समस्तीपुर: बाढ़ के कहर के बाद अब इस मौसम में लोग सांप और बिच्छू के खौफ के साये में जी रहे हैं. दरअसल बीते कुछ सप्ताह के अंदर कई दर्जन लोगों की जान सांप और बिच्छू के काटने से चली गई. वहीं, कई लोग अभी भी इसकी जहर के कारण जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे हैं. सबसे खराब हालात वैसी जगहों की है, जहां बाढ़ का पानी जमा है.
जागा स्वास्थ्य विभाग
बिगड़ते हालात को देख स्वास्थ्य महकमा तुरंत हरकत में आ गया है. सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. सियाराम मिश्र ने कहा कि सांप और बिच्छू के बढ़े प्रकोप को देखते हुए सभी पीएचसी समेत जिला अस्पताल में एएस, बीएएस इंजेक्शन के साथ ही एन्टी स्नेक डोज भी उपलब्ध कराए गए हैं. वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों में यह अधिक मात्रा में उपलब्ध कराया गया है.
जहरीले डंकों के साथ संक्रमण का भी खतरा
इस मौसम में इन जहरीले डंकों के साथ कई तरह के संक्रमण का भी खतरा होता है. सदर अस्पताल चिकित्सक डॉ. ज्ञानेंद्र का मानना है कि इस मौसम में बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों को साफ-सफाई के साथ गर्म पानी का सेवन करना चाहिए. वहीं, अगर सांप और बिच्छू से कोई हताहत है तो देर किए बगैर नजदीकी अस्पताल में जाएं. जिले में बीते वर्ष भी इस मौसम में कई दर्जन लोग इस जहरीले डंक के शिकार बने थे. इस साल भी हालत काफी खतरनाक है.