बिहार के गोलगप्पे वाले की श्रीनगर में आतंकियों ने की हत्या, CM नीतीश ने की ₹2 लाख देने की घोषणा
Updated on: Oct 16, 2021, 10:30 PM IST

बिहार के गोलगप्पे वाले की श्रीनगर में आतंकियों ने की हत्या, CM नीतीश ने की ₹2 लाख देने की घोषणा
Updated on: Oct 16, 2021, 10:30 PM IST
श्रीनगर में आतंकियों ने एक बार फिर बिहार के रहने वाले युवक को अपना निशाना बनाया है. बांका के रहने वाले अरविंद की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. वहीं, बिहार सरकार ने मृतक परिवार के लिए 2 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है.
श्रीनगर/पटना: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने एक बार फिर आम नागरिकों को निशाना बनाया है. शनिवार को राजधानी श्रीनगर में आतंकियों ने बिहार के रहने वाले युवक की गोली मारकर हत्या (Shot Dead) कर दी है. मृतक की पहचान बांका जिले के बाराहाट प्रखंड के परघड़ी गांव के रहने वाले अरविंद कुमार साह के रूप में हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने घटना को दुखद बताया है. साथ ही मुआवजे का ऐलान किया है.
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने ईदगाह क्षेत्र स्थित एक पार्क के बाहर उसे गोली मार दी. जिसके बाद उसे आनन-फानन में एसएमएचएस (SMHS) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. वहीं, देर शाम यह सूचना परिजनों को वहां रह रहे गांव के अन्य लोगों ने दी. इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया. पीड़ित परिवार के घर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. बाराहाट थानाध्यक्ष शंकर दयाल प्रभाकर और बीडीओ राजेश कुमार ने भी मृतक के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया.
बताया जाता है कि गोली का शिकार हुए मृतक अरविंद कुमार पिछले 15 वर्षों से कश्मीर में रहकर ठेला पर गोलगप्पे बेचने का काम करता था. जिससे उसके पूरे परिवार का भरण-पोषण हो रहा था. मृतक अपने पांच भाइयों में चौथे नंबर पर था. मृतक के सबसे छोटे भाई मुकेश कुमार ने बताया कि उनका एक भाई कोरोन काल में बीमारी की वजह से जान गंवा चुका है.
कोरोना काल में ही अरविंद भी लॉक डाउन की वजह से घर आ गया था. तीन माह पूर्व फिर एक बार फिर रोजी-रोटी की तलाश में जम्मू-कश्मीर गया था. जहां उसके साथ यह घटना हो गई. मृतक के अन्य भाई डब्लू कुमार और मंटू कुमार भी जम्मू कश्मीर में ही रहते थे, लेकिन हाल के दिनों में डब्लू कुमार अपने गांव आ गया है, जबकि मंटू कुमार अभी भी वहीं पर है.
पड़घड़ी गांव के 200 से अधिक कामगार जम्मू कश्मीर में रहकर जीविकोपार्जन कर रहे हैं. कोई ठेला लगाने, तो कोई फेरी सहित होटलों में काम करते हैं. परिजन को अब उनके जान माल की चिंता सताने लगी है. पिछले 15 वर्षों से भी अधिक समय से इस गांव के लोग वहां रह रहे हैं. घटना की जानकारी मिलते ही गांव के सैकड़ों लोग पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे.
बीडीओ राकेश कुमार और थानाध्यक्ष एसडी प्रभाकर ने परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देश पर वे लोग यहां पहुंचे हैं. उन्होंने अरविंद कुमार के पार्थिव शरीर को उन तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया. उन्होंने बताया डीएम और राज्य की सरकार जम्मू कश्मीर के आला अधिकारियों से समन्वय बनाए हुए हैं.
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अरविंद कुमार साह की हत्या पर गहरा दुख जताया है. साथ ही मृतक परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपए देने की घोषणा की है. प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सीएम ने इसकी घोषणा की है. इसके अलावे श्रम संसाधन विभाग और समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं से नियमानुसार अन्य लाभ दिलाने का अधिकारियों को निर्देशित किया है.
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उधर, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी इस घटना की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मैं अरविंद कुमार की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. ये फिर एक ऐसा मामला है जहां पर एक सिविलियन को निशाना बनाया गया है. अरविंद कुमार तो सिर्फ नौकरी के लिए श्रीनगर आया था, लेकिन उसकी भी हत्या कर दी गई.'
पिछले 12 दिन में आतंकवादियों ने बिहार के दूसरे नागरिक की हत्या की है. इसी महीने के 5 अक्टूबर को भागलपुर के जगदीशपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान की श्रीनगर के लाल बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वीरेंद्र वहां ठेला लगाकर रोजी रोटी कमाने का काम करता था. उसके पार्थिव शरीर का श्रीनगर में ही दाह संस्कार कर दिया गया था. वीरेंद्र को मुखाग्नि उसके छोटे भाई ने दी थी. बाद में अस्थि कलश को घर लाया गया था.
