बक्सरः बिहार के बक्सर में किसानों ने शांतिपूर्ण ढंग से ट्रैक्टर रैली (Farmers tractor rally in Buxar) निकाली. जिले के चौसा प्रखण्ड के किसानों ने गुरुवार को चौसा के बनारपुर मैदान से शांतिपूर्ण ट्रैक्टर रैली निकाली. एसजेवीएन पावर प्लांट द्वारा 10 हजार करोड़ की लागत से चौसा में 1320 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए सयंत्र तैयार किया जा रहा है. प्लांट में रेल कॉरिडोर और पानी की पाइप लाइन के लिए भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है. इसका किसान विरोध कर रहे हैं. किसानों का आरोप है कि उनको बिना उचित मुआवजा दिए कम्पनी जमीन अधिग्रहण कर रही है.
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राकेश टिकैत ने ट्रैक्टर रैली निकालने का आह्वान किया थाः भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत चौसा के बनारपुर पहुंचे. वहीं उन्होंने किसानो से मिलने के बाद अपने संबोधन के जरिए किसानों से 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकाल जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन का आह्वान किया था. इसके मद्देनजर आज 26 जनवरी को किसानों ने करीब 150 ट्रैक्टरों के साथ शांतिपूर्ण रैली निकाली. यह रैली बनारपुर मैदान से निकलकर बक्सर के दानी कुटिया तक पहुंची. यहां से प्रशासन ने सब को वापस कर दिया.
पुलिस ने की थी किसानों की पिटाई: उचित मुआवजे की मांग को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों के घरों में घुसकर 10 जनवरी को पुलिस ने किसानों की बर्बरता पूर्ण पिटाई की थी. इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद 11 जनवरी की सुबह किसानों का गुस्सा फूट पड़ा. आंदोलन कर रहे किसानों की आढ़ में कुछ असामाजिक तत्वों ने पावर प्लांट के अंदर घुसकर दर्जनों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. कम्पनी के अंदर बने केबिन में आग लगा दी थी. इससे करोड़ों का नुकसान हुआ था.
उचित मुआवजा जबतक नहीं मिलता, तबतक आंदोलन जारी रहेगाः आगजनी मामले में प्रशासन द्वारा 39 नामजद और करीब 300 अज्ञात किसानों पर मुफस्सिल थाना में एफआईआर दर्ज किया गया. इसके बाद किसानों के इस आंदोलन को धार देने के लिए राकेश टिकैत बक्सर आए थे. उनके आह्वान पर आज बक्सर में किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली. किसानों ने भी शांतिपूर्ण तरीके से इस रैली को सफल बनाने को लेकर प्रतिबद्ध दिखे. किसान पंकज कुमार ने बताया कि, कम्पनी के द्वारा जो जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है. उसका उचित मुआवजा जब तक नहीं मिलेगा आंदोलन जारी रहेगा.
"कम्पनी के द्वारा जो जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है. उसका उचित मुआवजा जब तक किसानों को नहीं मिल जाता है. तबतक यह आंदोलन निरन्तर चलता रहेगा"- पंकज कुमार, किसान
डीएम ने किया किसानों से मुआवजा ले लेने का आग्रहः आंदोलित किसानों की मांग को लेकर जब जिलाधिकारी अमन समीर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि किसानों को वर्तमान सर्किल रेट से ही मुआवजे का भुगतान किया जा रहा है। किसानों के साथ कई दौर की बैठक हुई. उसके बाद भी किसान समझने को तैयार नहीं हैं. सरकार की जो नियमावली है, उससे अलग हटकर किसानों को मुआवजा नहीं दिया जा सकता है. किसानों से आग्रह है कि वह मुआवजा ले लें. उसके के बाद भी वह अपना आपति पत्र दाखिल कर सकते हैं.
"किसानों को वर्तमान सर्किल रेट से ही मुआवजे का भुगतान किया जा रहा है। किसानों के साथ कई दौर की बैठक हुई. उसके बाद भी किसान समझने को तैयार नहीं हैं. सरकार की जो नियमावली है, उससे अलग हटकर किसानों को मुआवजा नहीं दिया जा सकता है. किसानों से आग्रह है कि वह मुआवजा ले लें. उसके के बाद भी वह अपना आपति पत्र दाखिल कर सकते हैं" -अमन समीर, जिलाधिकारी