कानपुर: गोविंद नगर थाने में पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच झड़प हो गई. इसमें अधिवक्ताओं की जमकर पिटाई भी कर दी गई. बाद में सूचना पर पहुंचे साथी वकीलों ने थाने का घेराव कर हंगामा करना शुरू कर दिया. उनका आरोप था कि पैरवी करने पहुंचे लॉयर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों को पीटा और उन्हें हवालात में डाल दिया. वकील थाना अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. इसके बाद माहौल को शांत करने के लिए थाना अध्यक्ष को लाइन हाजिर करना पड़ा.
कानपुर की गोविंद नगर पुलिस ने सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में सॉल्वर गैंग के एक आरोपी को गिरफ्तार किया था, जिससे पूछताछ में अधिवक्ता आशीष सचान का नाम सामने आया था. इसके बाद पुलिस आरोपी आशीष सचान को पूछताछ के लिए थाने लाई थी. वहीं, आशीष की पैरवी में रविवार सुबह लॉयर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी थाने पहुंचे थे. वकीलों का आरोप है कि इस दौरान थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने उनके साथ अभद्रता की. साथ ही मारपीट भी की. इतना ही नहीं मारपीट के बाद वकीलों को हवालत में भी बंद कर दिया. इससे आक्रोशित वकील गोविंद नगर थाने का घेराव कर हंगामा करने लगे. थाना प्रभारी पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी भी की.
वहीं वकीलों के हंगामे की खबर मिलते ही एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा सहित दो सर्कल की फोर्स थाना गोविंद नगर पर पहुंची. हंगामा कर रहे अधिवक्ताओं ने गोविंद नगर थाना प्रभारी विक्रम सिंह सहित कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने और सस्पेंड करने की मांग रखी. उन्होंने कहा कि थाने का सीसीटीवी फुटेज उन्हें दिखाया जाए. साथ ही फुटेज को सुरक्षित भी किया जाए. मामला बढ़ता देख एडीसीपी अंकिता शर्मा ने तत्काल गोविंद नगर थाना अध्यक्ष विक्रम सिंह को लाइन हाजिर कर दिया. साथ ही जांच कर आगे कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए.
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