पटना: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का एकदिवसीय सम्मेलन मसौढ़ी (23rd conference of CPM in Masaudhi) में आयोजित किया गया. इसमें पटना जिले के तमाम प्रखंडों से पार्टी के नेता शामिल हुए. इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय कोर कमेटी के सदस्य कामरेड अरुण मिश्रा और सचिव मनोज चंद्रवंशी ने किया. कार्यक्रम में आए हुए सभी प्रतिनिधियों ने पार्टी के विस्तार और जनाधार को गांव स्तर पर मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया.
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अरुण मिश्रा ने भाजपा पर तीखी प्रतिक्रिया (CPM reaction on BJP) देते हुए कहा कि मोदी सरकार पूरे देश की संपत्ति को बेचने में जुटी हुई हैं. बैंक, एलआईसी, रेलवे तमाम संस्थाओं को निजी हाथों में बेचने (Privatization of Banks, LIC, Railways) जा रही है. वहीं, इन दिनों राष्ट्रवाद पर काफी लंबी-चौड़ी बहस हो रही है.
भाजपा हिंदू राष्ट्र की अवधारणा पर काम कर रही है. मंदिर मठ के नाम पर आम जनता को भगवान का भय दिखाकर बेरोजगारी, मजदूरी, नौकरी इन तमाम सवालों को झूठलाने में लगी है ताकि मजदूर अपनी मजदूरी मांगना बंद कर दें. राष्ट्रवाद को और उन्माद से जोड़ दिया गया है. उसके खिलाफ अभी हम सब को लड़ना है. आज पूरा देश पूंजीपतियों के हाथ में हैं.
वहीं, मनोज चंद्रवंशी ने कहा कि समाजवादियों की एक बड़ी हार हैं लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. लड़ाई अभी बाकी है. 2 दिन बाद मजदूरों की हड़ताल होने जा रही है. जहां हर कोई बैंक, एलआईसीसी, अस्पताल, स्कूल, तमाम संस्थानों से लोग इस निजीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ने जा रहे हैं. ऐसे में अब गरीब हितैषी योजना में भ्रष्टाचार आदि मुद्दों को लेकर सरकार की नीतियों के खिलाफ हम सब को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी है. भूमि सुधार कानून लागू करना है.
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