गैरसैंण: एक ओर जहां सूबे के मुखिया पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने को लेकर प्रयासरत हैं तो वहीं ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में महिलाओं का आरोप है कि अवैध रूप से जमकर शराब बिक्री हो रही है. महिलाओं को कहना है कि वो आए दिन गांवों में शराब की अवैध तस्करी से परेशान हैं. जिससे युवा पीढ़ी और ग्रामीण नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं. आज अवैध शराब की बिक्री से परेशान महिलाएं थाने में आ गरजीं. जहां उन्होंने पुलिस प्रशासन से गंभीरता से कार्रवाई करने की मांग की.
गौर हो कि कुछ दिन पहले गैरसैंण ब्लॉक के पज्याणा गांव में महिला मंगल दल ने पूरे गांव में सार्वजनिक कार्यों और विवाह समारोह में शराब परोसे जाने पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगा दिया था. साथ ही 5 हजार रुपए के जुर्माना का प्रावधान भी रखा है. जो कारगर भी साबित हुआ, लेकिन वहीं कुछ असामाजिक तत्व गैरसैंण क्षेत्र में शराब की अवैध तस्करी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. जो कि गैरसैंण पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े कर रहा है. थाने पहुंची महिलाओं का आरोप है कि वो मामले को लेकर पुलिस और प्रशासन को सहयोग के लिए प्रार्थना पत्र दे चुके हैं, लेकिन पुलिस अवैध शराब की बिक्री और तस्करी पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है.
आज मामले को लेकर महिला मंगल दल पज्याणा और महिला मंगल दल ढांगा की महिलाएं सामाजिक कार्यकर्ता अंजना रावत, महिला मंगल दल अध्यक्ष पज्याणा माधवी नेगी और महिला मंगल दल अध्यक्ष ढांगा उषा देवी के नेतृत्व में थाना गैरसैंण पहुंचे. जहां महिलाओं ने पज्याणा गांव के पास एक व्यक्ति की ओर से अवैध शराब बेचे जाने का शिकायती पत्र गैरसैंण थाना अध्यक्ष के माध्यम से चमोली पुलिस अधीक्षक रेखा यादव को भेजा. इस दौरान महिलाओं ने पुलिस पर अवैध शराब तस्करी को न रोक पाने का आरोप भी लगाया.
शराब की अवैध बिक्री पर महिलाओं की राय: गैरसैंण ब्लॉक प्रमुख शशि सौंरियाल ने भी महिलाओं के साथ थाने पहुंचकर अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि लगातार क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं. पुलिस प्रशासन को चाहिए कि इस पर लगाम लगाई जाए. साथ ही कहा कि गैरसैंण पुलिस अगर कार्रवाई नहीं करती है तो पुलिस अधीक्षक से इस पर रोक लगाए जाने की मांग की जाएगी.
वहीं, महिला मंगल दल अध्यक्ष पज्याणा माधवी नेगी, महिला मंगल दल अध्यक्ष ढांगा उषा देवी, पूर्व अध्यक्ष गोविंदी देवी और पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुनीता देवी ने कहा कि वो कई बार मामले को पुलिस प्रशासन से अवगत करा चुके हैं, लेकिन शराब का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई अब तक नहीं की जा सकी है. स्कूली बच्चे भी शराब के आदी हो रहे हैं. जिससे युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है. ऐसे में इस पर जल्द से जल्द रोक लगाई जाए.
सामाजिक कार्यकर्ता अंजना रावत ने कहा कि लगातार गांव में नशा मुक्ति रैली और अभियान चलाकर पूरे गांव में शराबबंदी की गई है, जो कि कारगर साबित हुई है. उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व अवैध शराब की बिक्री कर गांव और क्षेत्र का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. जिन पर लगाम लगाया जाना जरूरी है. ताकि, युवा पीढ़ी को इसकी गिरफ्त में जाने से बचाया जा सके.
पैनल अधिवक्ता विधिक सेवा प्राधिकरण कुंवर सिंह बिष्ट ने कहा कि महिलाओं की यह सराहनीय पहल है. जिससे समाज में नशे के दुष्प्रभाव को लेकर भी एक संदेश जाएगा. उन्होंने कहा कि शराब के चलते आज घर के घर बर्बाद हो रहे हैं. जिसकी रोकथाम बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि गरीब व्यक्ति के स्वास्थ्य के साथ इसका उनकी आर्थिकी पर भी प्रभाव पड़ रहा है. इसके साथ ही अवैध शराब की बिक्री पर पुलिस को रोक लगानी चाहिए.
पूर्व उप प्रधान मेहरवान सिंह ने कहा कि क्षेत्र में लगातार शराब का अवैध कारोबार फल फूल रहा है, जिस पर रोक लगाई जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि जल्द पुलिस और प्रशासन इस पर कार्रवाई नहीं करता है तो पूरे गांव की महिला मंगल दल को साथ लेकर जिला मुख्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मामले में कार्रवाई करने की मांग की जाएगी.
"आज महिलाएं शराब की अवैध बिक्री को लेकर थाने पहुंची थी. ऐसा नहीं लग रहा है कि कहीं शराब की अवैध बिक्री हो रही है, फिर भी मामले को देख लिया जाएगा." - अरुण कुमार, उपनिरीक्षक, गैरसैंण थाना
ये भी पढ़ें-