ETV Bharat / state

थार के अनार की विशेषताएं ऐसी और कहीं नहीं, कई राज्यों के साथ ही दूसरे देशों में भेजने की तैयारी

author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 16, 2024, 7:16 PM IST

अनार की बंपर पैदावार
अनार की बंपर पैदावार

भारत में अनार उत्पादन में महाराष्ट्र का वर्चस्व है, लेकिन अब राजस्थान भी टक्कर देने लगा है. पश्चिमी राजस्थान के अनार को थार ब्रांड से विकसित किया जा रहा है. राजस्थान में 14000 हेक्टेयर में अनार का उत्पादन हो रहा है.

अनार उत्पादन में महाराष्ट्र को टक्कर

जोधपुर. भारत में अनार उत्पादन में महाराष्ट्र का वर्चस्व है, लेकिन अब राजस्थान भी टक्कर देने लगा है. हालांकि, उत्पादन अभी कम है लेकिन यहां के अनार की विशेषेताओं के चलते आने वाला समय यहां के अनार का होगा. इसके लिए नाबार्ड के सहयोग से जोधपुर में एग्री एक्सपोर्ट फेसिलेशन सेंटर ने इस पर काम शुरू कर दिया है. पश्चिमी राजस्थान के अनार को थार ब्रांड से विकसित किया जा रहा है.

सेंटर के समन्वयक डॉ भागीरथ चौधरी जो पिछले दो साल से इसके लिए काम कर रहे हैं. जोधपुर के देचू के किसानों के बीच जाकर उनको नई तकनीक बताते हैं. इतना ही अनार शोध यात्रा के तहत वे किसानों को महाराष्ट्र के राष्ट्रीय अनार शोध संस्थान लेकर गए, लगातार इसको लेकर प्रेरित कर रहे हैं कि यहां के अनार का थार ब्रांड डवलप हो जाए. इसके लिए किसानों को एक्सपोर्ट क्वालिटी पैकिंग बताई जा रही है. इस सीजन में देचू के किसानों के अनार ने धूम मचाई. सोशल मीडिया पर थार अनार के नाम से मार्केटिंग होने लगी है. नाबार्ड के जोधपुर विकास अधिकारी मनीष मंडा बताते हैं कि इस सेंटर ने अनार उत्पादन को नई दिशा दी है.

पढ़ें: उद्योगपति किसानों के साथ मिलकर उनकी फसल की क्वालिटी बढ़ाएं: ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर

थार के अनार की विशेषताएं: डॉ भागीरथ चौधरी जो खुद साउथ एशिया बायोटेक सेंटर के संस्थापक निदेशक हैं, सालों से कृषि क्षेत्र में काम कर रहे हैं. बताते हैं कि थार के अनार में जो चार विशेष विशेषताएं है, वो कहीं पर भी नहीं होती है, जो इस अनार को सबसे अलग बनाती है.

  • अनार के दाने को पूरा खाया जा सकता है, क्योंकि यहां के अनार के बीज में सॉफ्टनेस होती है, जबकि अन्य जगह के अनार के दाने को पूरा नहीं खा सकते हैं, दाने में मौजूद सफेद बीज थूकना पड़ता है.
  • राजस्थान की मिट्टी में वह गुण मौजूद है जो यहां के अनार को सुर्ख लाल बनाते हैं, जिसकी वहज से थार के अनार में एंथोसायनिन की प्रचुरता से रेडिस होता है.
  • देश सिर्फ राजस्थान में ही कीटनाशक रहित अनार उत्पादन हो सकता है, क्योंकि जो अनार से जुड़े कीड़े होते हैं वह यहां बहुत कम पाए जाते हैं.
  • देश के अन्य अनार की अपेक्षाकृत यहां के अनार में भरपूर एंटी आक्साइड पाया जाता है, साथ ही दिसंबर से फरवरी तक फसल आती है जो देश में कहीं नहीं आती.

आगे यूं होगा फायदा: भारत सरकार और अमेरिका के बीच 2022 में अनार दाने के एक्सपोर्ट पर समझौता हो गया है. फिलहाल राजस्थान में अनार दाने को स्टोरेज करने के लिए बडी व्यवस्था नहीं है, लेकिन आने वाले समय में थार के अनार की विशेषताओं के साथ जब एक्सपोर्टर्स यहां का रूख करेंगे तो यहां व्यवसाय खूब बढ़ने लगेगा इसका सीधा फायदा किसानों को होगा. उनके बेहतर दाम मिलेंगे जो उनकी आय को बढाएंगे. जोधपुर के सेंटर के माध्यम से उत्पादन की प्रयोगशाला में गुणवत्ता जांच भी की जाती है. इसके अलावा इसे लंबे समय तक कम खर्च में प्रिजर्व कैसे रखें इस पर भी काम चल रहा है.

पढ़ें: आलू की इस किस्म से पैदावार में होगी पांच गुना वृद्धि, जानें कैसे होगी हवा में खेती

2010 से शुरुआत हुई: 2010 में राजस्थान में अनार की खेती शुरू हुई थी. आज 14000 हेक्टेयर में अनार का उत्पादन हो रहा है. इसके दो कलस्टर हैं पहला बालोतरा से सिरोही तक का है जो करीब 11 से 12 हजार हेक्टयर में उत्पादन होता है. दूसरा कलस्टर जोधुपर के देचू से आगे तक का है जहां दो से तीन हजार हेक्टेयर में उत्पादन हो रहा है. हालांकि अभी सरकारी स्तर पर मंडी नहीं बनी है, लेकिन जालौर के जीवाणा में फ्रूटेक्स के नाम निजी मंडी शुरू हुई है. क्षेत्र के सभी किसानों को एक जगह मिल गई जहां पर अनार बिक रहा है. नाबार्ड प्रयासरत है कि जल्दी सरकारी स्तर पर भी मंडी बने.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.