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बेमौसम बारिश ने किसानों का दिवाली से पहले निकाला दिवाला

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Published : Oct 22, 2019, 11:54 PM IST

Updated : Oct 23, 2019, 12:06 AM IST

बेमौसम बारिश से फसल बर्बाद

लगातार हुई बारिश ने किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. बारिश ने खेतों में पककर तैयार खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया है. ऐसे में किसान क्षतिपूर्ति देने की मांग शासन से कर रहे है.

धमतरी: धमतरी सूबे का वो ईलाका है जो बारह महीने हरियाली की चादर ओढ़े रहता है. पर मौजूदा वक्त में इलाके के ज्यादातर गांवों में फसल पूरी तरह चौपट हो गया है. इस साल पर्याप्त बारिश होने के कारण क्षेत्र के किसान भरपूर पैदावार होने की उम्मीद लगाये बैठे थे. उन्हें उम्मीद थी कि इस बार दीवाली उन्हीं की रहेग लेकिन बारिश ने उनका दिवाला ही निकाल दिया. खासतौर पर उन किसानों के लिए यह बड़ा झटका है जिन्होंने जमीन रेगहा और कर्ज लेकर खरीफ फसल ली है.

बेमौसम बारिश से फसल बर्बाद

लगातार बारिश से फसलों का नुकसान
बम्पर पैदावार से किसानो की के चेहरे खिल उठे थे. उनकी खुशियो का कोई ठिकाना नही था. पर अचानक मौसम के करवट बदलते ही उनकी उम्मीदों पर मानो डाका पड़ गया. पिछले दिनो हुई लगातार बारिश से खड़ी फसलो को काफी नुकसान पहुंचा है. पक चुके दाने कीचड़ मे समा गए. बेमौसम बरसात ने कीटप्रकोप का भी खतरा बढ़ा दिया है. जो सीधे-सीधे किसानो की कमाई पर हमले से कम नहीं. किसान मायूस है किसानों की माने तो कूदरत के इस कहर ने उन्हे कही का नही छोड़ा.

5 से 6 हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद होने का अनुमान
जिलें में पिछले दो साल से मानसून लौटने के बाद धान कटाई के समय बेमौसम बारिश हो रही है. इस साल भी फसल कटाई से ठीक पहले ये सिलसिला शुरू हो गया. जिससे किसानों में अब मायूसी देखी जा रही है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में इस साल तकरीबन 1 लाख 45 हेक्टेयर में धान और दलहन तिलहन की फसल लगाई गई है. बैमौसम हुई इस बारिश में करीब 5 से 6 हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद होने का अनुमान है. इसे देखते हुए कृषि महकमा मैदानी सर्वे कर प्रकरण तैयार करने में जुटा है. बताया जा रहा है रिपोर्ट तैयार होने के बाद किसानो को क्षतिपूर्ति के लिए बीमा का फायदा दिलाया जाएगा.

हर संभव मदद करेंगे: मंत्री लखमा
फसलो को जो नुकसान हुआ है उससे प्रशासन भी वाकिफ है. जिले के प्रभारी मंत्री ने सरकार की ओर से किसानों को हरसंभव मदद दिलाने की बात कही है. बहरहाल त्यौहार के ठीक पहले इस बेमौसम बरसात ने किसानो के सामने अंधेरा छा गया है. उनकी उम्मीदे दम तोड़ने लगी हैं. ऐसे मे हुकूमत और अमले को मदद के लिए आगे आना होगा तभी उनकी तकलीफ दूर होगी.

Intro:धमतरी में लगातार हुई बारिश ने किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है.बारिश ने खेतों में पककर तैयार खड़ी फसलों को बर्बादी कर दिया है तो वही इस बारिश से फसलों में कई प्रकार की बीमारियां होने की संभावना बढ़ गई है.ऐसे में किसानों ने क्षतिपूर्ति देने की मांग शासन से कर रहे है.

Body:दरअसल धमतरी सूबे का वो ईलाका है जो बारह महीने हरियाली की चादर ओढे़ रहता है.पर मौजूदा वक्त मे इलाके ज्यादातर गांवों में फसल पूरी तरह चौपट हो गया है जबकि इस वर्ष पर्याप्त मात्रा में बारिश होने के कारण क्षेत्र के किसान भरपूर पैदावार होने की उम्मीद लगाये बैठे थे,उन्हें उम्मीद थी कि इस बार दीवाली उन्हीं की रहेग लेकिन बारिश ने उनका दिवाला ही निकाल दिया. खासतौर पर उन किसानों के लिए यह बड़ा झटका लगा है जिन्होंने जमीन रेगहा और कर्ज लेकर खरीफ फसल ली है.

जिले में हुए बारिश के कारण खेतों में खड़ी पकी फसल में नुकसान की आशंका है.कुछ इलाके में धान जमीन पर बिछ गई है इस कारण इसकी बालियों से धान झड़ने और कटाई मे समस्या होना तय माना जा रहा है.खेतों में फसल लगभग तैयार है जल्दी पकने वाली किस्मों की फसल कटाई शुरू भी हो गई है ऐसे में बारिश ने किसानों की समस्या बढ़ा दी है.

बम्फर पैदावार और धमतरी इलाके के किसानो की बाॅंछे खिल गई थी और उनकी खुशियो का कोई ठिकाना नही था.पर अचानक मौसम के करवट बदलते ही उनकी उम्मीदों पर मानो डाका पड़ गया.लगातार पिछले दिनो हुई तेज बारिश से खडी फसलो को काफी नुकसान पहुँचा है और तकरीबन पक चुके दाने कीचड़ मे समा गए.इस बेमौसम बरसात ने कीटप्रकोप का भी खतरा बढा दिया है जो सीधे सीधे किसानो की गाढ़ी कमाई पर हमले से कम नही.किसान हालात से खासे मायूस है उनकी माने तो इस बार कूदरत के इस कहर ने उन्हे कही का नही छोड़ा.

गौरतलब है कि जिले में पिछले दो साल से मानसून लौटने के बाद धान कटाई के समय बेमौसम बारिश हो रही है.इस साल भी फसल कटाई से ठीक पहले यह सिलसिला शुरू हो गया है जिससे में अब मायूसी देखी जा रही है.सरकारी आंकड़े के मुताबिक जिले में इस साल तकरीबन 1 लाख 45 हेक्टेयर में धान और दलहन तिलहन की फसल ली गई है और इस बेमौसम बारिश में करीब 5 से 6 हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद होने का अनुमान है वही इसे देखते हुए कृषि महकमा मैदानी सर्वे कर प्रकरण तैयार करने में जुटी है.बताया जा रहा है रिपोर्ट तैयार होने के बाद किसानो को क्षतिपूर्ति के लिए बीमा का लाभ दिलाया जाएगा.

वैसे ठीक कटाई के वक्त गिरे पानी से फसलो को जो नुकसान हुआ है उससे प्रशासन भी वाकिफ है और इसके आँकलन की बात कह रहा है तो वही जिले के प्रभारी मंत्री ने सरकार की ओर से किसानों को हरसंभव मदद दिलाने की बात कही है.

Conclusion:बहरहाल त्यौहार के ठीक पहले इस बेमौसम बरसात ने किसानो के सामने अन्धेरा छा गया है और उनकी उम्मीदे दम तोड़ने लगी है ऐसे मे हुकूमत और अमले को मदद के लिए आगे आना होगा तभी उनकी तकलीफ दूर होगी.

बाईट_01 डेमन साहू,किसान
बाईट_02 रूपचंद साहू,किसान
बाईट_03 खोआराम सिन्हा,किसान
बाईट_04 लक्ष्मण साहू,किसान
बाईट_05 योगिता देवांगन,एसडीएम धमतरी
बाईट_06 कवासी लखमा,प्रभारी मंत्री

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी





Last Updated :Oct 23, 2019, 12:06 AM IST
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