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3 लोगों को जिंदा जलाने का मामलाः दरभंगा में FSL टीम ने कलेक्ट किया सैंपल, पुलिस पर उठे सवाल

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Published : Feb 12, 2022, 5:46 PM IST

दरभंगा में तीन लोगों को जिंदा जलाने के मामले (Three People Burnt Alive Case) में की जा रही पुलिसिया कार्रवाई से पीड़ित परिजन नाखुश हैं. थानेदार का माफियाओं के साथ सांठ-गांठ का आरोप उन्होंने लगाया है. कहा कि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

3 लोगों को जिंदा जलाने का मामला
3 लोगों को जिंदा जलाने का मामला

दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले के नगर थाना क्षेत्र के जीएम रोड में बीते गुरुवार को भू-माफियाओं के द्वारा तीन लोगों को जिंदा जलाने ( Land Mafia Burnt Three people alive) के मामले की जांच शुरू हो गई है. मामले की जांच के क्रम में शनिवार को मुजफ्फरपुर एफएसएल की टीम ने घटनास्थल पर जाकर (FSL Team Reached Darbhanga) सैंपल इकट्ठा किया है, जिसे फर्दर जांच के लिए भेज दिया गया है.

एफएसएल के अधिकारियों ने सैंपल के रूप में घटनास्थल से बुलडोजर के द्वारा ढहाए गए मकान के टुकड़े, जले हुए कपड़े इकट्ठा कर आगे जांच के लिए भेजा है. परिवार की पीड़िता निक्की ने कहा कि उनकी गर्भवती बहन और भाई की हालत काफी गंभीर है. बहन के पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो चुकी है. वे दोनों पीएमसीएच में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं.

जिंदा जलाने की कोशिश मामले में एफएसएल जांच टीम दरभंगा पहुंची

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निक्की कहती हैं कि उनका परिवार पुलिस से मदद की गुहार लगाता रहा लेकिन किसी तरह की मदद नहीं की गई. उसने प्रशासन पर माफियाओं से सांठ-गांठ का आरोप लगाया है. निक्की ने आरोपी शिव कुमार झा के लिए फांसी की मांग की है. उसने बताया कि इतना सब कुछ हो जाने के बाद अब जाकर पुलिस सुरक्षा दी गई है लेकिन अब कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है.

"इसमें बड़े बड़े आदमी का हाथ है. शिवकुमार झा सबसे बड़े हैं. उन्होंने ही यह सब करवाया है. प्रशासन का किसी तरह का सहयोग नहीं मिला. थाना प्रभारी मिले हुए हैं. मेरी दीदी और मेरे भैया बहुत क्रिटिकल हैं. दीदी का बच्चा पेट में ही मर गया है. हम चाहते हैं कि हमें न्याय मिले."- निक्की, पीड़िता

इधर, घटनास्थल पर जांच करने पहुंची एफएसएल टीम के एक अधिकारी ने बताया कि कई जली हुई चीजें मिली हैं. इस बारे में तुरंत कुछ कहा नहीं जा सकता है. लेबोरेटरी में जांच के बाद ही यह कहा जा सकता है कि आग लगाने में किस तरह के पदार्थ का प्रयोग किया गया है. उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी जांच अधिकारी सुबूत मुहैया कराएंगे उतनी ही जल्दी एफएसएल की टीम भी किसी निष्कर्ष पर पहुंच पाएगी.

गौरतलब है कि नगर थाना क्षेत्र के जीएम रोड स्थित एक मकान और जमीन की दावेदारी का मामला पटना हाईकोर्ट में चल रहा है. इस बीच गुरुवार की देर शाम करीब 20 से 25 की संख्या में आए भू माफियाओं ने संजय झा नामक व्यक्ति के मकान को जबरन बुलडोजर से ढहाने की कोशिश की. फिर घर को आग लगा दी.

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आग लगाकर जिंदा जलाकर मार डालने की कोशिश में घर के तीन सदस्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं. संजय और उनकी गर्भवती बहन पिंकी बुरी तरह झुलस गईं हैं. डीएमसीएच में भर्ती करने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया गया है. इस पूरी वारदात का मुख्य आरोपी शिवकुमार झा है. यह वही व्यक्ति है जिसका मकान और जमीन का विवाद चल रहा है. बहरहाल, पीड़ित परिजन पुलिसिया कार्रवाई से नाखुश हैं और इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं.

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