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रोहतास: धड़ल्ले से पार हो रहे ओवरलोडेड वाहन, खौफ में रहते है ड्यूटी पर तैनात जवान

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Published : Nov 12, 2019, 9:11 AM IST

ओवरलोडेड वाहन

चौकी पर तैनात सैप जवान बताते है कि ओवरलोडेड वाहन काफी तेज रफ्तार से आते हैं. जिस कारण ओवरलोडेड गाड़ियों की जांच नहीं हो पाती है. जवानों का कहना है कि रात के समय अक्सर डर बना रहता है, कहीं ट्रक चालक उनपर ही ट्रक को न चढ़ा दें. रात के समय ट्रक को रोकना आसान नहीं है. यहां पर जान को हथेली पर रखकर नौकरी कर रहे है.

रोहतास: जिले में खनन माफियाओं पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा है. इसके बावजूद अवैध खनन का काला खेल ल रुकने का नाम नहीं ले रहा है. खनन के अवैध व्यापार को रोकने के लिए प्रशासन ने जिले के नेशनल हाइवे-2 के महारानियां गांव के पास खनन जांच चौकी केंद्र भी बनाया. लेकिन इसके बावजूद ओवरलोडेड बालू वाहन धड़ल्ले से पार कर रहे हैं.

वाहनों का जांच करते प्रइवेट कंपनी के जांच कर्मी
वाहनों की जांच करते प्राइवेट कंपनी के जांच कर्मी

'जान को हथेली पर रखकर कर रहे है नौकरी'
इस बाबत चौकी पर तैनात सैप जवान विजय शंकर ओझा बताते हैं कि ओवरलोडेड वाहन काफी तेज रफ्तार से आते हैं. जिस कारण ओवरलोडेड गाड़ियों की जांच नहीं हो पाती है. जवानों का कहना है कि रात के समय अक्सर डर बना रहता है, कहीं ट्रक चालक उनपर ही ट्रक को न चढ़ा दें. रात के समय ट्रक को रोकना आसान नहीं है. यहां पर जान को हथेली पर रखकर नौकरी कर रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

वाहनों को रोकने के लिए ड्रम का सहारा
अपना दर्द सुनाते हुए सैप के जवान बताते है कि प्रशासन ने यहां पर मात्र दो सैप के जवानों को नियुक्त किया है. ओवरलोडेड वाहनों को रोकने के लिए ने ड्रम का सहारा लिया गया है. जिसे वाहन चालक टक्कर मारकर भाग जाते है. स्थानीय पुलिस का सहयोग भी नहीं मिल पाता है. यहां पर खनन का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. प्रतिदिन लगभग सौ से भी अधिक ओवरलोडेड वाहन तेज रफ्तार से भाग जाते है. यहां पर दो जवानों के सहारे इतने बड़े अवैध कारोबार को नहीं रोका जा सकता है.

ड्यूटी पर तैनात सैप जवान
ड्यूटी पर तैनात सैप जवान

खनन कंपनी के प्रइवेट लोग भी करते है जांच
अवैध खनन के रोकने के लिए जिला प्रशासन ने खनन करने वाली प्रइवेट कंपनी के लोगों का भी सहार लिया है. ईटीवी से बात करते हुए कंपनी के कर्मी मुन्ना कुमार सिंह बताते है कि हमलोगों से जितना भी संभव हो पाता है, जांच करते है. नौकरी के लिए जान तो नहीं न गंवाया जा सकता है. कंपनी के कर्मी बताते हैं कि इस कारोबार में वाहनों को पार कराने के लिए कई लोग लाइनर का काम करते हैं. जिससे वाहन चालक सजग हो जाते हैं.

प्रइवेट कंपनी के जांच कर्मी
प्राइवेट कंपनी के जांच कर्मी

गौरतलब है कि विगत कुछ दिन पहले ही जिले के एसपी ने अवैध खनन व्यापार के लिए लाईनर का काम करने वाले कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था. लेकिन फिर भी जिले में अवैध खनन करने वाले लोग बोखौफ होकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं.

Intro:रोहतास। जिले में खनन माफियाओं पर नकेल कसने के लिए प्रशासन तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। उसके बावजूद खनन माफियाओं का काला खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है।


Body:गौरतलब है कि सोन से निकलने वाले बालू पर खनन माफियाओं की हमेशा से काली नजर रही है। नतीजा आए दिन बालू माफिया अवैध रूप से ओवरलोड बालू के ट्रक का सप्लाई करते हैं। इसे प्रशासन की भी समय-समय पर की किरकरयां होती रहती है। लिहाजा प्रशासन ने बालू माफियाओं पर नकेल कसने के लिए नेशनल हाईवे 2 के महारानियां गांव के समीप खनन जांच चौकी केंद्र बनाया ताकि अवैध बालू के कारोबार को रोका जा सके। इस जांच केंद्र पर सैप के जवानों को मुस्तैद किया गया साथ ही खुद आदित्य मल्टी कंपनी के लोगों को भी मुस्तैद किया गया। उसके बावजूद खनन जांच चौकी पर अवैध रूप से ओवरलोडेड ट्रक धड़ल्ले से पार कर जाते हैं। वही सैप के जवानों ने बताया कि वह अपनी जान को हथेली पर रखकर यह नौकरी कर रहे हैं। क्योंकि ओवरलोडेड ट्रक रफ्तार से आते हैं और निकल जाते हैं। वहीं इस जांच केंद्र पर ओवर लोडेड ट्रक संचालक ना तो चालान चेक कराते हैं और ना ही ओवरलोडेड बालू। वही सैप के जवानों ने बताया कि रात के समय अक्सर उन्हें इस बात का डर रहता है कि ट्रक चालक कहीं उन पर ही ट्रक न चढ़ा दें। क्योंकि रात के समय ट्रक को रोकना आसान नहीं है। गौरतलब है कि रोड पर ट्रक को रोकने के लिए प्रशासन ने ड्रम का सहारा लिया है। लेकिन ट्रक उस ड्रम को टक्कर मारते हुए आगे निकल जाते हैं। वही सैप के जवान ने बताया कि आम लोगों के अलावे स्थानीय पुलिस का भी सहयोग नहीं मिल पाता है। इतना ही नहीं सैप के जवान अपना दर्द सुनाते हुए कहते हैं कि बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। यहां पर हम दो लोगों के सहारे इस कारोबार को नहीं रोका जा सकता है। हम लोग अपनी जान को हथेली पर रखकर ड्यूटी करते हैं। उसके बावजूद ओवरलोडेड बालू लदे ट्रक धड़ल्ले से पार कर जाते हैं। वही आदित्य कंपनी के कर्मी बताते हैं कि कई लोग लाइनर का काम करते हैं जो ट्रक को पार कराने में मदद करते हैं। गौरतलब है कि महज कुछ रोज पहले ही कैमूर के एसपी ने कई लाइनर को गिरफ्तार किया था जो बालू लदे ट्रक को पार कराने का काम करते थे।


Conclusion:जाहिर है प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद अवैध बालू का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। वही बालू के कारोबार में कई लोग शामिल हैं जो लाखों करोड़ों रुपये सरकार को प्रतिदिन चूना लगाने का काम कर रहे हैं।

बाइट। सैप जवान विजय शंकर ओझा
बाइट। मुन्ना कुमार सिंह
पीटीसी
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