मुजफ्फरपुर: चीन से म्यांमार के रास्ते नगालैंड के दीमापुर में घातक एके-47 पहुंचाया जा रहा है. दीमापुर में गैरेज संचालक अहमद अंसारी तीन साल से विकास और सत्यम के जरिए बिहार में एके- 47 और गोलियां भेज रहा था, जिसे पुलिस ने दीमापुर से गिरफ्तार कर लिया है. इस दौरान पुलिस पूछताछ में अहमद ने कई बड़े खुलासे किए हैं.
उग्रवादी संगठन से कनेक्शन की आशंका: फकुली ओपी पुलिस ने अहमद को बुधवार को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया. दीमापुर में अहमद की गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से दो लंबी दूरी की वॉकी-टॉकी जब्त की गई है. पुलिस को अहमद के नगालैंड में उग्रवादी संगठन से भी जुड़ाव की आशंका है. पुलिस इसकी जांच कर रही है.
12 लाख रुपए मिले: पुलिस के अनुसार, अहमद ने बताया है कि कुढ़नी के मुखिया के पुत्र देवमणि राय उर्फ अनीस को हथियार की सप्लाई के दौरान विकास दीमापुर से दो एके 47 बिहार लाया था. इसके लिए 12 लाख रुपए अहमद के बैंक एकाउंट में भेजे गए थे. शेष राशि उसे देवमणि ने दीमापुर में कार से पहुंचाई.
चलाने की ट्रेनिंग भी देता था: अहमद ने पुलिस को बताया है कि एके-47 खरीदने वालों को दीमापुर में पहले इसे चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है. देवमणि ने दीमापुर के होटल में तीन दिन रुककर एके-47 हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली थी. उसके मोबाइल से फायरिंग के वीडियो भी मिले हैं.
बिहार में दो हथियार लाया गया: पुलिस को आशंका है कि विकास ने बिहार में दो हथियार लाया है. लेकिन, गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस को एक ही हथियार का सुराग दिया. पुलिस अब फिर से विकास, सत्यम और अहमद अंसारी को रिमांड पर लेगी और दूसरे हथियार का सुराग तलाश करेगी. इसकी कवायद में पुलिस जुट गई है.
2021 में विकास से हुई दोस्ती: अमहद अंसारी ने पुलिस को बताया है कि विकास से उसकी मुलाकात 2021 में हुई थी. दिसंबर 2022 में दीमापुर में मिला तो कहा अब बड़े हथियार की डील करेगा. इसके बाद वह एके-47 की तस्करी का भी काम करने लगा. विकास एके-47 की डील के लिए अपने कई साथियों को लेकर सितंबर 2023 में दीमापुर पहुंचा था. जेल में बंद मुखिया पुत्र देवमणि राय भी हथियार की डील में विकास के साथ दीमापुर में कार से आया था.
पूर्वी चंपारण का सप्लायर है अहमद: अहमद के ठिकाने को लेकर पुलिस शुरू से ही भ्रम में रही. इस कारण पुलिस टीम तीन बार गोपालगंज में छापेमारी करने गई और बिना किसी सफलता के लौट आई. गिरफ्तारी के बाद स्पष्ट हुआ कि वह गोपालगंज नहीं बल्कि पूर्वी चंपारण के मधुबन थाना के बड़ा पाकर वार्ड आठ का निवासी है.
2022 से कर रहा बड़े हथियार की डील: अहमद ने पुलिस को बताया कि बिहार में बीते तीन साल से विकास और सत्यम हथियार ला रहा था. वह पहले पिस्टल और गोलियां लाता था. दिसंबर 2022 में बड़े हथियार लेने की डील शुरू की. इसके बाद वह एके-47 सप्लाई करने लगा. कितने हथियार लाए, उसे यह याद नहीं है. फकुली के मुखिया भोला राय के घर के पास श्मसान में पुलिया के नीचे से जब्त एके-47 की डील छह लाख रुपए में हुई थी. उस समय हथियार तस्कर ने 12 लाख रुपए अहमद के बैंक अकाउंट में भुगतान किए.