युग में महिलाओं द्वारा किये जा रहे संघर्ष पर आधारित है. फ़िल्म की लीड एक्ट्रेस काजल सोनबेर ने पत्रकारिता के क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एमएससी किया है. फिल्मों में आने के पहले ही काजल को कैमरा फियर नहीं था. एक लोकल यूट्यूब चैनल में साल भर एंकरिंग की जॉब भी की है. 1 साल कैमरा फेस करने का फायदा मिला और इनका कैमरा फियर खत्म हो गया. फिर फिल्मों की शूटिंग में ज्यादा परेशानी नहीं हुई.
सवाल: पत्रकारिता की पढ़ाई करके अचानक एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम करने के पीछे की वजह?
जवाब: पत्रकारिता के क्षेत्र में मैंने सालों काम किया है. पत्रकारों का 9 से 5 का रूटिन होता है. वह मुझे अच्छा नहीं लगा. मैंने सोचा कि चलो अगर टीवी में ही दिखना है तो संस्कृति के क्षेत्र में जाकर यदि मैं टीवी में दिखूं, तो भी मैं लोगों की नजरों में आऊंगी. इसलिए मेरा रुझान छॉलीवुड की ओर बढ़ा.
सवाल: पत्रकारिता और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में क्या फर्क नजर आया?
जवाब: पत्रकारिता में एंकर को केवल देख कर पढ़ना पड़ता है, लेकिन जहां एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की बात किया जाए, तो वहां डायलॉग सीखने पड़ते हैं, रटने पड़ते हैं. डायलॉग को कैसे बोलना है? कैसे याद करना है? किस तरह की स्पीच देनी है? कैसे ग्राफ को ऊपर नीचे करना है? फेस एक्सप्रेशन सही है या नहीं? तो ऑल ओवर काफी सारी चीजें है. जैसे मैं अभी बात कर रही हूं, वैसे बोलना अलग है. इसी तरह एक्टिंग करते हुए डायलॉग बोलना काफी अलग होता है. दोनों चीजों को कंपेयर नहीं कर सकते.
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सवाल: आपकी आने वाली फिल्म वैदेही के बारे में बताइए?
जवाब: यह नारी प्रधान फिल्म है. नारी के त्याग और सम्मान को लेकर हम इस फिल्म को प्रेजेंट कर रहे है. इस फिल्म का मेकिंग स्तर बॉलीवुड की तरह रखा गया है.
सवाल: वैदेही फिल्म में महिलाओं के किन संघर्ष को दिखाया गया?
जवाब: सीता माता का जो त्याग और समर्पण था, उस स्तर पर तो नहीं, लेकिन आधुनिक युग में जो महिलाएं त्याग और समर्पण कर रही हैं, उन बातों को हमने फिल्मों में दिखाया है.
सवाल: इस फिल्म की शूटिंग के वक्त आपको किस तरह की परेशानियों का सामना करना?
जवाब: फिल्म की शूटिंग के दौरान वैसे तो बहुत दिक्कत होती है. लेकिन इस प्रोडक्शन में मुझे किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई. शुरू से लेकर लास्ट तक सारी सुविधाएं मिली.
सवाल: आपको पत्रकारिता जगत और बॉलीवुड में कौन ज्यादा बेहतर लगता है?
जवाब: मुझे छॉलीवुड इंडस्ट्री ज्यादा अच्छी लगती है. मैं पत्रकारिता के क्षेत्र में केवल 1 साल रही हूं और छॉलीवुड में मुझे 3 साल होने को आ रहे हैं.