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खाकी पर दाग! छवि चमकाने के प्रयास हो रहे नाकाम, DSP से लेकर आरक्षक पर लगे उगाही के आरोप

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Published : Dec 1, 2021, 10:20 AM IST

Updated : Dec 1, 2021, 11:30 AM IST

इन दिनों कोरबा पुलिस की छवि (Image of Korba Police) और कार्यप्रणाली को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. ट्रकों से वसूली से लेकर झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर उगाही का मामला किसी से छुपा नहीं है. जानिए इन सभी घटनाक्रम पर बिलासपुर रेंज के आईजी रतनलाल डांगी ने क्या कहा?

Accusations of extortion on Korba police
खाकी पर दाग!

कोरबा: पुलिस कप्तान अपनी साफ-सुथरी छवि को लेकर बेहद सजग हैं. जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए जनदर्शन के आयोजन से लेकर सोशल पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए खाकी के रंग स्कूल के संग जैसे कार्यक्रमों की शुरुआत हुई. उच्चाधिकारियों के इन प्रयासों को पुलिस महकमे के ही निचले स्तर के कर्मचारी बट्टा लगा रहे हैं. हाल फिलहाल में पुलिस पर उगाही के गंभीर आरोप लगे हैं. जांच के आदेश भी दिए गए लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. एसपी, शिक्षकों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करते हैं, तो दूसरी तरफ उनके अधीन कार्यरत सब इंस्पेक्टर पर एक शिक्षक परिवार से 2 लाख रुपये की मांग कर हत्या के मामले में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाता है. हाल ही में कोरबा दौरे पर पहुंचे आईजी ने कहा है कि उगाही के मामलों की निष्पक्ष जांच होगी. इसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी.

दोनों पक्षों को सुनने के बाद होगी कार्रवाईः IG

वहीं पुलिस की छवि को लेकर बिलासपुर रेंज के आईजी रतनलाल डांगी (IG Ratanlal Dangi of Bilaspur Range) ने कहा कि पुलिस दोनों ही पक्षों की बात को सुनेंगे और उसके बाद ही किसी भी प्रकार का एक्शन लिया जाएगा.

कोरबा पहुंचे IG रतनलाल डांगी, जनता दरबार में सुनी लोगों की समस्याएं

हाल फिलहाल में सामने आए इस तरह के मामले

केस-1

बीते 1 अक्टूबर को कोयलांचल क्षेत्र दीपका के ट्रक मालिक ने ट्रक को जबरन रुकवा कर प्रति ट्रक 500 रुपये, अवैध तौर पर महीना बांधने का आरोप ट्रैफिक डीएसपी शिवचरण सिंह परिहार पर लगा था. अगले ही दिन एसपी ने जांच बिठाई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा को जांच अधिकारी बनाया और 7 दिन के अंदर ही जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा. लेकिन अब मामला ठंडे बस्ते में है. जबकि इसमें ट्रक मालिकों ने एसपी से लिखित शिकायत भी की है. जिसमें कहा गया है कि वह ट्रैफिक पुलिस की कार्यशैली से बेहद त्रस्त हैं.

Track
ट्रक

केस- 2

उरगा थाना क्षेत्र में रहने वाले शिक्षक उत्तरा टंडन पुलिस की कार्यशैली से इतने नाउम्मीद हो गए कि उन्हें 20 नवंबर को प्रेसवार्ता का आयोजन करना पड़ा. जहां शिक्षक टंडन ने यह बताया कि 2 वर्ष पहले उनकी बेटी की शादी के दौरान एक युवक डांस करते हुए गश्त खाकर गिरा फिर उसकी मौत हो गई. इस मामले में उनके बेटे को हत्या का आरोपी बनाए जाने की धमकी दी जा रही है. जिसके लिए उरगा थाने में मौजूद सब इंस्पेक्टर आरएल डहरिया द्वारा बेटे का नाम इस मामले से हटाने के लिए 4 लाख रुपये की मांग की गई. बाद में कहा कि 2 लाख रुपये देने होंगे.

शिक्षक ने कहा कि उनका पूरा परिवार, मानसिक प्रताड़ना की स्थिति से गुजर रहा है. शिकायत के बाद जब प्रेस वार्ता हुई. तब हड़कंप मचा तब एसपी ने सब इंस्पेक्टर डहरिया को तत्काल लाइन अटैच किया और सीएसपी को जांच अधिकारी बनाया. फिलहाल यह मामला भी जांच के दायरे में है और ठोस कार्रवाई का इंतजार है.

केस- 3

दीपका थाना क्षेत्र के एसईसीएल आवासीय कॉलोनी ऊर्जा नगर के निवासी रविंद्र सिंह, ने एसपी से शिकायत की थी. जिसमें उन्होंने कहा कि बलगी के पास एक साइकिल सवार के साथ उनकी भिड़ंत हुई थी. दुर्घटना में कोई खास चोट भी नहीं आई थी, लेकिन अगले दिन इस मामले की शिकायत हो गई. जिसके बाद दीपका थाने में दुर्घटना के मामले में उन्हें आरोपी बना दिया गया. जिसके बाद दुर्घटना के एवज में न्यायालय में कार और दस्तावेज पेश करने के नाम पर 15 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप हवलदार संजय यादव पर लगा है. इसका एक वीडियो फुटेज भी जारी किया गया था. जिसमें संजय यादव साफ तौर पर पैसों की मांग करते हुए दिख रहा है. इस मामले की जांच सीएसपी दर्री लितेश सिंह कर रही हैं. जानकारी यह भी है कि जांच पूरी हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

कैसे सुधरेगी छवि?

पुलिस विभाग के उच्च स्तर के अधिकारी अक्सर सोशल पुलिस इन पर जोर देते हैं. समाज में पुलिस की छवि अच्छी बने. इसके लिए कई प्रयास होते रहते हैं लेकिन उनके ही महकमे के कर्मचारी उनके इस प्रयासों पर पानी फेरते रहते हैं. जनता में आम राय बन जाती है कि पुलिस थाने पहुंचने के बाद उन्हें आसानी से जाने नहीं दिया जाएगा. फिर चाहे वह प्रार्थी हों या आरोपी. उन्हें कुछ ना कुछ इंतजाम तो करना ही होगा. उगाही के ऐसे मामलों से जनता में फैली आमराय को और भी प्रबलता मिलती है. हत्या के मामलों का भी नहीं हुआ खुलासा पुलिस पर उगाही के आरोप के साथ हैं.

SP Office
एसपी ऑफिस

अनसुलझे हैं कई मामले

बीते कुछ महीनों के अंदर हत्या के मामलों का भी खुलासा नहीं हुआ है. कोतवाली थाना क्षेत्र में संजय नगर में हलवाई की रक्तरंजित लाश हो या फिर रामपुर चौकी क्षेत्र अंतर्गत अटल आवास में महिला की लाश का संदिग्ध हालत में मिलना इनके राज भी अनसुलझे हैं. इसके अलावा इमलीडुग्गू के समीप नहर में बहकर आई युवक की लाश में भी 302 का अपराध कायम किया जा चुका है. इसी तरह राजगामार चौकी क्षेत्र में भी एक युवक की लाश संदिग्ध अवस्था में मिली थी. यह मामला भी अब तक सुलझाया नहीं जा सका है. इन मामलों को सुलझाना भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.

गोली चली!

कट्टा अड़ाया और लूट भी 2 दिन पहले कोयलांचल क्षेत्र कुसमुंडा में एक युवक पर गोली दागने की वारदात भी सामने आई थी. हालांकि गोली चली थी या नहीं इस बात की पुष्टि अभी नहीं हुई है. इस मामले में डीजल चोर गिरोह के मध्य वर्चस्व की जंग होने की बात सामने आई. पीड़ित युवक ने जांघ में गोली लगने की बात कही थी. यह वारदात कुसमुंडा के पेट्रोल पंप में घटी थी. जिस पर पुलिस ने अपराध दर्ज किया है. इसके अलावा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र उरगा थाना की उमरेली में शराबियों ने शराब दुकान में ही कट्टा और चाकू बढ़ाकर 90 हजार रुपये की लूट कर ली थी. कोरबा शहर के बीचोबीच पॉवर हाउस रोड स्थित ज्वेलर्स को एक युवक ने सर पर हथोड़ा मार कर घायल कर दिया था. आरोपी युवक ने सराफा व्यवसाई को 8 बार हथौड़ा मार कर गंभीर चोट पहुंचाई थी. इन मामलों से कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, जिनके आरोपी अभी भी पुलिस के चंगुल से बाहर हैं.

Last Updated :Dec 1, 2021, 11:30 AM IST
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