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कछुए की अंगूठी आपको बनाएगी मालामाल, बस धारण करते वक्त न करें यह गलती, जानिए - Tips For Wearing Tortoise Ring

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Mar 28, 2024, 3:50 PM IST

Updated : Apr 2, 2024, 3:44 PM IST

आजकल लोग जीवन में आने वाली कई समस्याओं से निजात पाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं. कई लोग हीरे, मोती और रत्नों को अगुठी में धारण करते हैं. इन्हीं में से एक है- कछुए की अंगूठी. ज्योतिष शास्त्र में कछुए की अंगूठी पहनना बेहद शुभ माना जाता है. लेकिन किस जातक को कौन से अंगुली में यह अंगुठी धारण करनी चाहिए, यह बड़ा सवाल है. जिसका जवाब ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने दिया है.

tortoise ring
कछुए की अंगूठी आपको बनाएगी मालामाल

कछुए की अंगूठी आपको बनाएगी मालामाल

रायपुर: ज्योतिष शास्त्र में कछुए की अंगूठी पहनना बेहद शुभ माना गया है. ऐसी मान्यता है कि कछुए की अंगूठी धारण करने से माता लक्ष्मी की असीम कृपा मिलती है. साथ ही यह अंगुठी आर्थिक दिक्कतों से निजात दिलाने में मदद करती है. लेकिन कुछ लोग कछुए की अंगूठी को गलत तरीके से और गलत उंगली में धारण कर लेते हैं, जिससे पूरा फल प्राप्त नहीं होता. आईए ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी से जानते हैं कि कछुए की अंगूठी को धारण करते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए.

कछुए की अंगूठी का करें शुद्धिकरण: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी के अनुसार, "कछुए की अंगूठी धारण करते समय कुछ नियमों का पालन करना होता है. कछुए की अंगूठी को धारण करने से पहले उसकी शुद्धिकरण करना जरूरी है. इसलिए दूध और गंगाजल में कछुए की अंगूठी को कुछ घंटे के लिए डुबोकर रख देना चाहिए. कछुए की अंगूठी को शुद्ध करने के बाद माता लक्ष्मी को अर्पित किया जाना चाहिए. फिर माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें. इसके बाद ही इस अंगूठी को धारण करना चाहिए. गुरुवार या शुक्रवार के दिन इस अंगूठी को धारण करना शुभ माना जाता है.

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कछुए की अंगूठी आपको बनाएगी मालामाल
कछुए की अंगूठी धारण करने के नियम: कछुए की अंगूठी को सीधे हाथ की तर्जनी यानी की पहली उंगली या माध्यमा के बीच की उंगली में धारण करना चाहिए. इस बात का भी ध्यान रखें कि कछुए की अंगूठी को धारण करने के बाद कछुए का मुख आपकी ओर होना चाहिए. चांदी की बनी हुई कछुए की अंगूठी धारण करना बेहद शुभ माना जाता है. इससे आपके जीवन में चल रही आर्थिक परेशानियां भी दूर हो सकती है. गुरुवार के दिन इस अंगूठी को शुद्ध करने के बाद आप माता लक्ष्मी को अर्पित करें. फिर लक्ष्मी नारायण की विधिवत पूजा आराधना करने के उपरांत अगले दिन शुक्रवार को माता लक्ष्मी की पूजा करने के बाद इस अंगूठी को धारण करें.नोट: यहां प्रस्तुत सारी बातें पंडित जी की तरफ से बताई गई बातें हैं. इसकी पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.
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Last Updated :Apr 2, 2024, 3:44 PM IST
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