ETV Bharat / state

सीतामढ़ीः थोक विक्रेता धड़ल्ले से कर रहे हैं खाद की कालाबाजारी, किसान और दुकानदार परेशान

author img

By

Published : Feb 5, 2020, 7:02 PM IST

कालाबाजारी के कारण अब खुदरा दुकानदारों ने कई महत्वपूर्ण प्रोडक्ट रखना छोड़ दिया है. क्योंकि महंगे खरीद के बाद अपना मुनाफा रखकर बेचे जाने के कारण किसान उसे खरीदना मुनासिब नहीं समझते.

sitamarhi
sitamarhi

सीतामढ़ीः जिले में 6 थोक खाद्य विक्रेता हैं, जिनकी ओर से धड़ल्ले से यूरिया, डीएपी, पोटाश, सल्फर, जाइम, यूरिया फास्फेट, मिक्सचर खाद सहित अन्य उत्पादों की कालाबाजारी की जा रही है. इसका खामियाजा जिले के करीब 600 खुदरा विक्रेता और किसानों को भुगतना पड़ रहा है.

खाद की धड़ल्ले से की जा रही कालाबाजारी
खुदरा दुकानदारों और कृषि विभाग के अधिकारी का बताना है कि बिस्कोमान की ओर से किसानों को 265 रूपये प्रति बैग की दर से यूरिया, 950 रूपये प्रति बैग की दर से पोटाश जिले के सभी प्रखंड कार्यालय में बने बिस्कोमान के काउंटर से मुहैया कराई जा रही है. लेकिन जिले के थोक विक्रेता यूरिया 310 रूपये प्रति बैग, डीएपी 1250 रुपए प्रति बैग सहित अन्य प्रोडक्ट महेंगे दरों पर दुकानदारों को देते हैं. जिस पर रोक नहीं लग पा रही है.

देखें पूरी रिपोर्ट

लंबे समय से चल रहा खाद की कालाबाजारी
वहीं, खुदरा दुकानदारों का बताना है कि थोक विक्रेता जीएसटी रिटर्न के लिए जो पक्का बिल देता है, उसमें यूरिया प्रति बैग 245 रूपये अंकित रहता है. लेकिन दुकानदारों से प्रति बैग 310 रूपये वसूले जाते हैं और यह फर्जीवाड़ा लंबे समय से खुलेआम होता आ रहा है. इसलिए पीड़ित दुकानदारों ने अब यूरिया, डीएपी और पोटाश जैसे प्रमुख उत्पाद रखना छोड़ दिया है.

Intro:जिले के थोक विक्रेता धड़ल्ले से कर रहे फर्टिलाइजर की कालाबाजारी खुदरा विक्रेता और किसान हो रहे परेशान।


Body:जिले में 6 थोक खाद्य विक्रेता है जिनके द्वारा धड़ल्ले से यूरिया, डीएपी, पोटाश, सल्फर, जाइम, यूरिया फास्फेट, मिक्सचर खाद सहित अन्य उत्पादों की धड़ल्ले से कालाबाजारी की जा रही है। और इसका खामियाजा जिले के करीब 600 खुदरा विक्रेता और किसान को भुगतना पड़ रहा है। कालाबाजारी के कारण अब खुदरा दुकानदारों ने कई महत्वपूर्ण प्रोडक्ट रखना छोड़ दिया है। क्योंकि महंगे खरीद के बाद अपना मुनाफा रखकर बेचे जाने के कारण किसान उसे खरीदना मुनासिब नहीं समझते। आए दिन मूल्य को लेकर किसान और खुदरा दुकानदारों के बीच कहासुनी और तनाव की स्थिति उत्पन्न होती रहती है। लिहाजा खुदरा दुकानदारों ने यूरिया, डीएपी, मिक्सचर खाद, और पोटाश जैसे महत्वपूर्ण प्रोडक्ट रखना छोड़ दिया है। और इसका बुरा असर खुदरा दुकानदारों के व्यवसाय पर पड़ रहा है।
बाइट टू बाइट 1, किसान कठौर गांव निवासी। उजला शर्ट और सर में मफलर बांधे हुए।
2, लाल बाबू पंडित। खुदरा खाद बीज विक्रेता ब्लू जैकेट में।
3, अमरेंद्र कुमार। खुदरा खाद बीज विक्रेता भूरा हाफ स्वेटर में।
खुदरा दुकानदारों और कृषि विभाग के पदाधिकारी का बताना है कि बिस्कोमान की ओर से किसानों को ₹265 प्रति बैग की दर से यूरिया, 11 सो ₹50 प्रति बैग की दर से डीएपी, ₹950 प्रति बैग की दर से पोटाश, जिले के सभी प्रखंड कार्यालय में बने बिस्कोमान के काउंटर से मुहैया कराई जा रही है। लेकिन जिले के थोक विक्रेता यूरिया ₹310 प्रति बैग, डीएपी 1250 रुपए प्रति बैग सहित अन्य प्रोडक्ट महेंगे दरों पर दुकानदारों को देते हैं। जिस पर रोक नहीं लग पा रही है। वहीं खुदरा दुकानदारों का बताना है कि थोक विक्रेता जीएसटी रिटर्न के लिए जो पक्का बिल देता है उसमें यूरिया प्रति बैग ₹245 अंकित रहता है। लेकिन दुकानदारों से प्रति बैग ₹310 वसूले जाते हैं। और यह फर्जीवाड़ा लंबे समय से खुलेआम होता आ रहा है। इसलिए पीड़ित दुकानदारों ने अब यूरिया, डीएपी और पोटाश जैसे प्रमुख उत्पाद रखना छोड़ दिया है।
बाइट 4, रत्नेश कुमार सिंह। प्रखंड कृषि पदाधिकारी।



Conclusion:पी टू सी ------राहुल देव सोलंकी।सीतामढ़ी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.