रायपुर: राजधानी में चौपाटी निर्माण के खिलाफ पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने एक जनहित याचिका दायर की है. याचिका में रायपुर मास्टर प्लान का उल्लंघन करने का जिक्र किया गया है. याचिका में निर्माणाधीन चौपाटी के पास एजुकेशन हब होने की बात की गई है. इस जगह चौपाटी निर्माण से असामाजिक तत्वों का यहां जमावड़ा होने की बात कही गई है. जिससे बच्चे परेशान होंगे.
कोर्ट ने नोटिस जारी कर मांगा था जवाब: इस मामले में चीफ जस्टिस के डिवीजन बेंच में सोमवार को सुनवाई हुई. पिछले सुनवाई में डिवीजन बेंच ने सुनवाई करते हुए राज्य शासन, स्मार्ट सिटी लिमिटेड, नगर निगम और कलेक्टर रायपुर को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था.
शासन ने भेजा कोर्ट को जवाब: सोमवार को सुनवाई में राज्य शासन ने अपना जवाब पेश किया है. राज्य शासन ने बताया कि याचिकाकर्ता ने जिस जगह पर चौपाटी बनाने का विरोध की बात कही है, वहां चौपाटी निर्माण नहीं किया जा रहा, बल्कि दूसरी जगह पर चौपाटी का निर्माण किया जा रहा है. शासन के जवाब से संतुष्ट होकर कोर्ट ने याचिकाकर्ता पूर्व मंत्री राजेश मूणत को गूगल मैप के दस्तावेज पेश करने को कहा है.
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रायपुर में चौपाटी निर्माण मुद्दे ने रायपुर से दिल्ली तक पकड़ा था तूल: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चौपाटी निर्माण का मुद्दा लगातार तूल पकड़ा. इस मुद्दे पर बीजेपी ने रायपुर से दिल्ली तक विरोध प्रदर्शन किया. केंद्रीय शहरी एवं विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस मुद्दे पर जांच का आश्वासन दिया. केंद्रीय मंत्री के जांच के आश्वासन के बाद वे धरना प्रदर्शन समाप्त किया था.
भाजपा ने कमीशन खोरी का लगाया था आरोप: भाजपा नेता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा था कि "रायपुर शहर में जो स्मार्ट सिटी के नाम पर काम किया गया, वह स्तरहीन काम किए गए, कमीशन खोरी की गई. कमीशन खोरी करने वाले लोगों ने पैसे का दुरुपयोग कैसे किया है. इसे वह जनता के सामने लाएंगे. आने वाले दिनों में एक बड़ा जन आंदोलन रायपुर में खड़ा होगा."