पटना: बिहार में बजट सत्र (Budget Session Of Bihar Assembly) चल रहा है. कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है. साथ ही जब उनसे पूछा गया कि क्या सीएम का चेहरा (BJP CM in Bihar) अब बीजेपी (CM face will change in Bihar) के किसी नेता को बनाया जाएगा. इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में कोई परिवर्तन नहीं होगा. परिवर्तन की क्या गुंजाइश है, सब कुछ तो ठीक ठाक चल रहा है. बीजेपी का कोई मुख्यमंत्री बिहार में हो सकता है, ऐसे सवाल काल्पनिक हैं.
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बिहार में बीजेपी का सीएम?: पिछले 17 सालों में बीजेपी ने कई चेहरे को आगे लाने की कोशिश की, लेकिन सारा प्रयोग अब तक नीतीश कुमार के आगे दम तोड़ देता है. बिहार का जातीय और सामाजिक समीकरण भी ऐसा है कि बीजेपी नीतीश कुमार को छोड़ने का साहस नहीं दिखा पाती है. क्योंकि जब नीतीश बीजेपी को छोड़ आरजेडी के साथ हुए थे तो बीजेपी सत्ता से बाहर हो गई थी. यही कारण है कि नीतीश कुमार ने अबतक बीजेपी को कई शर्तों को मानने के लिए मजबूर भी कर चुके हैं. जब कृषि मंत्री से पूछा गया कि बिहार में मंत्रिमंडल में फेर बदल की बात सामने आ रही है तो उन्होंने कहा कि ये मुख्यमंत्री का अधिकार क्षेत्र है. इसपर हम कुछ नही कह सकते हैं. साथ ही जब पूछा गया कि यूपी में आज योगी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह है क्या यूपी का असर बिहार पर पड़ेगा. बीजेपी का क्या यहां मुख्यमंत्री बनेगा तो उन्होंने कहा कि ये सब काल्पनिक बातें हैं. बिहार में सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रही है. अभी हम यही जानते है.
बीजेपी के लिए नीतीश कुमार जरूरी: हालांकि, नीतीश कुमार दबाव की सियासत करने में माहिर माने जाते हैं. इसलिए दबाव के साथ अपना पाला भी बदल लेते हैं. पिछली बार यानी 2015 के चुनाव के दौरान नीतीश कुमार भाजपा का साथ छोड़कर महागठबंधन का हिस्सा थे. चुनाव में विजय मिलने के बाद उनकी पार्टी की स्थिति दो नंबर की थी, लेकिन राजद उनकी वरिष्ठता को देखते हुए और भाजपा को सरकार बनाने से रोकने के लिए बलिदान समझकर उन्हें कुर्सी पर बैठा दिया. लेकिन पहले से ही यह अनुमान लगाया जा रहा था कि यह बेमेल गठबंधन है, ज्यादा दिनों तक चलेगा नहीं और जदयू और राजद के गठबंधन को तोड़ने के लिए भाजपा की तरफ से लगातार प्रयास किए गए.
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किसानों की आय होगी दोगुनी: कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य के सभी प्रखंड में किसानों को सभी मौसम में उन्नत बीज और खाद कम मूल्यों पर मिले, इसको लेकर विभाग काम करने में लगा है. साथ ही किसान प्राकृतिक खाद पर ज्यादा निर्भर हो इसको लेकर सभी प्रखंड के किसान केंद्रों पर किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. इसकी तैयारी भी विभाग कर रही है. गोबर या पेड़ पौधे के सूखे पत्ते से खाद बनाया जाए, इसको लेकर भी किसानों को विभाग जागरूक कर रहा है. जैविक खेती को लेकर विभाग किसानों को प्रशिक्षण देने का काम कर रही है. कई जिलों के किसानों ने जैविक खेती शुरू कर दी है.
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