पटना: पहले राज्यसभा चुनाव के लिए जेडीयू के प्रत्याशी की घोषणा को लेकर लंबा सस्पेंस चला. यही कयास लगाये जाते रहे कि केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (Union Minister RCP Singh) को पार्टी फिर से राज्यसभा भेजेगी या नहीं. आरसीसी सिंह को टिकट देने या नहीं देने के पक्ष में अलग-अलग कारण गिनाये जा रहे थे. अब, जब प्रत्याशी की घोषणा हो गयी है, जेडीयू ने अपने झारखंड प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो को टिकट दिया है तो आरसीपी सिंह के भविष्य को लेकर चर्चा शुरू हो गयी. आज जेडीयू प्रत्याशी के नामांकन के मौके पर पहुंचे सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kuma) से मीडिया कर्मियों ने इससे संबंधित सवाल किया. मुख्यमंत्री ने आरसीपी सिंह पर प्लान बताया.
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आरसीपी सिंह को लेकर कोई विवाद नहीं: उन्होंने साफ-साफ कहा कि आरसीपी सिंह को लेकर पार्टी में किसी तरह का कोई विवाद नहीं है. इसके पहले वह दो बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं. पार्टी के अध्यक्ष भी रहे हैं. इस समय केंद्रीय मंत्री के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं. वह अपना केंद्रीय मंत्री का कार्यकाल पूरा करेंगे. इसमें कोई दिक्कत नहीं है.
'अभी चुनाव समय से पहले हो रहा है. जब तक उनका टेन्योर है तब तक आरसीपी सिंह केंद्रीय मंत्री बने रहेंगे. उसके बाद भी पूरा समय मिलता है. आरसीपी को तुरंत इस्तीफा देने की क्या जरूरत है. वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे. इसमें दिक्कत क्या है.'- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार.
संगठन के लिए करेंगे काम: दूसरी ओर इससे पहले आरसीपी सिंह ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मैं संगठन से जुड़ा रहूंगा और आगे भी संगठन के लिए काम करता रहूंगा. जब उनसे पत्रकारों ने मंत्री पद पर बने रहेंगे या नहीं इसको लेकर सवाल किया तो आरसीपी सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ही हमारे सर्वमान्य नेता है. उनसे मैं दिल्ली जाकर मुलाकात करूंगा. आरसीपी सिंह ने कहा कि कल का निर्णय इसलिए है कि पार्टी कैसे मजबूत हो, इस पर काम करना है. 12 सालों तक संगठन में काम किया है. हरेक गांव में बूथ स्तर पर हमारा संगठन है, हमने इस पार्टी को बूथ तक पहुंचा दिया है. नीतीश कुमार का आभार.
"हम मस्त हैं. 25 साल से साथ काम किये हैं. आज तक किसी को नाराज करने का काम नहीं किया. सबके प्रति आभार और सहयोग के लिए शुक्रिया. नीतीश कुमार का भी आभार."- आरसीपी सिंह, केंद्रीय मंत्री
'इस बार पार्टी ने एक जमीनी और समर्पित कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया है. खीरू महतो जेडीयू के पुराने साथी हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक रहे हैं. ऐसे में नेतृत्व ने निर्णय लिया कि उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया जाए. जहां तक आरसीपी सिंह की बात है उन्हें पार्टी ने काफी सम्मान दिया है. दल ने उन्हें जेडीयू का संगठन प्रभारी व महासचिव और राष्ट्रीय अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी दी. वे जेडीयू कोटे से मोदी कैबिनेट में मंत्री भी बने. ऐसे में उन्हें सम्मान देने में कोई कमी नहीं की गई.'' - ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू
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