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अग्निपथ स्कीम का विरोध के नाम पर खुलेआम लूट, पार्सल वैन से लूटे लाखों के मोबाइल और लैपटॉप

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Published : Jun 16, 2022, 6:36 PM IST

बिहार के गया में अग्निपथ स्कीम का जमकर विरोध हुआ. सेना के अभ्यर्थियों ने जगह जगह बवाल काटा. इसी क्रम में अभ्यर्थियों ने बेलागंज प्रखंड क्षेत्र में पार्सल वाहन में लूट (Loot in Gaya ) की है. केक की सप्लाई करने वाले वाहन से भी खाने का सामान लूट लिया. दोनों मामलों को लेकर बेलागंज पुलिस कार्रवाई में जुट गई है. पुलिस आंदोलन के नाम पर लूट करने वालों पर नजर रख रही है.

गया
अग्निपथ स्कीम का विरोध के नाम पर लूट

गया : भारतीय सेना में अग्निपथ स्कीम को लेकर पूरे बिहार में प्रदर्शन (Protest aginst Agnipath Scheme in Bihar ) हो रहा है. गया में भी इसके खिलाफ बेलागंज, बाराचट्टी, गांधी मैदान, सिकरिया मोड़ आदि इलाकों में छात्रों ने जमकर उत्पात मचाया. बाराचट्टी में नेशनल हाईवे को जाम रखा गया. वहीं बेलागंज थाना क्षेत्र में पार्सल वाहनों से लूटपाट की गई. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने इलेक्ट्रॉनिक सामानों से लदे पार्सल वाहन को ही लूट लिया. इस संबंध में पार्सल वाहन के मालिक द्वारा बेलागंज थाना में लिखित शिकायत की गई है.

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30 लाख के सामान लूटे :पार्सल वाहन के मालिक उमाकांत सिंह ने बताया कि सड़क जाम थी, तो प्रशासन ने कहा कि बाईपास से निकल जाइए. बाईपास से निकलने लगे तो दो सौ की संख्या में आ रही भीड़ ने घेर लिया. गाड़ी में तोड़फोड़ करते हुए लूटपाट करना शुरू कर दिया. इस दौरान इस पार्सल वाहन में रखे मोबाइल, लैपटॉप, मोटर पार्ट्स आदि लूट लिए गए. करीब 30 लाख के सामान की लूटपाट की गई है.

'100-200 की संख्या में लड़का लोग आया और वैन का ताला लाठी डंडे से तोड़कर उसका सामान निकाल लिया. पार्सल वैन में तकरीबन 30 लाख का मोबाइल, लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक सामान था. सामान के पटना से लेकर गया आया हुआ था. लेकिन बीच में ही प्रदर्शनकारियों ने सामान को लूट लिया. लूट की थाने पर रिपोर्ट लिखा दी है'- उमाशंकर सिंह, वाहन के मालिक

पार्सल वाहनों में लूट: वाहन के मालिक ने बताया कि पार्सल वाहन में एक-दो सामान ही बच गए. वाहन में इलेक्ट्रॉनिक सामग्री लोड थी. वाहन रोज पटना से गया आते थे. वहीं, एक और पार्सल वाहन के ड्राइवर जितेंद्र कुमार ने बताया कि रोज की तरह पटना से गया के लिए वाहन चला था. इसमें लूटपाट की गई है. ताला तोड़कर खाने वाले सारे सामान निकाल लिए गए. इसमें केक, समोसा, ब्रेड आदि लोड थे. लूटे गए सामान लाखों के हैं. मामले को लेकर बेलागंज थाना में लिखित शिकायत की जा रही है.

ट्रेनों में तोड़फोड़, ट्रैक पर लगे नट बोल्ड भी खोले: बेलागंज प्रखंड क्षेत्र में अग्निपथ के खिलाफ जमकर बबाल मचाया. बेलागंज में प्रदर्शनकारियों ने गया-पटना रेलखंड और गया-पटना राष्ट्रीय राजमार्ग पर तोड़फोड़, आगजनी, सड़क जाम और उग्र प्रदर्शन किया गया. बेला स्टेशन पर प्रदर्शनकारी छात्रों ने रेलवे को लाखों की संपति का नुकसान पहुंचाया. ट्रेन के शीशे फोड़ दिए. साथ ही ट्रेन पर बैठे सवारियों के साथ भी मारपीट किया. उपद्रवी छात्र अग्निपथ पर सरकार का फैसला वापस लेने की मांग कर रहे थे.

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा: ट्रेन रोके जाने की सूचना के बाद मौके पर पहुंची बेलागंज थाना की पुलिस और बीडीओ, सीओ ने उपद्रवी छात्रों को खदेड़ा. उपद्रवियों ने बेला स्टेशन पर ट्रैक पर लगे नट बोल्ट को भी खोल दिया. आधुनिक शौचालय, प्लेटफार्म शेड, यात्री प्रतीक्षालय सहित कई जगहों पर तोड़ फोड़ की. घंटों के तांडव के बाद एएसपी विधि व्यवस्था भारत सोनी और प्रशिक्षु आईपीएस स्वीटी शेरावत के नेतृत्व में भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल के जवानों ने आक्रोशित छात्रों को समझाकर जाम हटाया. जिसके बाद तीन घंटे बाद यातायात व्यवस्था बहाल हुई.


उपद्रवियों को चिह्नित करने की कार्रवाई शुरू: गया के सिटी एसपी राकेश कुमार ने बताया कि अग्निपथ के खिलाफ गया जिले में विभिन्न स्थानों पर उपद्रव किया गया है. बेलागंज, मुफस्सिल समेत कई स्थानों पर हुई घटनाओं को लेकर पुलिस कार्रवाई कर रही है. कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, जो भी उपद्रव में शामिल होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. सिटी एसपी ने अपील किया कि इस तरह के उपद्रव से बचें और शांति पूर्वक अपनी मांग रखें.

प्रदर्शन को कमजोर कर रहे 'लुटेरे प्रदर्शनकारी': प्रदर्शन के नाम पर लूट करने वाले ये छात्र कौन हैं. पुलिस इनका पता लगाने में जुटी हुई है. इसके लिए आसपास सीसीटीवी कैमरे और मौजूदा वीडियो के आधार पर कार्रवाई की तैयारी में जुटी हुई है. तय माना जा रहा है कि प्रदर्शन की आड़ में लूट करने वाले अराजक तत्व ही हैं.

छात्रों का सवाल: ऐसे में सवाल उठ रहे थे कि चार साल पूरे होने के बाद भले ही 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी कैडर में भर्ती कर लिया जाएगा. लेकिन शेष 75 फीसदी युवाओं के पास चार साल बाद क्या विकल्प होगा. इस पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि बहुत से मंत्रालयों और राज्य सरकारों ने यह इच्छा जताई की है कि उनके मंत्रालयों, कॉरपोरेशनों में अगर कोई भर्ती आती है जो उन्हें इसमें प्राथमिकता दी जाएगी.

क्या है 'अग्निपथ' योजना : केंद्र की अग्निपथ योजना के तहत इस साल 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल किया जाना है. योजना के मुताबिक युवाओं की भर्ती चार साल के लिए होगी और उन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा. अग्निवीरों की उम्र 17 से 21 वर्ष के बीच होगी और 30-40 हजार प्रतिमाह वेतन मिलेगा. योजना के मुताबिक भर्ती हुए 25 फीसदी युवाओं को सेना में आगे मौका मिलेगा और बाकी 75 फीसदी को नौकरी छोड़नी पड़ेगी.

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