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फोन उठाने में ACS होम को हुई देरी तो CM ने हड़काया, दायें-बायें कहां घूमते रहते हैं?

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Published : Oct 4, 2021, 2:36 PM IST

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पांच साल बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने जनता दरबार में लोगों की फरियाद सुनी और मौके पर ही उसका समाधान करने का निर्देश अधिकारियों को दिया. इसी प्रकार के इस मामले के दौरान सीएम ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद को फोन किया. उन्हें फोन उठाने में देर हो गयी. पढ़ें फिर क्या हुआ.

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) जनता दरबार (Janata Darbar In Patna) में लोगों की फरियाद सुन रहे हैं. जनता दरबार में शिकायतें लेकर लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. मुख्यमंत्री सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग आदि विभागों के मामलों की सुनवाी की. इस दौरान कई तरह की फरियाद लेकर लोग पहुंचे. कोई अपराधियों द्वारा पिता की हत्या की शिकायत लेकर आया था तो कोई अपने बेटे की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने की फरियाद लेकर आया था. किसी ने जमीन लिखवाकर पैसे नहीं देने की शिकायत की.

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एक पीड़ित महिला की शिकायत पर आगे कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद को फोन किया. उस समय चैतन्य प्रसाद अपनी सीट पर नहीं थे. इस दौरान ही सीएम नीतीश ने उनके टेबल पर फोन कर दिया. उन्होंने फोन उठाने में देर कर दी. इस दौरान सीएम को कुछ पल इंतजार करना पड़ा. अधिकारी के फोन उठाते ही सीएम नीतीश ने हड़काते हुए कहा कि दायें-बायें कहां घूमते रहते हैं ? इधर आइए. फिर क्या था, प्रसाद भागे-भागे मुख्यमंत्री के पासे आये. सीएम ने कहा कि इस पीड़ित महिला की शिकायत को देखिए और एक्शन लीजिए.

बता दें कि अक्‍टूबर महीने के पहले सोमवार के लिए तय कार्यक्रम के अनुसार आज मुख्यमंत्री पुलिस व जमीन से जुड़े मामले सुने रहे हैं. जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी जाती हैं. इसके लिए पहले से ही आनलाइन रजिस्‍ट्रेशन कराना जरूरी है.

दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.

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प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.

द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.

तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

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