ETV Bharat / state

उपचुनाव में उठा रोजगार का मुद्दा, JDU की बढ़ी मुश्किलें, तेजस्वी पर हमलावर हुए ललन

author img

By

Published : Oct 19, 2021, 9:29 PM IST

बिहार में विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी का मुद्दा उठा दिया है. जिससे जदयू में खलबली मची है. वहीं, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर पार्टी के तमाम नेता तेजस्वी पर जनता को बरगलाने का आरोप लगा रहे हैं.

तेजस्वी और ललन सिंह
तेजस्वी और ललन सिंह

पटना: बिहार विधानसभा की 2 सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान पर हो रहे उपचुनाव (Bihar Assembly By-election) में जीत हासिल करने के लिए राजनीतिक दल सभी हथकंडे अपना रहे हैं. उपचुनाव में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) बेरोजगारी को मुद्दा बना रहे हैं. विधानसभा चुनाव 2020 में बेरोजगारी मुद्दा बनाये जाने पर जदयू को बड़ा झटका लगा और तीसरे नंबर की पार्टी बन गयी.

ये भी पढ़ें- JDU ज्वाइन करने के बाद नीतीश कुमार से मिले रोहित चौधरी, कहा- तारापुर में जीत पक्की

राजद के दोबारा उपचुनाव में बेरोजगारी का मुद्दा बनाये जाने पर जदयू में खलबली मची गयी है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh) से लेकर सभी नेता आरजेडी और तेजस्वी पर हमलावर हैं. सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) खुद दोनों सीटों पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

देखें वीडियो

बिहार विधानसभा उपचुनाव का प्रचार जोर पकड़ रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तारापुर में पहले दिन से ही बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साध रहे हैं. पार्टी के उम्मीदवार अरुण कुमार साह के प्रचार में कई स्थानों पर बेरोजगारी का मुद्दा उठाया. इतना ही नहीं, सोशल मीडिया के माध्यम से कश्मीर में हो रही हत्याओं के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि यदि बिहार में रोजगार मिला होता तो लोग बाहर नहीं जाते.

'रोजगार का मुद्दा आरजेडी का कोर एजेंडा है. तेजस्वी यादव के साथ बिहार के युवा हैं. राजद दोनों सीटों पर चुनाव जीतेगी.' -एजाज अहमद, प्रवक्ता आरजेडी

'तेजस्वी यादव लोगों को बरगला रहे हैं. नीतीश कुमार के 16 साल के शासन में सभी क्षेत्रों में विकास किया गया है. रोजगार भी दिया गया है.' -ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जदयू

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में बीजेपी ने 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था. हालांकि एनडीए सरकार की तरफ से दावा किया जा रहा है कि विभिन्न क्षेत्रों में सरकार रोजगार दे रही है, लेकिन मुख्यमंत्री का जनता दरबार और प्रदेश भर में छात्र रोजगार की मांग कर रहे हैं. एसटीईटी से लेकर बीपीएससी अभ्यर्थी तक सरकार के फैसले से खुश नहीं है. कई जगह नियुक्ति प्रक्रिया लंबी चलने से भी छात्र-छात्राओं में नाराजगी है. बेरोजगारी के कारण बिहार से सबसे अधिक पलायन भी हो रहा है. जिसे तेजस्वी यादव भुनाने की कोशिश कर रहे हैं.

बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा बना था. तेजस्वी यादव ने सरकार बनते ही पहली कलम से 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया था. जिसके बाद बिहार के युवा सरकारी नौकरी को लेकर तेजस्वी यादव के साथ दिखने भी लगे थे. यही कारण था कि राजद 75 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी.

हालांकि बीजेपी ने भी 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन तेजस्वी यादव के वादे पर जदयू के नेताओं ने कहा था, यह संभव नहीं है. जिसका नुकसान भी जदयू को उठाना पड़ा. फिलहाल उपचुनाव में एक बार फिर से तेजस्वी बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बना रहे हैं. फिलहाल जदयू कई रणनीति पर काम कर रही है, लेकिन तेजस्वी ने जदयू की परेशानी बढ़ा दी है.

ये भी पढ़ें- कुशेश्वरस्थान में पूरी ताकत झोंकेगी RJD, 21-23 अक्टूबर तक कैंप करेंगे तेजस्वी यादव

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.