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पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनावः स्टूडेंट बोले- 'खरा उतरने वाले को ही मिलेगा वोट, शिक्षा सर्वोपरि'

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Published : Nov 11, 2022, 8:06 AM IST

Updated : Nov 11, 2022, 8:31 AM IST

कोरोना वायरस संक्रमण के कारण थोड़े अंतराल के बाद हो रहे पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव को लेकर पूरे विश्वविद्यालय में हर्ष और उल्लास का माहौल है. छात्र जोश में हैं और अपने अपने पार्टियों का समर्थन कर रहे हैं. छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदान 19 नवंबर (Voting for student union election on November 19) को होगा. चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई.

पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव
पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव

पटना: बिहार की राजधानी पटना में छात्रसंघ चुनाव की लहर शुरू है. पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव (Student Union Election In Patna university) के लिए 19 नवंबर को मतदान होगा. अभी नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. आज नामांकन सूची जारी कर दी जाएगी. एक तरफ जहां मैदान में खड़े होने वाले उम्मीदवार छात्रों के लिए किए गए वादे पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करने की बात कह रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ छात्रों का कहना है कि वैसा उम्मीदवार जो उनके वादों को पूरा कर सकता है उसे ही वोट दिया जाएगा.

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पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव

सात नवम्बर से शुरू है प्रक्रियाः 19 नवंबर को छात्र संघ चुनाव के लिए वोटिंग होगी. हालांकि इसे लेकर सात नवंबर से ही प्रक्रिया शुरू हो गई थी. 7, 9 और 10 नंबर को यूनिवर्सिटी के व्हीलर सीनेट हॉल में नामांकन दर्ज कराने की तारीख थी. आज 11 नवंबर की शाम में फाइनल सूची को जारी कर दिया जाएगा. 12 नवंबर तक दावा आपत्ति किया जा सकता है. इसके बाद 14 नवंबर को पुनः फाइनल सूची जारी होगी. 17 नवंबर को प्रेसीडेंशियल डिबेट होगा और 19 नवंबर की सुबह आठ बजे से दिन में दो बजे तक मतदान होगा. उसी दिन शाम चार बजे से काउंटिंग शुरू हो जाएगी. देर शाम रिजल्ट का प्रकाशन भी कर दिया जाएगा. छात्र संघ चुनाव में सेंट्रल पैनल के लिए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, महासचिव व कोषाध्यक्ष के पदों पर चुनाव होंगे. वहीं हर एक हजार छात्र पर एक कॉलेज काउंसलर या फिर फैकेल्टी काउंसलर का भी चुनाव होना है. इस बार कॉलेज काउंसलर और फैकल्टी को मिलाकर 32 सीटों पर चुनाव होगा.


विभिन्न दलों के छात्र नेता दिखा रहे हैं दमः इस चुनाव में सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के छात्र अपना दम दिखा रहे हैं. कांग्रेस की तरफ से जहां एनएसयूआई इस चुनाव में इस बार एआईएसएफ के साथ मैदान में उतरा है. वहीं बीजेपी का छात्र विंग एबीवीपी, छात्र राजद, जन अधिकार पार्टी, छात्र जदयू और एआईडीएसओ के उम्मीदवार भी मैदान में हैं. इन सभी दावेदारों का यह कहना है कि वह छात्रों की सुविधा और शिक्षा संबंधी जो भी परेशानी है, उसे दूर करने के वादे को लेकर मैदान में उतरे हैं. वहीं छात्रों का कहना है कि जो भी उम्मीदवार हमारे से किए गए वादों पर खरा उतरने की कूबत रखता है, उसे ही अपना वोट देंगे.

प्रत्याशी दिखाने लगे दम
छात्रसंघ चुनाव के प्रत्याशी दिखाने लगे दम

प्रेसिडेंट पद के लिए आठ दावेदारः पीयू छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए आठ दावेदार मैदान में हैं. इनमें अभिलेख कुमार, आनंद मोहन, प्रगति राज, आदित्य रंजन, मानसी झा, दीपांकर प्रकाश, साकेत कुमार और शाश्वत शेखर अपनी दावेदारी को पेश कर रहे हैं. वहीं उपाध्यक्ष के लिए शबा कुतुब, मनीला फुले, विक्रमादित्य सिंह, प्रतिभा कुमारी, गजेंद्र कुमार हिमांशु, मीर सरफराज अली, बसंत कुमार यादव और विवेक कुमार ज्योति मैदान में हैं.

दूर करेंगे छात्रों की परेशानीः एनएसयूआई की संयुक्त उम्मीदवार के रूप में अध्यक्ष के पद पर अपनी दावेदारी ठोक रही मानसी झा कहती हैं, हमारे विश्वविद्यालय में 24 घंटे लाइब्रेरी की जो सेवाएं हैं, उसे शुरू कराना है. इसके अलावा मेडिकल सेवाएं हमारे विश्वविद्यालय के सभी कॉलेज में नहीं है. उसके लिए भी कार्य करना है. हमारे विश्वविद्यालय में जो प्रशासनिक व्यवस्था है उसे और बेहतर करना है. विश्वविद्यालय के प्रशासनिक व्यवस्था में इतनी परेशानी होती है कि छात्र खुद को यहां पर सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं. वहीं छात्र राजद की तरफ से अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करने वाले साकेत यादव कहते हैं. हम छात्रों के सभी वादों पर पूरा उतरने की खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे. हमारी बड़ी मांगों में यह है कि मगध महिला कॉलेज के सामने फुट ओवर ब्रिज को बनाया जाए. इसके अलावा पटना विमेंस कॉलेज में फीस कम कराना हमारे एजेंडे में है. क्योंकि पटना विमेंस कॉलेज में फीस बहुत ज्यादा है. विश्वविद्यालय में शिक्षा संबंधित जो भी परेशानी हमारे छात्र भाइयों और बहनों को आती है. उन सभी के लिए मैं कार्य करूंगा। छात्राओं की सुरक्षा की तरफ हमारा विशेष ध्यान रहेगा.

"हम छात्रों के सभी वादों पर पूरा उतरने की खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे. हमारी बड़ी मांगों में यह है कि मगध महिला कॉलेज के सामने फुट ओवर ब्रिज को बनाया जाए. इसके अलावा पटना विमेंस कॉलेज में फीस कम कराना हमारे एजेंडे में है" - साकेत यादव, अध्यक्ष पद के प्रत्याशी, छात्र राजद

लाइब्रेरी की सुविधा हमारी प्राथमिकताः एआईडीएसओ की तरफ से अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन करने वाले अभिलेख कुमार राय कहते हैं कि हमारे प्रमुख वादों में सबसे पहला वादा लाइब्रेरी की सुविधा को हर किसी के लिए सुनिश्चित कराना है. यहां पर लाइब्रेरी नहीं खुलती और छात्रों को किताबें वक्त पर नहीं मिलती. आठ घंटे के सेशन में कहने पर लाइब्रेरी को खोला जाता है. शिक्षकों का अभाव है, एक टीचर आते हैं तो दूसरे नहीं आते हैं. इस कारण यूनिवर्सिटी को प्राइवेट लेवल पर टीचर हायर करना पड़ता है. छात्रों के लिए कैंटीन की कोई सुविधा नहीं है. इमारतें जर्जर हो चुकी हैं. कभी भी कोई हादसा हो सकता है.

पटना विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं में दिख रहा जोश
पटना विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं में दिख रहा जोश

छात्रों ने कहा अपना हित देखकर करेंगे वोटः वहीं छात्रों का कहना है कि जो हमारे लिए काम करेगा. हम उसे ही अपना वोट देंगे. पीयू की छात्रा श्वेता मिश्रा कहती हैं यूनिवर्सिटी में पीने की पानी को लेकर बहुत समस्या है. उसे और बेहतर करने की जरूरत है. हम अपना वोट डेवलपमेंट को देखकर करेंगे. वहीं यूनिवर्सिटी के एक और छात्र अभिमन्यु कुमार कहते हैं कि पटना यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए कैंटीन की कोई सुविधा नहीं है. छात्राओं को लेकर जेंडर सेल की व्यवस्था होनी चाहिए जो कि नहीं है, जबकि इसका गठन 2012 में किया गया था. वह अभी तक एक्टिव नहीं हुआ है. यूनिवर्सिटी में फैकल्टी की बहुत कमी है. इसके अलावा यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में न तो कैंटीन की व्यवस्था है न ही कोई वार्डन वहां रहते हैं. कई तरह की कुव्यवस्था हैं.

पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव
पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव

सुरक्षा की बात करने वाले प्रत्याशी को करेंगे वोटः यूनिवर्सिटी की एक और छात्रा अंजली कहती हैं कि हम उन लोगों को ही वोट करेंगे जो हमारी मांगों को पूरा करेंगे. वह कहती हैं कि मैं एक छात्र हूं और मैं छात्राओं की सुरक्षा को लेकर अपना वोट करूंगी. अगर कोई कैंडिडेट आता है और छात्राओं की सुरक्षा पर बात करता है और छात्राओं की सुरक्षा को मुख्य मुद्दा बनाकर रखता है तो उन्हीं को हम लोगों को वोट करेंगे. इसके अलावा कैंपस का इंफ्रास्ट्रक्चर बिगड़ चुका है. इंफ्रास्ट्रक्चर को जो ठीक करें उन्हीं को वोट करेंगे.

दस साल में चार चुनावः जादू की पटना विश्वविद्यालय में 28 साल के बाद 2012 में छात्रसंघ चुनाव कराए गए थे. 2012 के बाद भी यहां चुनाव नहीं कराया जा सका है. 10 साल में अब तक केवल चार बार ही पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव कराया गया है. पिछली बार 2019 में हुए चुनाव में मनीष यादव पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे. इससे पहले 2018 में मोहित प्रकाश, 2017 में दिव्यांशु भारद्वाज और 2012 में आशीष सिन्हा पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे.

पीयू में आते है दस कॉलेजः पटना यूनिवर्सिटी के अंतर्गत 10 कॉलेज हैं. सभी कॉलेज की अपनी मतदाता की संख्या है. सभी कॉलेज को मिलाकर छात्र संघ चुनाव में इस बार 24395 वोट हैं. इस बार के चुनाव में सबसे ज्यादा मतदाता पटना विमेंस कॉलेज से हैं. यहां सबसे ज्यादा 5355 मतदाता हैं. जबकि मगध महिला कॉलेज में 3488, कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स में 221, विमेंस ट्रेनिंग कॉलेज में 199, पटना कॉलेज में 2452, पटना ट्रेनिंग कॉलेज में 192, पटना लॉ कॉलेज में 387, पटना साइंस कॉलेज में 1863, वाणिज्य कॉलेज में 2008 और बीएन कॉलेज में 3209 वोटर हैं.

बनाए जायेंगे पचास से ज्यादा बूथः छात्र संघ चुनाव के लिए 51 बूथ बनाए जायेंगे। इनमें पटना विमेंस कॉलेज में सात, मगध महिला कॉलेज में आठ, कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स में एक, विमेंस ट्रेनिंग कॉलेज में एक, पटना कॉलेज में पांच, पटना ट्रेनिंग कॉलेज में एक, पटना लॉ कॉलेज में एक, पटना साइंस कॉलेज में चार, वाणिज्य महाविद्यालय में चार और बीएन कॉलेज में 7 बूथ बनाए जाएंगे.


"जो हमारे लिए काम करेगा. हम उसे ही अपना वोट देंगे. पीयू की छात्रा श्वेता मिश्रा कहती हैं यूनिवर्सिटी में पीने की पानी को लेकर बहुत समस्या है. उसे और बेहतर करने की जरूरत है. हम अपना वोट डेवलपमेंट को देखकर करेंगे"- श्वेता मिश्रा, छात्रा

Last Updated :Nov 11, 2022, 8:31 AM IST
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