भागलपुर: जिले को स्मार्ट सिटी की लिस्ट में शामिल किया गया है. इसी को लेकर नई तकनीक आधारित गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन शहर के भीखनपुर में तैयार हो रहा है. सिविल वर्क अंतिम चरण में हैं. इसके बाद उपकरण के स्टॉलेशन का काम शुरू होगा. पावर सब स्टेशन का सभी अत्याधुनिक उपकरण जर्मनी निर्मित होगा, जिस कार्य एजेंसी को पावर सब स्टेशन बनाने का काम मिला है. उसने अत्याधुनिक उपकरण का आर्डर जर्मनी को भेजा है, लॉकडाउन समाप्त होते ही उपकरण भागलपुर पहुंच जाएगा. स्टॉलेशन के साथ ही पावर सब स्टेशन भी चालू हो जाएगा.
बताया जाता है कि इस पावर सब स्टेशन में कोई फॉल्ट आ जाए तो ब्लैक आउट जैसी स्थिति शहर में नहीं बनेगी. शहर वासियों को बिजली संकट से यह पावर सब स्टेशन राहत देगा. शहर में तेजी से बढ़ रहे बिजली के लोड को गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन पूरा करेगा. यह सब स्टेशन जीआईएस इएचपी गैस इंसुलेटेड सब स्टेशन एक्स्ट्रा हाईवोल्टेज पर आधारित होगा.
मेंटेनेंस मुक्त होगा सब स्टेशन
जीआईएस तकनीक पर आधारित सब स्टेशन में सल्फर हेक्साफ्लोराइड गैस का उपयोग होगा. इस गैस से इसे इंसुलेट किया जाएगा. फेज के बीच में एक औसत प्रेशर बनाए रखने में गैस सबसे बेहतर है. सर्किट ब्रेकर, बस बार आइसोलेटर्स, लोक ब्रेक स्विच, वोल्टेज ट्रांसफॉर्मर अर्थंन स्वीच ,जैसे कई उपकरण को एक मेटल के हाउस में बंद कर उसमें एसएफ 6 गैस भर दिया जाता है. इससे तकनीकी में खराबी कम होगी. यह पूरी तरह से मेंटेनेंस मुक्त होगा. इसे किसी भी वर्कशॉप में असेंबल करने के साथ ही सब स्टेशन क्षेत्र में संयोजित किया जा सकता है. शहर में जगह की कमी होती है और यह सब स्टेशन कम जगह में ही बन जाता है.
'अंतिम चरण में है सिविल वर्क'
बिजली आपूर्ति कार्य अंचल के अधीक्षक अभियंता श्रीराम सिंह ने कहा कि भीखनपुर में गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन का निर्माण हो रहा है. सिविल वर्क अंतिम चरण में है. इसके बाद उपकरण इंस्टॉलेशन का काम होगा. उन्होंने कहा कि इस सब स्टेशन के लिए उपक्रम जर्मनी से मंगाए जा रहे हैं. कार्य एजेंसी ने जर्मनी को ऑर्डर भेज दिया है.
भीखनपुर के अलावा शहर में तीन और जगहों पर गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन बनेगा, जिसमें एक मेडिकल कॉलेज ,दूसरा इंजीनियरिंग कॉलेज और तीसरा सीटीएस में बनेगा.