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'आतंकियों ने पहले आधार कार्ड मांगा, फिर बिहार का पता देख मार दी गोली'

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Published : Oct 18, 2021, 1:05 PM IST

Updated : Oct 18, 2021, 1:44 PM IST

आतंकियो के हाथों मारे गए अरविंद के दोस्त
आतंकियो के हाथों मारे गए अरविंद के दोस्त

कश्मीर में आतंकवादी बिहारियों को खोज-खोजकर मार रहे हैं. कश्मीर में गोलगप्पा बेचने वाले बांका निवासी अरविंद कुमार साह की भी इसी तरह अपराधियों ने हत्या कर दी. इस रिपोर्ट में पढ़िए अरविंद के साथ रहने वाले उनके गांव के दोस्त ने क्या कहा है...

पटनाः पहले तो बिहारी (Bihari Native) मूल के खासकर मजदूर वर्ग के लोगों को दूसरे प्रदेशों में अपमान झेलना पड़ता था, लेकिन अब जम्मू-कश्मीर (jammu Kashmir) में इन दिनों हालात ऐसे हैं कि बिहारी होने की जानकारी मिलते ही उनकी हत्या कर दी जा रही है. आतंकी लोगों से पहले आधार कार्ड (Aadhar Card) मांग रहे हैं, इसके बाद बिहारी नागरिक देखते ही उन्हें गोली मार रहे हैं.

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कश्मीर के ऐसे हालात का जिक्र आतंकियों के हाथों मारे गए अरविंद के दोस्त और कश्मीर में उनके साथ रहकर कमाने वाले बांका निवासी दिनेश साह ने की. दिनेश ने बताया कि आतंकवादियों की गोली का शिकार बने उनके गांव पड़घड़ी निवासी अरविंद कुमार साह और वे दोनों एक ही कमरे में रहते थे. वे दोनों अलग-अलग इलाकों में गोलगप्पे बेचने का काम करते थे.

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तभी उन्हें जानकारी मिली कि अरविंद को गोली लग गई है. फिर पता चला कि उन्हें गोली लगी नहीं है बल्कि आतंकवादियों ने मारी है. दिनेश ने बताया कि अरविंद से आतंकियों ने सबसे पहले आधार कार्ड मांगा था. आधार कार्ड में बिहार का नागरिक देखते ही उसे गोली मार दी. दिनेश बताते हैं कि कश्मीर का माहौल पहले ऐसा नहीं था लेकिन अब काफी बिगड़ चुका है.

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अरविंद के साथ कश्मीर में ही उनका एक छोटा भाई मुकेश भी रहता था. दरअसल, भाई की हत्या के बाद रविवार की रात जब अरविंद के पार्थिव शरीर को पटना लाया गया तो उनके साथ गांव के दिनेश और भाई मुकेश भी साथ में थे. भाई की आंखों में आंसू थे. उन्होंने कहा कि अब मजदूरों के लिए कमाने लायक नहीं रह गया है. वहां का माहौल काफी खराब है.

बता दें कि बीते 15 दिनों के भीतर 4 बिहारी नागरिकों की कश्मीर में हत्या कर दी गई है. 5 अक्टूबर को भागलपुर के जगदीशपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान की श्रीनगर के लाल बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वीरेंद्र वहां ठेला लगाकर रोजी रोटी कमाने का काम करता था. उसके पार्थिव शरीर का श्रीनगर में ही दाह संस्कार कर दिया गया था.

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इसके बाद शनिवार को बांका (Banka) जिले के बाराहाट प्रखंड के परघड़ी गांव के रहने वाले अरविंद कुमार साह की श्रीनगर के ईदगाह क्षेत्र स्थित एक पार्क के बाहर आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक अरविंद वहां पिछले 15 वर्षों से ठेला पर गोलगप्पे बेचने का काम करता था.

फिर आतंकियों ने रविवार यानी 17 अक्टूबर की शाम को कुलगाम के वनपोह इलाके में अररिया जिले के रहने वाले राजा ऋषिदेव और योगेंद्र ऋषिदेव को मौत के घाट उतार दिया. इस हमले में एक बिहार निवासी एक व्यक्ति जख्मी भी हो गया है, जिसका इलाज चल रहा है.

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Last Updated :Oct 18, 2021, 1:44 PM IST
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