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Eye Flu : उमस भरे मौसम में आई फ्लू का खतरा बढ़ा, जानिए आई फ्लू से कैसे बचें ?

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Published : Jul 22, 2023, 7:16 PM IST

Eye Flu मानसून के शुरुआत में लगातार बारिश नहीं होने की वजह से गर्मी और उमस लोगों को परेशान करती है. ठंडा गरम का मौसम बन जाता है.जिससे टेंपरेचर में उतार-चढ़ाव होने लगता है. जिसका सीधा असर आंखों में पड़ता है. आंखों में जलन, खुजली और रेडनेस की समस्या होती है. जिसे डॉक्टरी भाषा में आई फ्लू कहा जाता है.

ways to prevent eye flu
उमस भरे मौसम में आई फ्लू का खतरा बढ़ा

उमस भरे मौसम में आई फ्लू का खतरा बढ़ा

बिलासपुर : बारिश के मौसम में उमस भरा माहौल होता है.ऐसे में बीमारियां तेजी से फैलती है. ऐसी ही एक बीमारी है आई फ्लू जिसे हम कंजेक्टिवाइटिस के नाम से जानते हैं. ये एक ऐसी बीमारी है जो संक्रमण के कारण एक से दूसरे इंसान तक पहुंचती है. ये बीमारी तब अपने चरम पर होती है जब बारिश के बाद कुछ दिनों तक मौसम सामान्य रहता है.जैसे ही टेंपरेचर 40 डिग्री के आसपास तक पहुंचता,आंखों में समस्या आने लगती है. आंखों में लालिमा के साथ खुजली और चुभन होता है.जो आई फ्लू होने के संकेत हैं.

आई फ्लू से होती है तकलीफ : आई फ्लू या कंजेक्टिवाइटिस काफी तकलीफ देह है. इससे ग्रसित मरीज ना तो ठीक ढंग से सो सकता है और ना ही किसी काम में मन लगता है.लेकिन कुछ उपायों को करके आप और हम इस संक्रमणकारी बीमारी से बच सकते हैं. डॉक्टरों की माने तो इस समस्या से बचने के लिए कुछ उपाय हैं. जिन्हें अपनाकर आई फ्लू की समस्या से बचा जा सकता हैं.

''यदि मौसम में बदलाव हो रहा है तो, दिन में तीन से चार बार आंखों को ठंडे पानी में से धोना चाहिए. यदि घर से बाहर निकल रहे हो तो पर्याप्त पानी पीना चाहिए और धूप से बचने गॉगल लगाकर बाहर निकलना चाहिए. सिर ठंडा रखने के लिए टोपी या कपड़े से सिर को ढंककर रखना चाहिए, इसके अलावा यदि यह समस्या आ भी जाए तो घबराने की बजाए मेडिकल स्टोर में सामान्यत: आई ड्रॉप मिलता है. जिन्हें मेडिकल स्टोर से लेकर आंखों में डालना चाहिए.'' एलसी मंढरिया,नेत्र रोग विशेषज्ञ

यदि इतना करने के बाद भी आंखों को आराम ना मिले तो फिर किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाकर आंखों की जांच करानी चाहिए.यदि इन उपायों को अपनाया जाएगा तो आंखों की समस्या से निजात आसानी से मिल जाता है.


बिलासपुर के मशहूर आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर एलसी मंढरिया के मुताबिक बारिश के मौसम में आने वाले उतार-चढ़ाव में आई फ्लू की समस्या उत्पन्न होती है. गर्मी के दिनों में 40 डिग्री टेंपरेचर से ऊपर होने पर यह समस्या होती है. उसी तरह बारिश में उमस के समय आंखों में संक्रमण पैदा होता है. जिससे आई फ्लू या कंजेक्टिवाइटिस हो जाता है. इससे बचने के काफी आसान तरीके हैं. जिसे अपनाकर लोग अपनी आंखों का ख्याल रख सकते है.

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नवोदय विद्यालय में हुआ था 168 बच्चों को आई फ्लू : कंजेक्टिवाइटिस की तरह ही आई फ्लू की समस्या आंखों में होती है. पिछले दिनों बिलासपुर जिले के मस्तूरी क्षेत्र के नवोदय विद्यालय में रह रहे छात्रों में आई फ्लू की समस्या उत्पन्न हुई थी. इस समस्या से लगभग 168 बच्चे संक्रमित हो गए थे. इन बच्चों के आंखों में संक्रमण लगने से आंख लाल हो गई थी और खुजली के साथ ही आंखें बंद करने पर तकलीफ पैदा होती थी. स्वास्थ्य विभाग ने यहां शिविर लगाकर बच्चों का इलाज किया. आई फ्लू की समस्या उमस और गंदगी के बीच रहने पर होती है. हालांकि इस समस्या से आंखों की रोशनी जाने का खतरा तो नहीं होता. लेकिन 6 से 7 दिनों तक समस्या बनी रहती है और आंखों को आराम नहीं मिल पाता है.

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