बेतिया: बिहार के बेतिया मंडल कारा में सजा भुगत रहे बंदी अपनी मेहनत की कमाई से घर-परिवार चलाने में अपने परिजनों की मदद करेंगे. उनकी मेहनत की कमाई का 5वां हिस्सा परिजनों के बैंक खाते में भेजे जाऐंगे. इसके लिए 31 बंदियों को चिह्नित किया गया है.
परिजनों की आर्थिक मदद का निर्णय: मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिमी चम्पारण के बेतिया मंडल कारा में सजा काट रहें बंदी अपनी मेहनत की कमाई से अब अपने घर-परिवार चलाने में परिजनों की मदद करेंगे. बेतिया मंडलकारा प्रशासन ने बंदियों और उनके स्वजन की आर्थिक मदद का निर्णय लिया है.
8 घंटे की ड्यूटी पर 103 रुपये मिलते हैं: जेल में सजा काट रहे बंदी साफ-सफाई, बागवानी, खाना बनाने, मरीजों को सेवा, पहरेदारी, पीटी, साक्षरता आदि में सहयोग करते हैं. इस मद में उन्हें आठ घंटे की ड्यूटी पर 103 और चार घंटे की ड्यूटी पर 52 रुपये मिलते हैं. अब इसका पांचवां हिस्सा बंदी और उसके स्वजन के बैंक खाते में भेजा जाएगा.
स्वजन के बैंक खाते में जाएंगे पैसे: ऐसे 31 बंदियों को चिह्नित किया गया है. जिलाधिकारी की पहल पर दिसंबर के अंतिम सप्ताह में जिला स्तरीय अपराध पीड़ित कल्याण समिति की बैठक में दो लाख 13 हजार सात सौ रुपये भेजने की अनुशंसा की गई है. इस महीने ये पैसे स्वजन के बैंक खाते में डाल दिए जाएंगे.
तीन या छह महीने पर होगा हिसाब: बता दें कि बंदी जो भी काम करते हैं उसके बदले मिलने वाले पैसे जेल प्रशासन के पास जमा होते हैं. तीन या छह महीने में हिसाब करने के बाद उनके जो भी पैसे बनते हैं वो अब उनके परिजन के खाते में डाल दिए जाएंगे. अभी वर्ष 2023 के एक साल के पूरे पैसे जोड़कर परिजनों को दिए जाएंगे.
घर के खर्च में मिलेगी मदद: इन पैसों से परिवार वालों को घर खर्च में मदद मिलेगी. बता दें कि अच्छे व्यवहार और जेल के काम में सहयोग करने वाले बंदियों को जेल प्रशासन की अनुशंसा पर सजा में छूट भी मिलती है.
"डीएम की पहल पर जिला स्तरीय अपराध पीड़ित कल्याण समिति की बैठक में 31 बंदी को चिह्नित किया गया है. बंदियों की कमाई के पैसे उनके बैंक खाते में भेजने की अनुशंसा की गई है. जल्द ही ये पैसे स्वजन को मिल जाएंगे." - अमरजीत सिंह, सुपरिटेंडेंट, बेतिया मंडल कारा
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