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Upendra Kushwaha meeting : 'बिहार का मुख्यमंत्री कैसा हो उपेंद्र कुशवाहा जैसा हो' के लगे नारे

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Published : Feb 19, 2023, 8:04 PM IST

उपेंद्र कुशवाहा पिछले 2 महीनों से बागी तेवर अपनाए हुए हैं. पार्टी के शीर्ष नेताओं पर निशाना साध रहे हैं. नीतीश कुमार को भी कटघरे में खड़ा किया है. इनसब के बीच उपेंद्र कुशवाहा ने अपने साथियों के साथ मंथन के लिए 2 दिनों की बैठक बुलाई है. रविवार को बैठक शुरू हो गयी. पढ़िये, नेताओं और कार्यकर्ताओं ने क्या राय रखी.

उपेंद्र कुशवाहा की बैठक
उपेंद्र कुशवाहा की बैठक

उपेंद्र कुशवाहा की बैठक.

पटना: जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आज रविवार को पटना में अपने समर्थकों के साथ देर शाम तक बैठक की. आज की बैठक में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह निशाने पर रहे. नीतीश कुमार के आसपास रहने वाले नेताओं पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगाया. बैठक में कार्यकर्ताओं की तरफ से जो राय दी गई उसके बारे में प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ ने मीडिया को जानकारी दी.

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पार्टी को कमजोर करने का आरोपः बैठक के बारे में जानकारी देते हुए जदयू के उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री ने कहा था कि राजद के लाने वाले ललन सिंह हैं. उससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कहा था कि बीजेपी में ले जाने वाले संजय झा हैं. तो मुख्यमंत्री के आसपास रहने वाले लोग ही फैसला ले रहे हैं कि उन्हें कहां जाना है, कहां नहीं जाना है. यही लोग पार्टी को कमजोर करने में लगे हैं. पार्टी नेताओं ने साफ कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा जो भी फैसला लेंगे हम उनके साथ हैं.

कुशवाहा के फैसले पर नजरः बिहार के विभिन्न जिलों से आए नेताओं ने साफ कहा कि नीतीश कुमार के आसपास रहने वाले लोग जिसमें ललन सिंह, अशोक चौधरी, संजय झा शामिल हैं पार्टी को कमजोर करने में लगे हैं. नीतीश कुमार को अपने से फैसला नहीं लेने दे रहे हैं. नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा को फैसला लेने के लिए कहा और उनके साथ मजबूती से खड़े होने का आश्वासन दिया. उपेंद्र कुशवाहा के समर्थन में जमकर पटना सिन्हा लाइब्रेरी के बाहर नारेबाजी होती रही. कई कार्यकर्ता ने तो यह भी नारेबाजी की कि 'बिहार का मुख्यमंत्री कैसा हो उपेंद्र कुशवाहा जैसा हो'. अब सबकी नजर इस बात पर है कि बैठक की समाप्ति के बाद उपेंद्र कुशवाहा क्या फैसला लेते हैं.

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ललन सिंह और उनका कॉकस 90 के दशक के दौर में पार्टी को ले जाना चाहता है, लेकिन हम लोग नीतीश कुमार के सिपाही हैं और पार्टी की मजबूती के लिए जो भी संभव होगा हर कदम उठाएंगे. पार्टी को करवाई करने की हिम्मत नहीं है. करवाई करते हैं तो उनकी पॉलिटिकल डेथ हो जाएगी- जितेंद्र नाथ, प्रदेश उपाध्यक्ष, जदयू

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