छपरा: बिहार के छपरा में बृज किशोर पंडित ऑडिट ऑफिसर बने हैं. जिले के मांझी प्रखंड के नरपलिया गांव के रहने वाले बृज बेहद ही साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने बीपीएससी की ओर से आयोजित पंचायती राज विभाग में अंकेक्षक पदाधिकारी यानी ऑडिट ऑफिसर के पद पर चयनित होकर सारण जिले का नाम रौशन किया है. इस पद पर चयनित होकर जब वह घर पहुंचे तो उनके घर वालों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
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"मेरी शिक्षा-दीक्षा ग्रामीण पृष्ठभूमि में हुई. स्नातक की पढ़ाई के बाद से लगातार इसके लिए तैयारी कर रहा था. अब बीपीएससी के माध्यम से ऑडिट ऑफिसर के लिए चयन हुआ है. माता-पिता, भाई और परिवार के सभी सदस्यों को अपनी सफलता का श्रेय देना चाहता हूं"- बृज किशोर पंडित, चयनित ऑडिट ऑफिसर
बेटे की कामयाबी से माता-पिता बेहद खुश: बृज किशोर के ऑडिट ऑफिसर बनने से माता-पिता बेहद खुश हैं. वहीं इस उपलब्धि से मोहल्ले के लोग भी खुश हैं. पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर के एक जूट मिल में मजदूरी कर के चार वर्ष पूर्व रिटायर हुए पिता दसई पंडित और माता हीरा देवी को अपनी सफलता का श्रेय देते हुए समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों की मदद का उन्होंने संकल्प व्यक्त किया.
प्रथम प्रयास में मिली कामयाबी: बृज किशोर की प्रारम्भिक शिक्षा आदर्श राजकीय मध्य विद्यालय रघुनाथ गिरी के मठिया और फिर हलखोरी साह उच्च विद्यालय में हुई. छपरा के जय प्रकाश विश्वविद्यालय से उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की. उन्होंने पहले प्रयास में ही यह सफलता प्राप्त की है.
सभी भाई सरकारी सेवा में: क्रिकेट खेलने में विशेष रुचि रखने वाले बृज किशोर के तीनो बड़े भाई क्रमशः सुभाष पंडित रेलवे में टेक्नीशियन, संदेश पंडित एयर फोर्स में और राज किशोर पंडित इंडियन नेवी में कार्यरत हैं. वहीं, छोटे बेटे के ऑडिट ऑफिसर बनने पर माता-पिता का कहना है कि ईश्वर की कृपा से सब संभव हो पाया है.
"हमलोग बहुत खुश हैं. पढ़ाई-लिखाई में हमेशा बृज लगनशील रहा, जिसका नतीजा है कि अब वह ऑडिट ऑफिसर बना है. मेरे चारों बेटे अच्छी जगह नौकरी करेंगे, ये सोचकर हम काफी खुश हैं. मैंने पैसे बैंक में जमा करने की जगह बच्चों की पढ़ाई पर खर्च किया था"- दसई पंडित, बृजकिशोर के पिता