ETV Bharat / state

पटना: राजकीय आयुर्वेद कॉलेज अस्पताल में हो रहा महिलाओं के बांझपन का इलाज, निशुल्क है पंचकर्म थेरेपी

author img

By

Published : Mar 22, 2021, 1:24 PM IST

Infertility treatment of women in patna
Infertility treatment of women in patna

पटना के राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय अस्पताल में सोमवार 15 मार्च से विशेष पंचकर्म थेरेपी सेशन शुरू किया गया है. जिसके माध्यम से महिलाओं में मोटापा और हार्मोनल इंबैलेंस को दूर कर महिलाओं की फर्टिलिटी क्षमता बढ़ाई जाएगी.

पटना: देश में महिलाओं में बांझपन की शिकायत बढ़ती जा रही है. इसके पीछे की प्रमुख वजह मोटापा और हार्मोनल इंबैलेंस को माना जा रहा है. ऐसे में राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय अस्पताल में विशेष पंचकर्म थेरेपी सेशन शुरू हुआ है, जिसके माध्यम से महिलाओं में मोटापा और हार्मोनल इंबैलेंस को दूर कर महिलाओं की फर्टिलिटी क्षमता बढ़ाई जाएगी.

यह भी पढ़ें- गौरवशाली अतीत को हासिल करने के पथ पर बिहार, अब भी कई चुनौतियां हैं बाकी

महिलाओं के लिए थेरेपी सेशन
इस थेरेपी सेशन में ऐसी महिलाएं शामिल हो सकती हैं जिन्हें इनफर्टिलिटी, मोटापे और अनियमित मासिक चक्र की शिकायत है. यह थेरेपी पूरी तरह से निशुल्क है और इसके लिए इच्छुक महिलाएं 27 मार्च तक रजिस्ट्रेशन करा सकती हैं.

देखें रिपोर्ट

'जो भी महिलाएं पंचकर्म थेरेपी कराना चाहती हैं. उन्हें 14 दिन अस्पताल में एडमिट रहना होगा. उनके साथ में डॉक्टर पूनम है जो महिलाओं की समस्या को गंभीरता से सुनती हैं. और उसके अनुरूप उनकी थेरेपी होती है.'- डॉक्टर शिव प्रसाद, प्रभारी चिकित्सक,थेरेपी स्टेशन

यह भी पढ़ें- मुंह पर मास्क... कान में स्पीकर... बाहर से आंसर... चोरी का यह तरीका देख हो जाएंगे हैरान

'हाल के दिनों में महिलाओं में इनफर्टिलिटी की शिकायत काफी बढ़ी है. इसके पीछे दो प्रमुख कारण हैं. पहला मोटापा और दूसरा पीसीओएस और पीसीओडी पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS & PCOD Polycystic Ovarian Syndrome & Disease). जिसके चलते हार्मोनल इंबैलेंस होता है और महिलाओं की फर्टिलिटी कम हो जाती है.'- डॉ दिनेश्वर प्रसाद, प्राचार्य, आयुर्वेद कॉलेज

Infertility treatment of women in patna
डॉ दिनेश्वर प्रसाद, प्राचार्य, आयुर्वेद कॉलेज

महिलाओं में हार्मोनल इंबैलेंस
चिकित्सकों के अनुसार 18 से 25 वर्ष की महिलाओं और युवतियों में हार्मोनल इंबैलेंस के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं. और अगर महिलाएं इस पर ध्यान ना दें तो आगे चलकर या इनफर्टिलिटी का बड़ा कारण बन जाती है. देशभर में 18 से 45 वर्ष की 26% महिलाएं इनफर्टिलिटी की शिकार हैं. ऐसे में महाविद्यालय अस्पताल में पंचकर्म थेरेपी सेशन शुरू किया गया है. जिसका उद्देश्य है ऐसी महिलाओं की फर्टिलिटी आयुर्वेदिक पद्धति से बढ़ाई जाए.

आयुर्वेद में एविडेंस बेस्ड ट्रीटमेंट के प्रयास
डॉक्टर दिनेश्वर प्रसाद ने कहा कि 'महिलाओं की फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए इस प्रकार का पंचकर्म थेरेपी सेशन अस्पताल में पहले से चलता है. मगर इसका कोई डॉक्यूमेंटेशन नहीं होता था. इस बार प्रॉपर डॉक्यूमेंटेशन हो रहा है. और यह नोट किया जा रहा है कि पंचकर्म थेरेपी सेशन से पहले महिला की स्थिति कैसी थी और बाद में कैसी है. कॉलेज के विद्यार्थियों को रिसर्च बेस्ड एजुकेशन प्रोवाइड कराने का प्रयास किया जा रहा है.'

निशुल्क है पंचकर्म थेरेपी
यह थेरेपी पूरी तरह से निशुल्क है और जो भी महिलाएं इस थेरेपी के लिए रजिस्ट्रेशन कराएंगी उन्हें अस्पताल में 14 दिन एडमिट रखा जाएगा. इस दौरान उनका रहना, खाना, इलाज सब निशुल्क होगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.