Bihar Daroga Murder : 'मुख्यमंत्री अस्पताल में हो भर्ती हो या इस्तीफा देकर राजगीर जाएं', दारोगा हत्या पर बोले BJP MLA नीरज सिंह बबलू
Bihar Daroga Murder : 'मुख्यमंत्री अस्पताल में हो भर्ती हो या इस्तीफा देकर राजगीर जाएं', दारोगा हत्या पर बोले BJP MLA नीरज सिंह बबलू
बिहार के जमुई में दारोगा की हत्या के बाद बीजेपी विधायक नीरज सिंह बबलू ने सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बिहार की स्थिति बद से बदतर है. 90 के दशक वाले जंगलराज से भी बदतर हो गया है. बिहार में अपराधियों को शासन चल रहा है. पढ़ें पूरी खबर..
सहरसा : बिहार में बालू माफिया द्वारा दारोगा की हत्या को लेकर बीजेपी विधायक नीरज सिंह बबलू ने सरकार की कड़ी शब्दों में निंदा की. उन्होंने कहा बिहार में अपराधियों की सरकार है और सीएम नीतीश कुमार ने अपराधियों के सामने घुटने टेक दिये हैं. सूबे में आपराधिक वारदातों में इजाफा हो रहा है. अपराधी दिनदहाड़े घटना को अंजाम दे रहे हैं. खुलेआम हत्या हो रही है. आए दिन लूट, गोलीबारी और रेप की घटना में इजाफा हो रहा है. फिर से गैंगरेप शुरू हो गया है.
'बिहार में नब्बे के दशक वाले हालात' : नीरज सिंह बबलू ने कहा कि बिहार की स्थिति है वो बद से बदतर हो गई है. 90 के दशक में जो जंगलराज की स्थिति थी उससे भी बदतर स्थिति में बिहार अभी पहुंच गया है. मुख्यमंत्री जी को कूटनीति करने से फुर्सत नहीं है. बिहार को देखने का उनको फुर्सत नहीं है. वो देश घूमते रहते है. प्रधानमंत्री बनने के सपना डूबे रहते हैं. अनाप शनाप बयानबाजी वो करते रहते है. विधानसभा में वो सेक्स का ज्ञान बांटते रहते है.
"सीएम एक तरफ दलित पूर्व मुख्यमंत्री को बेइज्जत करने का काम करते है और दूसरे तरफ यहां अपराधियों का शासन चल रहा है. अपराधियों के सामने मे मुख्यमंत्री जी ने घुटना टेक दिया है. अपराधियों का राज हो गया है. यहां बालू माफिया व शराब माफिया का राज हो गया है. कोई ऐसा दिन नहीं है, जिस दिन अपराधियों द्वारा लूट, हत्या, बलात्कार की घटना को अंजाम नहीं दिया जाता है. और तो और गैंगरेप शुरू हो गया है."- नीरज सिंह बबलू, विधायक, बीजेपी
'बिहार में रक्षक भी सुरक्षित नहीं': बीजेपी विधायक ने कहा अब देखिए, जमुई में दारोगा की हत्या हो गई. जो हमारा रक्षक है, जब वही सुरक्षित नहीं है तो हमारी रक्षा कौन करेगा. मुख्यमंत्री जी करते क्या हैं. यह समझ में नहीं आ रहा है. मुख्यमंत्री जी को या तो अस्पताल में भर्ती हो जाना चाहिए या फिर इस्तीफा देकर उनको राजगीर चला जाना चाहिए.
