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कबाड़ इंजन और रेल ब्रिज बेचकर समस्तीपुर रेल डिवीजन ने बनाया नया कीर्तिमान, हुई रिकॉर्ड कमाई - Samastipur Railway Division

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 19, 2024, 8:38 PM IST

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Samastipur Railway Division: बिहार में कभी रेल इंजन तो कभी रेलवे ट्रैक की चोरी से परेशान होकर शुरू किए गए स्क्रैप बेचने के कार्य से रेलवे को बड़ा मुनाफा हुआ है. इस लिस्ट में समस्तीपुर रेल मंडल टॉप पर है. समस्तीपुर रेल मंडल ने स्क्रैप बेचकर 2.93 करोड़ का राजस्व कमाया है.

समस्तीपुर: बिहार के रोहतास जिले में दो साल पहले पुल चोरी की एक घटना ने सबको चौंका दिया था. इस घटना के बाद तो बिहार में जैसे पुल चोरी का सिलसिला ही शुरू हो गया था. रोहतास के बाद जहानाबाद और फिर बांका से ऐसी ही घटना सामने आई. जिसके बाद रेल प्रशासन की दिमाग ठनका और उन्होंने स्क्रैप इंजन और रेल ब्रिज को बेचना शुरु कर दिया. इसका परिणाम यह निकला की समस्तीपुर रेल डिवीजन ने स्क्रैप बेचकर 2.93 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति की है.

Samastipur Railway Division
इंजन और रेल ब्रिज बेचकर समस्तीपुर रेल डिवीजन ने बनाया नया किर्तिमान

समस्तीपुर रेल मंडल ने नया किर्तिमान बनाया: मिली जानकारी के अनुसार, रेल इंजन और ब्रिज बेचकर समस्तीपुर रेल मंडल ने नया कीर्तिमान बना लिया है. इस डिवीजन ने स्क्रैप बेचकर करीब तीन करोड़ रुपए राजस्व कमाए है. यह एक नया रिकॉर्ड है. डिवीजन प्रशासन के तरफ से जारी जानकारी के अनुसार, समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के हायाघाट-थलवाडा स्टेशन के बीच ब्रिज संख्या- 17 और दो इंजन के स्क्रैप के नीलामी के तहत एक दिन में 2.93 करोड़ राजस्व प्राप्त किया गया है. इसके साथ ही पूर्व मध्य रेलवे में सबसे अव्वल हो गया है.

Samastipur Railway Division
इंजन और रेल ब्रिज बेचकर समस्तीपुर रेल डिवीजन ने बनाया नया किर्तिमान

स्क्रैप को लेकर गंभीर हुई रेलवे: गौरतलब हो कि समस्तीपुर रेल डिवीजन के अंदर आने वाली पूर्णिया में रेल इंजन और मधुबनी में कई किलोमीटर तक रेलवे ट्रैक चोरी करने का मामला काफी सुर्खियों में रहा था. उस वक्त रेलवे अधिकारियों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर इन स्क्रैप की चोरी हो गयी थी. बहरहाल अब डिवीजन प्रशासन करोड़ों के इस स्क्रैप को लेकर गंभीर हो गई है.

पूर्णिया रेलवे कोर्ट स्टेशन के पास लगा स्टीम इंजन चोरी: बता दें कि समस्तीपुर लोको शेड में कार्यरत सीनियर इंजीनियर राजीव रंजन झा पर आरोप है कि पूर्णिया रेलवे कोर्ट स्टेशन के पास खड़े एक पुराने स्टीम इंजन को कबाड़ माफियों को बेच दिया गया था. एक महिला आरपीएफ सिपाही के सूझबूझ से यह पूरा मामला संज्ञान में आने के बाद पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से रेलवे बोर्ड के दिल्ली मुख्यालय तक अधिकारियों के होश उड़ गये थे. अधिकारी आश्चर्य में थे कि कैसे इतने भारी-भरकम इंजन को बेचा गया और वहां के अधिकारियों और कैसे पता नहीं चला.

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