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बीजापुर: अपहरण और हत्या केस में फरार नक्सली अर्जुन पदामी गिरफ्तार

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Published : Sep 19, 2020, 8:30 PM IST

Updated : Sep 19, 2020, 9:19 PM IST

बीजापुर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. जिला बल की टीम ने टिंडोड़ी गांव से एक नक्सली को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार नक्सली पर 15 मई 2018 को टिंडोड़ी गांव के रहने वाले लक्ष्मण पोयाम का अपहरण कर हत्या करने का आरोप है.

Naxalite Arjun Padami arrested for kidnapping and murder in bijapur
खूंखार नक्सली अर्जुन पदामी गिरफ्तार

बीजापुर: जिले में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. जानकारी के मुताबिक शनिवार को भैरमगढ़ थाना से जिला बल की टीम एरिया डॉमिनेशन पर घुड़साकल, टिंडोड़ी की ओर निकली थी. इस दौरान मुखबिर की सूचना के आधार पर टिंडोड़ी गांव से एक नक्सली को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार नक्सली का नाम अर्जुन पदामी बताया जा रहा है, जो कई बड़ी वारदातों में शामिल था.

खूंखार नक्सली अर्जुन पदामी गिरफ्तार

गिरफ्तार नक्सली भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के सरपंच पारा का रहने वाला है. जिस पर 15 मई 2018 को टिंडोड़ी गांव के रहने वाले लक्ष्मण पोयाम का अपहरण कर हत्या करने का आरोप है. गिरफ्तार नक्सली पर आरोप है कि उसने 15 मई 2018 को टिंडोड़ी के रहने वाले लक्ष्मण पोयाम को घर से किडनैप कर अपने साथ ले गया था. इसके बाद उसने 24 मई 2018 की आधी रात को लक्ष्मण की हत्या कर उसे टिंडोड़ी नाले के पास बने सीसी रोड के बीचो-बीच फेंक दिया था. उसके खिलाफ भैरमगढ़ थाने में 1 स्थाई वारंट भी लंबित था.

सर्चिंग अभियान जारी

गिरफ्तारी के बाद नक्सली को न्यायालय में पेश किया गया. जिले में लगातार बारिश हो रही है, इसके बावजूद सुरक्षाबलों ने सर्चिंग अभियान जारी रखा है. कुछ दिन पहले ही बीजापुर जिला पुलिस की टीम ने एरिया डॉमिनेशन के दौरान नक्सली संगठन जन मिलिशिया के एक सदस्य को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार नक्सली पर कई वारदातों को अंजाम देने का आरोप है.

सुरक्षाबलों को मिल रही सफलता

जिले में लगातार पुलिस की सक्रियता से नक्सली बैकफुट पर हैं. जिले में आए दिन पुलिस को सफलता मिल रही है. बस्तर रेंज में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा और पुलिस की संयुक्त टीम लगातार सर्चिंग अभियान चला रही है.

लगातार बढ़ रही नक्सली घटनाएं

बीजापुर इलाके में लगातार नक्सली घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. पुलिस और सुरक्षा बल भी नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. हाल के दिनों में नक्सलियों ने जिले में बड़ी घटना को अंजाम दिया था. जानकारी के मुताबिक 5 सितंबर को धुर नक्सल प्रभावित गंगालूर थाना क्षेत्र के मेटापाल, पुसनार में नक्सलियों ने अपहरण किए गए 25 ग्रामीणों में से 4 ग्रामीणों की जनअदालत लगाकर हत्या कर दी थी. जिसके बाद से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था.

तोयनार में पदस्थ जवान की हत्या

बता दें कि बीजापुर में नक्सलियों ने एक महीने के अंदर 8 लोगों की हत्या कर दी है. इसमें जवानों के साथ-साथ ग्रामीण भी शामिल हैं. नक्सलियों द्वारा लगातार इस तरह की वारदात को अंजाम दिए जाने से ग्रामीणों में दहशत है. इससे पहले नक्सलियों ने तोयनार में पदस्थ एक जवान की हत्या कर दी थी.

छत्तीसगढ़ में नक्सली वारदात

  • 18 सितंबर को बीजापुर में नक्सलियों ने एक जवान को किडनैप कर उनकी हत्या कर दी है. वहीं हत्या के बाद नक्सलियों ने जवान के शव को सड़क पर फेंका दिया था.
  • 13 सितंबर को बीजापुर में नक्सलियों ने पुलिस जवान पर जानलेवा हमला कर दिया था, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में राजधानी के रामकृष्ण केयर में भर्ती कराया गया था.
  • 11 सितंबर को नक्सलियों ने बीजापुर में इंद्रावती टाइगर रिजर्व के रेंजर की हत्या कर दी.
  • 10 सितंबर को दो परिवारों को गांव से बाहर निकालने का फरमान सुनाया है. इसमें एक पुलिस कर्मी का परिवार भी शामिल है.
  • 3 सितंबर को दंतेवाड़ा के हिरौली इलाके में नक्सलियों ने 2 युवकों की हत्या कर दी है.
  • 30 अगस्त को बीजापुर में नक्सलियों ने एक एएसआई की हत्या कर दी.
  • 8 अप्रैल को सुकमा के फूलबागड़ी में एक युवक की नक्सलियों ने हत्या की.
  • 15 जुलाई को कुकानार थाना क्षेत्र के कुटरू गांव में एक युवक की हत्या.

5 साल में नक्सली हिंसा में 1000 लोगों की गई जान
पिछले 5 साल में प्रदेशभर में नक्सली हिंसा में 1000 लोगों की जान जा चुकी है. इनमें 314 आम लोग भी शामिल हैं. इनका नक्सल आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं था. वहीं 220 जवान शहीद हुए हैं, साथ ही 466 नक्सली भी मुठभेड़ में मारे गए हैं.

गृह मंत्रायल ने जारी किए नक्सली हिंसा संबंधी आंकड़े

वहीं गृह मंत्रायल ने नक्सली हिंसा संबंधी आंकड़े जारी किए हैं. मंत्रालय ने कहा कि देश में नक्सली हिंसा में निरतंर कमी आई है. मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने इस तरह की हिंसा को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं. मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया है कि 2017 में 263 नागरिकों और सुरक्षाबलों की मौत हुई. वहीं 2018 में 240 मौतें, 2019 में 202 मौतें हुईं. इस साल अगस्त तक 102 मौतें हुईं हैं.

Last Updated :Sep 19, 2020, 9:19 PM IST
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