Fraud In Vaishali : FB के जरिए नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले 3 शातिर गिरफ्तार, पुलिस ने यूं दबोचा
Updated on: Jan 23, 2023, 9:46 AM IST

Fraud In Vaishali : FB के जरिए नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले 3 शातिर गिरफ्तार, पुलिस ने यूं दबोचा
Updated on: Jan 23, 2023, 9:46 AM IST
वैशाली में एक महिला ने बड़े ही नाटकीय अंदाज से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार करवा दिया. दरअसल इन युवकों ने फेसबुक के जरिए एयरपोर्ट पर नौकरी दिलाने के नाम पर महिला से 6 लाख रुपये की ठगी की थी.
वैशालीः बिहार के वैशाली में नौकरी के नाम पर ठगी (fraud for getting jobs at airport in vaishali) करने वाले तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. तीन में से दो युवक पटना के और एक युवक नालंदा जिला का रहने वाला है. पकड़े गए युवक के साथ ही पुलिस ने एक कार भी बरामद की है. तारीफ की बात तो ये है कि ठगी की शिकार महिला ने ही नाटकीय ढंग से तीनों युवकों की गिरफ्तारी करवाई है.
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महिला से 6 लाख रुपये की ठगीः बताया गया कि वैशाली के बिदुपुर थाना क्षेत्र (Bidupur police station) के खजबत्ता की रहने वाली सुधा देवी जोकि हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के सुभाष चौक पर किराए के मकान में रहती है. जिन्हें फेसबुक पर एक लड़के ने ट्रैक किया था. जिसके बाद कॉल कर सुधा देवी से बातचीत करने लगा. बातचीत के क्रम में लड़के ने 2022 के अगस्त में पटना एयरपोर्ट पर सुपरवाइजर की नौकरी का लालच देकर महिला से लगातार ठगी करता रहा. कभी आईकार्ड के नाम पर तो कभी जॉइनिंग लेटर के नाम पर कई बार में उसने 6 लाख रुपये की ठगी की.
महिला के साथ मिलकर पुलिस ने बिछाया जाल ः इसी बीच ठगी की शिकार सुधा देवी के पति अमरेंद्र कुमार सिंह को पत्नी के ठगे जाने की जानकारी मिली. अमरेंद्र कुमार सिंह वैशाली में पंचायत रोजगार सेवक के पद पर कार्यरत हैं. जिसके बाद दोनों पति-पत्नी ने नगर थाना की पुलिस से मामले की शिकायत की और फिर सुधा देवी के जरिए ठगों को पकड़ने का पुलिस ने जाल बिछाया. प्लान के मुताबिक फोन पर लड़कों को और 25 हजार रुपये देने के लिए हाजीपुर स्टेशन कैंपस में बुलाया गया. सुधा देवी को आरोपियों ने कहा था कि वह कार से आ रहे हैं और उसे लेकर नौकरी दिलवाने पटना जाएंगे.
पुलिस को देख भागने लगे आरोपीः वहीं, स्टेशन कैंपस स्थित टैम्पो स्टैंड में पहुंचते ही आरोपियों को पुलिस के होने की भनक लग गई जिसके बाद तीनों आरोपी भागने लगे, लेकिन मौके पर गश्ती कर रही रेल पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसमें गौरव पटेल नालंदा जिले का और सागर कुमार सहित पकड़ा गया एक अन्य आरोपी पटना जिले का रहने वाला बताया गया है. इसी बीच मौके पर भीड़ ने आरोपों की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त कर दी. सूत्रों की माने तो आरोपियों की हल्की पिटाई भी हुई. गिरफ्तार किए गए तीनों युवकों को रेल पुलिस ने नगर थाना के सुपुर्द कर दिया. जहां सुधा देवी ने तीनों आरोपी के खिलाफ नौकरी के नाम पर ठगी करने संबंधित आवेदन पुलिस को दिया है.
कर्ज लेकर महिला ने दिए थे रुपयेः इस विषय में रेल थाना अध्यक्ष जय सिंह टीयू ने बताया कि नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को नगर थाना की पुलिस की मदद से स्टेशन परिसर से पकड़ा गया था जिन्हें ने नगर थाना पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है. वही सुधा देवी ने बताया कि एयरपोर्ट पर नौकरी लगाने के नाम पर उनसे 6 लाख रुपए की ठगी की गई है जिसमें साढ़े तीन लाख रुपये उनके अपने थे और बाकी कर्ज लेकर उन्होंने दिए थे. सुधा देवी के पति अमरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि नौकरी के नाम पर ठगी की जानकारी मिलने के बाद पुलिस से मिलकर उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार करवाया है.
"बहुत बड़ी सफलता हुई है नगर थाना क्षेत्र में किराने वाले मकान में रहने वाली सुधा देवी ने 6 लाख रुपए ठगी की बात बताई थी. जिसका आवेदन दिया नगर थाना में दिया था. इसमे पकड़े गय तीनों युवकों को नगर थाना भेजा गया है. भागने के क्रम में पब्लिक के सहयोग से रेल कैंपस से पकड़ा गया है जिसमें नगर थाना की पुलिस भी थी"- जय सिंह टीयू, जीआरपी थानाध्यक्ष
"हमको कॉल किया कि 500 रुपये लगेगा फॉर्म भरने में भरा जाएगा. बाकी पैसा लगेगा तो 5 दिन में वापस हो जाएगा और आपको जॉब मिल जाएगा एयरपोर्ट पर सुपरवाइजर में. इधर-उधर करके साढ़े 3 लाख 50 हजार रुपया ले लिया. 15 दिन बाद बोला आप आए नहीं आप का कैंसिल हो गया. फिर बोला 10 हजार रुपये और देना होगा. मेरे पास पैसा नहीं था तो कर्ज लेकर पैसा दिए. आज फिर 25000 मांग रहा था कि आओ तुम्हारा सब काम हो गया पैसा दे दो और जॉब ले लो. टोटल 6 लाख रुपये दे चुके हैं"- सुधा देवी, पीड़िता
मामले में पटना के भी कई लोग शामिलः वहीं, पकड़े गए आरोपी गौरव पटेल और सागर कुमार ने खुलासा करते हुए बताया है कि उनका काम पोस्टर लगाना था. जिसके जरिए नौकरी की बात होती थी. इसमें पटना के लोग जुड़े हुए हैं जो उनसे काम करवाते थे. उन्हें महिला को लेने के लिए भेजा गया था महिलाओं को लेकर वह पटना राजेंद्र नगर में पहुंचा देते जहां से उनके बॉस लेकर ऑफिस या कहीं और चले जाते.
