ETV Bharat / state

कोरिया का अमृतधारा जलप्रपात पर्यटकों की बना पहली पसंद, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र से पहुंच रहे लोग

author img

By

Published : Jul 31, 2021, 7:15 AM IST

Updated : Jul 31, 2021, 3:39 PM IST

Amritdhara Falls
अमृतधारा जलप्रपात

कोरिया जिले के अमृतधारा जलप्रपात को देखने प्रदेश के अलावा पड़ोसी राज्यों से भी लोग पहुंच रहे हैं. 90 फीट ऊपर से गिरती हुई जल की बनी दूधिया बूंदे पर्यटकों का मन मोह लेती हैं. यहीं वजह है कि इन दिनों काफी सैलानी यहां पहुंच रहे हैं और इसकी खूबसूरती का मजा ले रहे हैं.

कोरिया: जिले का अमृतधारा जलप्रपात (Amritdhara Falls) पर्यटक के रूप में अपनी राष्ट्रीय पहचान बना चुका है. लोग कोरिया जिले का अध्ययन करते हैं तो सबसे पहले जेहन में जिले के सुप्रसिद्ध अमृतधारा जलप्रपात का नाम याद याद आता है. अब लोग यू ट्यूब व ऑनलाइन सर्च कर अमृतधारा पर्यटन स्थल पहुंच रहे हैं. बारिश के दिनों में इसकी खूबसूरती देखकर पर्यटक भी काफी खुश है. हालांकि उनका मानना है कि इस स्थल में कुछ सुविधाएं होना जरूरी है. जिससे दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों को यहां आने पर पीने के पानी, बारिश से बचने के लिए शेड होने पर परेशान होना नहीं पड़ेगा.

अमृतधारा जलप्रपात

छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 43 और नागपुर ग्राम पंचायत से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है अमृतधारा जलप्रपात. यह झरना छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े और खूबसूरत जलप्रपात (beautiful waterfalls of chhattisgarh) में से एक है. इस झरने की ऊंचाई 90 फीट है. इस झरने के आसपास स्थित घने जंगल इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं. झरने के आसपास बैठने के लिए सीमेंट से कुर्सी बनाई गई है. अगर आपको प्रकृति से लगाव है तो यहां बने कुर्सियों में बैठकर आसपास के जंगल और 90 फीट के ऊंचाई से गिरते अमृतधारा झरना को देखने पर एक अंदरूनी खुशी और सुकून मिलेगा.

अमृतधारा जलप्रपात देखने दूर दूर से पहुंच रहे पर्यटक

इन सबके अलावा अगर आप अपने दोस्तों या फिर परिवार के साथ पिकनिक मनाना चाहते हैं, तब भी यह प्राकृतिक स्थल आपके लिए सबसे अच्छा हो सकता है. यहां पर कई सारे पर्यटक पिकनिक के लिए और अपनों के साथ समय बिताने के लिए आते हैं. जलप्रपात के पास में ही प्राचीन शिव मंदिर हैं. जहां श्रद्धालु जलाभिषेक करने पहुंचते हैं. हर वर्ष कोरिया जिला प्रशासन की तरफ से अमृतधारा महोत्सव आयोजित किया जाता है. इस महोत्सव की शुरुआत कोरिया के राजा रामानुज प्रताप सिंह जूदेव ने साल 1936 में किया था. तब से हर साल यहां महाशिवरात्रि में मेले का आयोजन किया जाता है.

कोरबा में गिदमुड़ी-पतुरियाडांड खदान की भेंट चढ़ेगा 1495 हेक्टेयर हरा भरा वन क्षेत्र

बरसात आते ही अमृतधारा जलप्रपात की प्राकृतिक छटा देखने जन सैलाब उमड़ता है. पिछले कुछ सालों से अमृतधारा पर्यटक स्थल में दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र से भी लोग इस फॉल्स को देखने आ रहे हैं. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधि भी सुविधाएं और सुरक्षा बढ़ाने में लगे हुए हैं. इस साल के अमृतधारा महोत्सव में विधायक गुलाब कमरो ने आवश्यक सुविधाओं को बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए थे.

यहां आने वाले पर्यटक अमृतधारा जलप्रपात की खूबसूरती देखकर काफी खुश हुए. उनका कहना है कि जलप्रपात की खूबसूरती देखते ही बनती है. जलगांव महाराष्ट्र से अपने बेटे के पास घूमने आई एक पर्यटक बताती है कि 'ये जगह काफी खूबसूरत है. लेकिन महिलाओं के लिए शौचालय नहीं है. बारिश आने पर शेड नहीं है जिससे थोड़ी परेशानी होती है'.

पन्ना से आए पर्यटक मयंक यादव बताते हैं कि ' मैं मनेंद्रगढ़ में नौकरी करता हूं. उनके दोस्तों के कहने पर वे अमृतधारा जलप्रपात देखने पहुंचा हूं. ये जलप्रपात काफी खूबसूरत हैं. बहुत अच्छा लग रहा है. यहां पीने के पानी की कमी है. रात को बेरिकेडिंग होनी चाहिए'.

सतना से आए एक पर्यटक बताते हैं कि 'यू ट्यूब के जरिए उन्हें इस जगह के बारे में पता चला. छत्तीसगढ़ के पर्यटकस्थल के बारे में जानकारी लेने पर उन्हें अमृतधारा जलप्रपात के बारे में जानकारी मिली. इसके बाद इसे देखने का मन बनाया. काफी सुंदर जगह है. बहुत ही रमणीयस्थल है. बारिश के लिए शेड होने पर पर्यटकों को और सुविधाएं मिल सकेगी.

Last Updated :Jul 31, 2021, 3:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.